Entertainment News : 'स्टंट और एक्शन तो मेरा फैमिली बिजनेस है', एक्शन डायरेक्टर रोहित शेट्टी ने खोले अपने दिल के राज
हवा में उड़ती महंगी गाड़ियां और कॉमेडी के साथ शानदार एक्शन फिल्मकार रोहित शेट्टी की यह पहचान बन चुकी है। फिल्म निर्माण के अलावा वह पिछले दस वर्षों से स्टंट रियलिटी शो फियर फैक्टर खतरों के खिलाड़ी की मेजबानी भी करते आ रहे हैं। रोहित शेट्टी ने उनके शो स्टंट और सिंघम अगेन समेत कई विषयों पर बातचीत की।
मनोरंजन डेस्क, नई दिल्ली। हवा में उड़ती महंगी गाड़ियां और कॉमेडी के साथ शानदार एक्शन, फिल्मकार रोहित शेट्टी की यह पहचान बन चुकी है। फिल्म निर्माण के अलावा वह पिछले दस वर्षों से स्टंट रियलिटी शो फियर फैक्टर : खतरों के खिलाड़ी की मेजबानी भी करते आ रहे हैं। इसके 14वें सीजन में एक बार फिर बतौर मेजबान वह प्रतिभागियों से स्टंट करवा रहे हैं।
आगामी दिनों में उनकी सिंघम फ्रेंचाइजी की तीसरी फिल्म सिंघम अगेन भी प्रदर्शन की कतार में हैं। रोहित से उनके शो, स्टंट और सिंघम अगेन समेत कई विषयों पर बातचीत :
1- दस वर्षों में बतौर मेजबान क्या बदलाव आए हैं? प्रतिभागियों द्वारा आपकी फिल्मों में काम मांगे जाने पर क्या प्रतिक्रिया होती है?
जवाब- पिछले दस वर्षों में शो और बतौर मेजबान मुझमें बहुत से अच्छे बदलाव आए हैं। मामला बहुत अपग्रेड हुआ है। रही बात मेरे साथ काम करने की इच्छा रखने वाले कलाकारों के काम मांगने की, तो अभी तक ऐसा कभी हुआ नहीं है। शो में आए प्रतिभागी शो से संबंधित बातचीत करते हैं। कुछ कलाकार जो मेरी फिल्म में काम कर चुके हैं, उन्होंने भी यह शो किया है। ऐसा नहीं होता कि हर बार सब आकर सीधा मेरे साथ फिल्म में काम करने की बात करें।
2.एक्शन और स्टंट से जुड़ाव कब शुरू हुआ?
जवाब- बचपन से ही मेरा एक्शन और स्टंट से जुड़ाव रहा है। मेरे पिता जी स्टंट डायरेक्टर थे, तो बचपन से ही इसकी तरफ झुकाव रहा है। (हंसते हुए) यही मेरा फैमिली बिजनेस है। ऐसा नहीं कि मुझे अचानक से ख्याल आया कि मुझे स्टंट्स और एक्शन में कुछ करना है। मैंने बचपन में ही तय कर लिया था कि मुझे एक्शन निर्देशक बनना है।
3.कभी एक्शन हीरो बनने या अभिनय करने का ख्याल भी मन में आया? जवाब- इस इंडस्ट्री में काम करते हुए 30 साल हो गए, अब वो सब कहां से सोचेगा आदमी। शुरू में भी कभी कैमरे के सामने एक्शन करने का मन नहीं किया। (हंसते हुए) मुझे तो ऐसे कोई प्रस्ताव भी नहीं मिलते हैं। अभिनय करने के मामले में मैं ये शो कर लेता हूं, विज्ञापनों में काम कर लेता हूं। उतने से ही मैं खुश हूं।
4.खतरों के खिलाड़ी करने के बाद किसी अन्य शो से बतौर मेजबान या जज नहीं जुड़े, प्रस्ताव तो आते ही होंगे? जवाब- दरअसल, होता ये है कि हम हर साल ये शो करते हैं। बाकी के चैनल और रियलिटी शो निर्माताओं को यह पता है कि मैं यह शो करता हूं। दूसरे शो पर मैं बतौर मेहमान चला जाता हूं। तो दूसरे शो के मेजबानी के आफर नहीं आते हैं, क्योंकि वह जानते हैं कि मैं खतरों के खिलाड़ी शो की मेजबानी करता हूं। (हंसते हुए) और अब इस तरह के (एक्शन और स्टंट्स वाले) दूसरे शो बनते भी नहीं।
5.वर्तमान में अखिल भारतीय (पैन इंडिया) फिल्मों का खूब चलन है, अच्छी लोकप्रियता होने के बावजूद आपने इस लेबल के अंतर्गत कोई फिल्म नहीं प्रदर्शित की? जवाब- ऐसा कभी सोचा नहीं, यह बात मेरे मन में आई ही नहीं। अब तक मेरी 17 फिल्में हो चुकी हैं, लेकिन अभी दिमाग में ऐसा कुछ आया नहीं कि इन्हें क्या लेबल करूं। पैन इंडिया करूं या नहीं करूं। सच बताऊं तो उसकी कोई विशेष वजह भी नहीं है। आगे भी ऐसा कुछ सोचा नहीं है।
6.सिंघम अगेन 15 अगस्त को प्रदर्शित होने की खबरें थी, फिर इसकी प्रदर्शन तिथि आगे क्या बढ़ाई गई? जवाब- अपनी फिल्म के प्रदर्शन के लिए हमने 15 अगस्त की आधिकारिक घोषणा कभी नहीं की थी। वो मीडिया द्वारा बनाई गई थी। हमारी शूटिंग अब जाकर खत्म हुई है। हमारी फिल्मों के साथ ऐसा कभी नहीं होता है कि तय शेड्यूल से ज्यादा आगे पीछे हो। हमारी योजना हमेशा से यही थी कि खतरों के खिलाड़ी शो शूट करने के बाद हम अपनी फिल्म का आखिरी शेड्यूल शूट करेंगे। रिलीज को लेकर हमारी योजना यही थी कि जब सभी बड़े सितारों के हिस्से की शूटिंग पूरी हो जाएगी, तो हम इसकी रिलीज डेट की आधिकारिक घोषणा करेंगे। अंततः हमने दीवाली पर अपनी फिल्म प्रदर्शित करने की घोषणा की।
7.अक्षय समेत कुछ बड़े सितारों की फिल्में लगातार असफल होने से अब स्टारडम के प्रभाव पर भी सवाल उठ रहे हैं, वर्तमान स्थिति को आप कैसे देखते हैं? जवाब- अगर हम हिंदुस्तान के सिनेमा का इतिहास देखें, हम पाएंगे कि इस तरह का दौर आता-जाता रहता है। ऐसे में ये कहना गलत होगा कि अब स्टार्स नहीं चलेंगे, सिर्फ छोटी फिल्में चलेंगी। ये तो समय का एक चक्र है, एक दौर है, जो आता-जाता रहता है। ये दौर आया है, चला जाएगा, फिर वापस एक नया दौर आएगा। रही बात अक्षय की फिल्मों की तो हर कलाकार का एक दौर होता है, उनका भी बुरा दौर है। बहुत जल्दी बदल जाएगा।