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Satish Kaushik Death Anniversary: पप्पू पेजर के ये डायलॉग कर देंगे लोटपोट, 'कैलेंडर' ने बनाया था कॉमेडी किंग

हिंदी सिनेमा में कॉमेडी फिल्मों से लोगों को गुदगुदाने वाले कई एक्टर्स रहे हैं। इनमें एक नाम Satish Kaushik का भी रहा है जिन्होंने अपनी कॉमेडी से लोगों को गुदगुदाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। आज सिनेमा के इस दिग्गज अभिनेता की पहली पुण्यतिथि है। इस मौके पर हम उनके उन डायलॉग्स को याद करेंगे जिसे सुन लोग पेट पकड़कर हंसने को मजबूर हो गए।

By Karishma Lalwani Edited By: Karishma Lalwani Updated: Sat, 09 Mar 2024 11:14 AM (IST)
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सतीश कौशिक डेथ एनिवर्सरी. फोटो क्रेडिट- जागरण
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Sunny Kaushik Death Anniversary: सिनेमा की जादुई दुनिया में मजेदार किरदार निभाकर लोगों को अपना दीवाना बनाने वाले सतीश कौशक ने कई चेहरों को हंयासा है। उनकी एक्टिंग जितनी उम्दा थी, उतनी ही परफेक्ट कॉमिक टाइमिंग भी। आज सिनेमा का यह चमकता सितारा हमारे बीच नहीं है, लेकिन अपने पीछे वह कई मजेदार डायलॉग्स छोड़ गए हैं, जो हंसाते भी हैं और जिंदादिली से लाइफ को जीने का एहसास भी कराते हैं।

कॉमेडी किंग थे सतीश कौशिक

सतीश कौशिक (Satish Kaushik) ने अपनी कॉमेडी से बड़े से बड़े एक्टर को फिल्मी पर्दे पर टक्कर दी थी। उनकी कॉमेडी ही ऐसी थी कि कोई भी हंसते-हंसते लोटपोट हो जाए। सतीश कौशिक ने जिन भी फिल्मों में काम किया, अपनी एक अलग पहचान बनाई। हास्य अभिनेता के तौर पर उन्हें दो बार फिल्मफेयर अवॉर्ड से भी नवाजा गया था। किरदार के साथ-साथ पर्दे पर उनके कुछ डायलॉग्स भी जबरदस्त हिट रहे। आज 'कॉमेडी किंग' की पहली डेथ एनिवर्सिरी (Satish Kaushik Death Anniversary) पर नजर डालेंगे उनके कुछ मजेदार डायलॉग्स पर।

सतीश कौशिक के मजेदार डायलॉग्स

मिस्टर इंडिया

1987 की हिट फिल्म 'मिस्टर इंडिया' को आज भी बॉलीवुड की बेस्ट मूवीज में से एक माना जाता है। फिल्म में उनका रोल कुक का था। यह छोटा रोल था, लेकिन सतीश ने दमदार एक्टिंग से छोटे से रोल को भी यादगार बना दिया। 

राम लखन

1989 में रिलीज हुई 'राम लखन' हिंदी फिल्मों की सपरहिट फिल्मों में से एक है। इस फिल्म में सतीश कौशिक का रोल ज्यादा लंबा नहीं था। उनका कैरेक्टर अनुपम खेर (Anupam Kher) के साथ दुकान पर काम करने वाले का होता है। एक सीन में वह अनुपम खेर से कहते हैं-

'राम कसम इन दोनों के दोनों ने आपको इंसान से मुर्गा बना दिया, तो फिर आपकी दुकान पर आपके दिए अंडे बेचने पड़ेंगे।'

स्वर्ग

1990 की रिलीजल फिल्म 'स्वर्ग' सीरियस ड्रामा फिल्म है। गोविंदा, जूही चावला और राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) जैसे दिग्गज स्टार्स के बीच सतीश कौशिक की डायलॉग डिलीवरी भी तगड़ी रही। उनके कॉमेडी डायलॉग्स में से फिल्म का एक डायलॉग था-

'एक दूर का चाचा है और एक मुंह बोली भाभी, दूर का चाचा मुझसे दूर ही रहता है और मुंह बोली भाभी मुझे कभी मुंह नहीं लगाती है।'

साजन चले ससुराल

गोविंदा, करिश्मा कपूर (Karisma Kapoor) और तब्बू (Tabu) की ट्राइएंगल कॉमेडी से सजी ये फिल्म 90 के दशक की हिट मूवी है। फिल्म 1996 में रिलीज हुई थी। इस मूवी में सतीश कौशिक के कैरेक्टर का नाम 'मुथुस्वामी' था, जो हिंदी, साउथ एक्सेंट में बोलता था। फिल्म में उनके कई कॉमेडी डायलॉग्स में से एक डायलॉग था-

