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'ए वतन मेरे वतन' के दौरान Sara Ali Khan के सामने रहा ये चैलेंज, देश-प्रेम को लेकर एक्ट्रेस ने दिया बढ़ा बयान

सैफ अली खान की बेटी और एक्ट्रेस Sara Ali Khan बहुत ही जल्द देशभक्ति की भावना दिखाने वाली फिल्म ए वतन मेरे वतन में नजर आने वाली हैं। Murder Mubarak के बाद ये फिल्म ओटीटी पर एक्ट्रेस की दूसरी मूवी होने जा रही है। इस बीच ए वतन मेरे वतन की रिलीज से पहले अभिनेत्री इस फिल्म को लेकर खुलकर बात की है।

By Ashish Rajendra Edited By: Ashish Rajendra Updated: Tue, 19 Mar 2024 09:01 PM (IST)
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अगली फिल्म को लेकर बोलीं सारा अली खान (Photo Credit-Instagram)
स्मिता श्रीवास्तव, मुंबई डेस्क। फिल्म ए वतन मेरे वतन में स्वतंत्रता सेनानी उषा मेहता की भूमिका में हैं सारा अभिनेत्री सारा अली खान (Sara Ali Khan) के लिए यह साल काफी खास है। आज (15 मार्च) उनकी फिल्म मर्डर मुबारक डिजिटल प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो रही है।

वहीं अगले सप्ताह 21 मार्च को फिल्म ए वतन मेरे वतन अमेजन प्राइम वीडियो पर प्रदर्शित होगी। ए वतन मेरे वतन (Ae Watan Mere Watan) फिल्म स्वतंत्रता सेनानी उषा मेहता की जिंदगी से प्रेरित है, जिन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान गुप्त रूप से कांग्रेस रेडियो चलाया था। इस मूवी को लेकर दैनिक जागरण से खास बातचीत में सारा से कुछ अहम सवाल पूछे गए हैं, जिन पर उन्होंने जवाब दिए हैं। 

दो फिल्मों की शूटिंग को लेकर बोलीं एक्ट्रेस

1.आपकी दो फिल्में एक ही सप्ताह के अंतराल पर रिलीज हो रही हैं। क्या दोनों की शूटिंग भी आपने आसपास की थी? हां, ऐसा इसलिए कर पाई, क्योंकि मुझे अपने निर्देशकों पर भरोसा है। हालांकि यह आसान नहीं था। दोनों किरदार एकदूसरे से बेहद अलग हैं, लेकिन यह हम कलाकारों का काम है।

हमारी कोशिश भी अलग-अलग काम करने की होती है। पिछले निभाए किरदारों से मैंने बहुत कुछ सीखा है। हाई एनर्जी और चंचल स्वभाव वाले किरदार मैं निभा चुकी हूं। ऐसे में इन दोनों फिल्मों (मर्डर मुबारक और ए वतन मेरे वतन) के किरदारों के लिए निर्देशकों के दृष्टिकोण पर यकीन करना बहुत जरूरी था।

स्वंत्रतता अभियान को जीने का अनुभव

2. आजादी की लड़ाई के दौर को जीने का अनुभव कैसा रहा? सारा अली खान ने कहा है- सच बताऊं तो मैं आभारी हूं कि मैं इस आजाद देश की नागरिक हूं और खुद को भारतवासी बुला सकती हूं। यह गर्व की बात है, लेकिन इस गर्व के पीछे बहुत सारी कुर्बानियां छुपी हैं। उनके बारे में हमने बहुत पढ़ा और समझा है। कई कुर्बानियां गुमनामी के पन्नों में छुपकर रह गईं, जैसे उषा मेहता।

मुझे लगता है कि बतौर कलाकार ऐसी कहानी दर्शकों तक पहुंचानी चाहिए, ताकि वह भी देखें और समझें कि त्याग और बलिदान के कितने अलग-अलग रंग-रुप थे। यह सिर्फ महिला या पुरुष की कहानी नहीं है, यह रूहानी शक्ति की कहानी है। यह उस त्याग की कहानी है, जो हर चीज को भूलकर देशप्रेम को आगे रखकर चलने का आत्मविश्वास देती है। यह प्रेरणादायक कहानी आज भी प्रासंगिक है।

