Republic Day 2024: जब किसी आर्टिकल या सेक्शन से प्रेरित हुईं फिल्मों की कहानियां, रियल लाइफ में भी छिड़ी बहस
Republic Day 2024 भारतीय संविधान हर नागरिक के लिए सबसे जरूरी किताब है। कई आर्टिकल या धाराओं ने फिल्मों को भी प्रेरित किया है। इनके इर्द-गिर्द लिखी गई कहानियों पर जाने-माने फिल्मकारों ने फिल्में बनाई हैं। इन फिल्मों के जरिए नागरिकों के अधिकारों की बात करने के साथ सिस्टम को भी आइना दिखाया गया है। इन फिल्मों में Common man issues की भी बात की गई है।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Republic Day 2024: 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है, क्योंकि 1950 में इसी दिन भारतीय संविधान लागू हुआ था। देश का कानून इसी संविधान के हिसाब से चलता है। संविधान हर नागरिक को कुछ अधिकार देता है, साथ ही कर्तव्यों की भी बात करता है।
ये सब कुछ निश्चित आर्टिकल्स और सेक्शंस में वर्णित किये गये हैं। हिंदी सिनेमा में ऐसे कई विषयों को पर्दे पर उठाया जाता रहा है, जहां मसला कानून से जुड़ा हो। गणतंत्र दिवस के मौके पर याद करते हैं उन फिल्मों को, जिनमें कहानी के जरिए संविधान के किसी सेक्शन या आर्टिकल पर बात की गई हो।
आर्टिकल 370
जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार ने 2019 आर्टिकल 370 खत्म करके बड़ा कदम उठाया था। अब इस घटना को केंद्र में रखकर आर्टिकल 370 फिल्म आ रही है, जिसमें यामी गौतम लीड रोल में हैं। हाल ही में फिल्म का टीजर रिलीज किया गया है। आर्टिकल 370 फरवरी में 23 तारीख को रिलीज होगी।
क्या है आर्टिकल 370?
इस आर्टिकल के तहत जम्मू-कश्मीर राज्य को स्पेशल स्टेटस दिया गया था, जिसके तहत राज्य का अलग संविधान, झंडा और आंतरिक प्रशासनिक व्यवस्था बनाई जा सकती थी।
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आर्टिकल 15
आर्टिकल 15 हर नागरिक को समानता का अधिकार देता है। अनुभव सिन्हा निर्देशित फिल्म में इस आर्टिकल की विचारधारा को पृष्ठभूमि में रखकर एक जघन्य अपराध की कहानी दिखाई गई थी। फिल्म में आयुष्मान खुराना आइपीएस अधिकारी की मुख्य भूमिका में नजर आये थे।
क्या है आर्टिकल 15?
भारतीय संविधान का आर्टिकल हर भारतीय नागरिक को समानता का अधिकार देता है। उसके साथ जाति, नस्ल, धर्म, लिंग या जन्मस्थान के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा।
अलीगढ़
हंसल मेहता निर्देशित 'अलीगढ़' मनोज बाजपेयी द्वारा अभिनीत एक प्रोफेसर की कहानी है, जिसे समलैंगिक होने के कारण अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से निकाल दिया जाता है। समाज के लोगों द्वारा उसे शारीरिक व मानसिक रूप से टॉर्चर भी किया जाता है। फिल्म में राजकुमार राव भी अहम किरदार में थे। अलीगढ़ में धारा 377 की बात की गई थी।
क्या है धारा 377?
भारतीय दंड संहिता (भारतीय न्याय संहिता) धारा 377 के तहत किसी शख्स के खिलाफ उसके अप्राकृतिक यौनाचार के लिए कार्रवाई की जा सकी है।
सेक्शन 375
साल 2019 में रिलीज हुई इस फिल्म में धारा 375 को लेकर चर्चा की गई थी। इस धारा के अनुसार यदि कोई व्यक्ति 18 वर्ष से कम उम्र की लड़की के साथ उसकी सहमति से भी संबंध बनाता है तो भी ये दुष्कर्म की श्रेणी में आएगा। इस फिल्म में ऋचा चड्ढा और अक्षय खन्ना नजर आए थे। बता दें, फिल्म का निर्देशन अजय बहल ने किया है।
क्या है सेक्शन 375?
सेक्शन 375 दुष्कर्म को परिभाषित करता है।
हैदर
विशाल भारद्वाज की फिल्म 'हैदर' विलियम शेक्सपियर के नॉवल हेमलेट का शानदार रूपांतरण है। फिल्म में शाहिद कपूर, श्रद्धा कपूर, के के मेनन और तब्बू मुख्य भूमिकाओं में हैं। हैदर में कश्मीर के हालात पर चर्चा की गई थी और फिल्म AFSPA (Armed Forces Special Powers Act) को लेकर बात की गई थी।
क्या है AFSPA?
इस एक्ट के तहत अशांत क्षेत्रों में सुरक्षा बलों को कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए विशेषाधिकार दिये जाते हैं।
न्यूटन
साल 2017 में आई फिल्म न्यूटन ब्लैक कॉमेडी ड्रामा फिल्म है, जिसका सह-लेखन और निर्देशन अमित वी. मासूरकर ने किया है। फिल्म में राजकुमार राव एक सरकारी कर्मचारी की मुख्य भूमिका में थे, जिसे नक्सली इलाके में मतदान करवाने की जिम्मेदारी दी जाती है। इस फिल्म में संविधान के अहम अधिकार यानी वोटिंग के अधिकार पर बात की गई थी।
छपाक
दीपिका पादुकोण की होम प्रोडक्शन फिल्म छपाक में उन्होंन एसिड अटैक सरवाइवर का रोल निभाया था। इस फिल्म में दीपिका के किरदार को पॉइजन एक्ट 1919 के सेक्शन 4 (2) के खिलाफ लड़ते हुए दिखाया गया है, जो एसिड बिक्री से संबंधित है।
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