मुन्ना भाई MBBS की रिलीज के वक्त खाली थे थिएटर्स, प्रोड्यूसर ने 11 हजार रुपये देकर कहा दूसरी फिल्म बनाओ
संजय दत्त और अरशद वारसी की जोड़ी को लोग मुन्नाभाई और सर्किट के तौर पर देखते हैं। इसका पूरा क्रेडिट फिल्म मुन्नाभाई एमबीबीएस को जाता है जिसमें एक्टर ने ये किरदार निभाया था। कई जगह फिल्म के तीसरे पार्ट को लेकर भी खबरें आ रही हैं लेकिन हाल ही में फिल्म के निर्माता ने इसके पहले पार्ट मुन्नाभाई एमबीबीएस को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है।
एंटरटेनमेंट डेस्क,नई दिल्ली। संजय दत्त और अरशद वारसी की फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस अब एक कल्ट फिल्म मानी जाती है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि साल 2003 में जब ये फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी तो इसके लिए थ्रिएटर में दर्शक जुटाना भी मुश्किल हो गया था। निर्माता राजकुमार हिरानी और विधु विनोद चोपड़ा को बहुत सारा नुकसान हुआ था।
हालांकि, विधु विनोद चोपड़ा को फिल्म की क्षमता पर विश्वास था और उन्होंने भारी नुकसान के बावजूद राजकुमार हिरानी को फिल्म का सीक्वल बनाने के लिए कहा। इसके बाद साल 2006 में फिल्म का सीक्वल लगे रहो मुन्नाभाई आया जिसे दर्शकों से काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला था। अब हाल ही में एक इंटरव्यू में विधु विनोद चोपड़ा ने इस पर बात की है।
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मिले थे मात्र 11 हजार रुपये
बॉलीवुड हंगामा से बात करते हुए प्रोड्यूसर ने कहा, ''मुन्ना भाई एमबीबीएस खाली सिनेमाघरों में खुली। राजू यह सोचकर बहुत परेशान था कि मैंने बहुत सारा पैसा खो दिया है। उस वक्त मैंने राजू से कहा, 'ये रहे थोड़े से पैसे, करीब 11,000 रुपये।' उन्होंने कहा- मैं कुछ नहीं लूंगा। मैंने कहा- यह अगली फिल्म के लिए है, एक और बनाओ। यह एक बेहतरीन फिल्म है। उस वक्त हमारे पास करीब 4 करोड़ रुपये थे। मैं एक और फिल्म बनाना चाहता था। मुझे परवाह नहीं थी कि मुन्ना भाई चलेगी या नहीं।'
"हालांकि सोमवार के बाद फिल्म ने रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी, लेकिन वीकेंड के दौरान सीटें खाली रहीं। मैंने वास्तव में दूसरी फिल्म बनाने के लिए फिल्म के सफल होने का इंतजार नहीं किया।''