देशप्रेम पर अभिनेत्री की राय

3.इस फिल्म ने आपकी देशप्रेम की भावना को कितना मजबूत किया? देशप्रेम की भावना तो मेरे अंदर है ही। लेकिन इस किरदार को निभाते हुए मुझे समझ आया कि अपनी बातों को कहने के लिए मुझे चिल्लाने की जरूरत नहीं है, जब मुझे पता है कि जो मैं कह बोल रही हूं, वह सच है।

जब आपकी बातों में दम होता है, तो चिल्लाने की जरूरत ही नहीं होती है। अच्छा करोगे तो आपके साथ अच्छा होगा, मेहनत का फल मीठा होता है, यह सब मुहावरे हैं, लेकिन कैसे इन्हें अपनाकर जीवन जीना है, यह मैं सीख रही हूं।

किरदार निभाने के लिए सारा ने किया ये त्याग

4.उषा मेहता बनने के लिए क्या-क्या चीजें भूलनी पड़ी? हर वक्त जो मैं जोक्स बोला करती हूं, वह भूलना पड़ा। हंसी-मजाक में चीजों को हल्के में नहीं लेना था। आपके अंदर जो स्पिरिट (भावना) है, उसे सम्मान देना बहुत जरूरी होता है। किसी भी क्षेत्र में यह अपने आप को याद दिलाते रहना होता है कि आप सब कर सकते हैं।

सारा अली खान के सामने आई ये कठिनाई

5. उषा मेहता की जिंदगी का सबसे कठिन पहलू आपको क्या लगा? हर चीज। सुबह साढ़े आठ बजे जब वह रेडियो का प्रसारण करती थीं, किसी भी समय कोई अंग्रेज उन्हें पकड़ सकता था। उन्हें इसके लिए फांसी की सजा दी जा सकती थी,

क्योंकि वह जो काम कर रही थी, वह अंग्रेजी शासन की नजर में गैरकानूनी था। उन्होंने कई तरह का बलिदान किया। कभी शादी नहीं की। अपने पिताजी का घर छोड़ दिया, क्योंकि उनकी जान को जोखिम में नहीं डालना चाहती थीं। वह बहुत बहादुर थीं।

फिल्म को लेकर असल जिंदगी से नाता

6. फिल्म में नारा है करो या मरो। असल जिंदगी में यह स्थिति आपके साथ कब कब आई है? सारा अली खान ने कहा- मुझे लगता है फिल्म अतरंगी रे के पहले आई थी। उससे पहले मुझे बहुत जल्दी मीडिया ने बहुत ज्यादा प्यार दे दिया था। फिर आई फिल्म लव आज कल, तो वो प्यार थोड़ा डावांडोल होने लगा।

फिर लगा कि अब खुद को साबित करना है, तो उस वक्त करो या मरो जैसी ही स्थिति ही थी। फिर उसका परिणाम आया। फिल्म जरा हटके जरा बचके में फिर यही नारा अपनाया।

भाई इब्राहिम को लेकर बोलीं सारा अली खान

7.आपके भाई इब्राहिम अली खान भी फिल्मों में पदार्पण की तैयारी में हैं। इंडस्ट्री में आने की उनकी तैयारी आपसे कितनी अलग हैं? तैयारी तो सबकी थोड़ी ऊपर-नीचे होती है, लेकिन सबका सफर अलग होता है। जरूरी बात यह है कि वो काम पर ध्यान दे।

काम से परे भी अपनी जिंदगी को तवज्जो दे। एक अच्छा नियंत्रण और संतुलन अपने काम और जिंदगी में बनाकर रखे। अच्छा काम करते रहेंगे, तो उनके साथ भी अच्छा ही होगा।

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