शाह रुख खान ने कुरान का हवाला देते हुए कहा था- 'इस्लाम में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है'
Shah Rukh khan On Islam सोशल मीडिया पर एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें शाह रुख इस्लाम के बारे में बात करते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने साफ कहा कि इस्लाम में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है
नई दिल्ली, जेएनएन। शाह रुख खान के करोड़ों चाहने वाले हैं। सुपरस्टार बॉलीवुड के सबसे पढ़े लिखे स्टार्स में से एक हैं। किंग खान की हाजिर जवाबी के कायल भी कई है, लोग पसंद करते हैं जैसे शाह रुख मुश्किल से मुश्किल सवाल का जवाब इतने मजेदार तरीके से दे देते हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर शाह रुख खान का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वो बड़े बेबाक तरीके से इस्लाम के बारे में बता रहे हैं।
इस्लाम पर ये बोले शाह रुख खान
बॉलीवुड के 'पठान' इंडस्ट्री के सबसे धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति हैं क्योंकि उनका परिवार इस बात का सबूत है। वह हर धर्म का सम्मान करते हैं। एक थ्रोबैक इंटरव्यू में किंग खान ने इस्लाम की अवधारणा को परिभाषित करते हुए एक बार राजदीप सरदेसाई से कहा था कि इस्लाम में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा, “मैं झूठ नहीं कहूंगा। 2-3 साल पहले मुझसे कोई बोलता था कि जो आतंकवाद है इस्लामिक नेचर में तो मैं उसे इनकार करता था। लेकिन अब मुझे समझ आ गया है।"
वायरल हुआ पुराना वीडियो
"ये आतंकवादी जो इस्लाम फॉलो कर रहे हैं वो हमारा इस्लाम है ही नहीं, वो हमारा धर्म है ही नहीं। क्योंकि एक अल्लाह की आवाज है जो हमारी पवित्र किताब कुरान के अंदर लिखी गई है। अगर हमें अपने इस्लाम का धर्म मान लें तो उसमें कहीं पर भी ऐसा मेंशन नहीं है।” एसआरके ने इसके आगे सूरह अल-माइदा की आयत 32 और 33 को उद्धृत करते हुए इंटरव्यू ले रहे राजीव सरदेसाई को यह समझाते हुए नजर आ रहे हैं कि इस्लाम दया सिखाता है।
"इस्लाम में नहीं है आतंकवाद का कॉन्सेप्ट"
When India’s icon #ShahRukhKhan talked about Islam, Quran and Terrorism in an interview with @sardesairajdeep. Must watch and do share for others.
उन्होंने कहा, "अल्लाह पवित्र कुरान में कहता है कि यदि कोई किसी इंसान को ठीक करता है, तो वह पूरी मानव जाति को ठीक करता है और वह किसी एक इंसान को चोट पहुंचाता है, वह पूरी मानव जाति को चोट पहुंचाता है।" उन्होंने आगे कहा कि अल्लाह ने मुसलमानों को निर्देश दिया है कि इस्लाम के लिए लड़े जाने वाले युद्ध में भी महिलाओं, बच्चों, जानवरों और दुश्मनों की फसलों को नुकसान न पहुंचाएं।"
किंग खान ने किया ये निवेदन
“ये अल्लाह की आवाज है। और दूसरा जो इस्लाम जो ये लोग फॉलो कर रहे हैं- मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि मैं किसी के चोट नहीं पहुंचाना जाना चाहता "वो मुल्ला की जुबानी है।" शाह रुख धर्म के प्रचारकों से दया सिखाने का आग्रह करते नजर आते हैं और कहते हैं कि कोई भी धर्म हमें दूसरों को नुकसान पहुंचाना नहीं सिखाता है।"