'शैतान' का यह राज नहीं जानते होंगे आप, जिसे समझ रहे थे 'देहरादून' वो निकला UK का मशहूर शहर
Ajay Devgn की फिल्म शैतान का बॉक्स ऑफिस पर बोलबाला है। ये फिल्म सिनेमाघरों में 8 मार्च को रिलीज हुई थी। लोग ये जानकर हैरान थे कि अजय देवगन ने एक ही फार्म हाउस पर पूरी फिल्म की शूटिंग कैसे कर ली। बताया जा रहा था कि शैतान में दिखाया गया फार्म हाउस देहरादून का है लेकिन ये फिल्म देहरादून में नहीं बल्कि UK के इस स्टूडियो में शूट हुई।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। बॉलीवुड के कई ऐसे निर्माता है, जो इंडिया के साथ-साथ अपनी जड़ें विदेशों में भी मजबूत कर रहे हैं। कभी खुशी कभी गम से लेकर बेलबॉटम और बड़े मियां छोटे मियां सहित कई हिंदी फिल्मों की शूटिंग इंडिया के अलावा अलग-अलग कंट्रीज में हुई है।
यहां तक कि अजय देवगन की बॉक्स ऑफिस पर तबाही मचा रही फिल्म 'शैतान' की शूटिंग इंडिया में नहीं बल्कि, लंदन में हुई है। अब हाल ही में हिंदी सिनेमा के मशहूर निर्माता और पूजा एंटरटेनमेंट के मालिक, वाशु भगनानी ने अपने सबसे बड़े ड्रीम के बारे में बताते हुए कहा कि वह इंडियन सिनेमा को किस स्तर पर ले जाना चाहते हैं।
UK के इस स्टूडियो में शूट हुई थी 'शैतान'
वाशु भगनानी और जैकी भगनानी के प्रोडक्शन में बनी फिल्म 'बड़े मियां और छोटे मियां' जल्द ही सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है।
यह भी पढ़ें: Shaitaan Worldwide Collection: क्रू के आते ही 'शैतान' ने चली कछुए की चाल, 200 करोड़ से पहले ही हालत खस्ता
हाल ही में वाशु भगनानी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए बताया कि अजय देवगन की शैतान से लेकर बेलबॉटम, मिशन रानीगंज, जैसी बड़ी-बड़ी फिल्में उनके लंदन के स्टूडियों में शूट हुई हैं।निर्माता वाशु भगनानी ने बातचीत करते हुए कहा,
"मैं एक ड्रीमर हूं और 57 साल की उम्र में मैंने ये निर्णय लिया था कि मैं लंदन जाऊंगा और वहां पर अपना स्टूडियो सेटअप करुंगा। कई लोगों को ये नहीं पता है कि मेरा यूके में स्टूडियो है, जहां पर बड़ी-बड़ी फिल्में शूट हुई हैं। शैतान भी 80% वही पर शूट की गयी है। विदेश में पूजा एंटरटेनमेंट स्टूडियो खोलने का मेरा मुख्य मकसद वहां पर मेरे भारतीयों के लिए रोजगार बढ़ाना था, ये मेरा सपना है कि मैं एक अच्छा डिवेलपर बनूं"।
UK में हिंदुस्तान बसाना चाहते हैं निर्माता वाशु भगनानी
वाशु भगनानी ने आगे बातचीत करते हुए कहा, "इंडिया में कभी-कबार मेकर्स को सिक्योरिटी इशू भी फेस करना पड़ता है, क्योंकि सेट पर कई लोग होते हैं। इस कारण कभी-कभी शूट करना मुश्किल हो जाता है।
मैंने Uk में इस स्टूडियो को बनाने में दिल-जान एक कर दी है, जहां आपको सब मिलेगा। साल 1947 से पहले अंग्रेज हमारे यहां भारत में आए थे और अब मुझे उनके यहां पर अपना स्टूडियो बनाकर एक हिंदुस्तान लंदन में बनाना है"।