'हम बहुत बड़ा संगीतकार, कलाकार, लेकिन आजकल एकदम बेकार।'

'हमारा फादर नॉर्थ इंडिया, हमारा मदर साउथ इंडिया, इसलिए हम कम्प्लीट इंडियन।'

दीवाना मस्ताना

1997 में डेविड धवन की निर्देशित फिल्म 'दीवाना मस्ताना' रिलीज हुई थी। इस फिल्म में सतीश कौशिक कॉन्ट्रैक्ट किलर पप्पू पेजर के रोल में नजर आए थे। उनकी डायलॉग डिलिवरी जबरदस्त रही। एक सीन में गोविंदा का किरदार अनिल कपूर की सुपारी देने पहुंचता है। तब 'पप्पू पेजर'कहता है-

'पप्पू पेजर बोल रेला हूं। ए झंटूले झटक, ज्यादा न मटक, और मेरी बात गले में सटक। मुन्नू मोबाइल मेरा छोटा भाई हैंगा। मैं उसका मोटा भाई पप्पू पेजर लाइन पे हूं।'

बड़े मियां छोटे मियां

गोविंदा और अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) की हिट कॉमेडी मूवी रही 'बड़े मियां छोटे मियां' में भी सतीश कौशिक ने काफी एंटरटेन किया। इस मूवी में उन्होंने शराफत अली का रोल प्ले किया था। एक सीन में वह गोविंदा और अमिताभ बच्चन से कहते हैं-

'भैये! बंदे का नाम है शराफत अली। कसम उड़ानझल्ले की पूरे चोर बजार में पिछले 9 साल में शराफत अली ने पैसा नहीं कमाया। लेकिन शराफत से इज्जत बहुत कमाई है।'

परदेसी बाबू

1998 की एक और कॉमेडी ड्रामा फिल्म 'परदेसी बाबू' में भी सतीश कौशिक के उम्दा अभिनय ने लाइमलाइट लूटी थी। इस मूवी में उनके कैरेक्टर का नाम 'हरपाल हैप्पी सिंह' था। फिल्म में उनका स्क्रीन टाइम कम था, मगर थोड़ी सी प्रेजेंस भी उन्होंने वाहवाही लूटी। सतीश के फिल्म से कुछ मजेदार डायलॉग्य हैं-

'ओए, गेस कर, चवन्नी दूंगा।'

'ओए तू रेल गड्डी विच पैदा हुई थी? जब देखो राजधानी एक्सप्रेस की तरह भागती हुई नजर आती है।'

आंटी नंबर 1

'आंटी नंबर 1' गोविंदा की कॉमेडी से सजी फिल्म है। लेकिन इस फिल्म के कुछ हिस्सों में सतीश कौशिक ने भी अपनी कॉमेडी से लोगों को गुदगुदाने का काम किया। एक सीन में सतीश कौशिक का डायलॉग है-

'वैसे तो मैं एक फ्रस्टेड आदमी हूं, मेरी स्टोरी का पता नहीं है, फाइनेंस का ठिकाना नहीं है, हीरो डेट नहीं दे रहा है, हीरोइन कह रही है कि मैं पूरे कपड़े पहनूंगी।'

हद कर दी आपने

'हद कर दी आपने' साल 2000 में रिलीज हुई कॉमेडी फिल्म है। वैसे तो मूवी में गोविंदा के डायलॉग्स और एक्टिंग ने लोगों को खूब हंसाया, लेकिन सतीश कौशिक भी कुछ कम नहीं रहे। उनका एक डायलॉग आज भी काफी पसंद किया जाता है।

'मेरी अपनी खुद की एक पर्सनल बीवी है।'

'मेरा वेट ज्यादा है, तो मेरी बात का भी वेट ज्यादा ही होगा न।'

डबल धमाल

'डबल धमाल' मल्टीस्टारर फिल्म है, जो 2007 में रिलीज हुई थी। इस मूवी में संजय दत्त, रितेश देशमुख, अरशद वारसी, आशीष चौधरी और जावेद जाफरी लीड स्टार थे, मगर बाबा बटानंद स्वामी बने सतीश कौशिक भी किसी से कम नहीं थे। फिल्म में उनके कुछ मजेदार डायलॉग् थे-

'ऐ उजड़ी हुई रियासत के राजकुमार। ऐ हिट फिल्म के फ्लॉप हीरो लोग। ऐ भोजपुरी पिक्चर के ओम पुरी।'

इन फिल्मों के लिए मिला फिल्मफेयर अवॉर्ड

सतीश कौशिक को फिल्म 'राम लखन' के लिए सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिमेता का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था। इसी के साथ उन्हें 'साजन चले ससुराल' के लिए भी हास्य अभिनेता का पुरस्कार मिला था।

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