Shammi Kapoor Death Anniversary: फिल्मों में अपना डांस लेकर आए थे शम्मी कपूर, पढ़िए कहां से मिला उनको ये अंदाज
Shammi Kapoor Death Anniversary शम्मी कपूर ने अपने पांच दशक लम्बे करियर में 200 से अधिक फिल्मों में काम किया। शम्मी कपूर को बॉलीवुड की दुनिया में रोमांस का बादशाह कहा जाता था। उन्होंने अपने अनोखे डांस स्टाइल से अपनी खास पहचान बनाई। दिग्गज अभिनेता ने कभी डांस नहीं सीखा था मगर उनके डांस मूव्स आज भी फेमस हैं और इनका एक अलग अंदाज है।
By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Mon, 14 Aug 2023 11:06 AM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। Shammi Kapoor Death Anniversary: आपने फिल्म 'हंसी तो फंसी' का ये गाना तो सुना ही होगा 'शेक इट लाइक शम्मी'। जब भी उनकी फिल्मों के गाने बजते हैं, हम अपने शरीर को शम्मी स्टाइल में थिरकाए बिना नहीं रह पाते।
'चाहे कोई मुझे जंगली कहे' से लेकर 'बदन पे सितारे' तक, ये गाने शम्मी के डांसिंग स्टाइल के लिए आज भी लोकप्रिय हैं। उनके स्टाइल को कभी रिप्लेस नहीं किया जा सकता है। शम्मी कपूर और उनका आइकॉनिक डांस सबसे अलग और हटकर था।
जब भी कोई शम्मी कपूर को याद करता है, तब उनका डांस स्टाइल जरूर जहन में आता है। दिल खोलकर नाचने का अंदाज, हवा में हाथ फैलाना, संगीत की धुन पर अपना सिर हिलाना और बहुत एनर्जी के साथ कदमों को थिरकाना, यही शम्मी स्टाइल है। शम्मी कपूर का पहला डांस स्टाइल 1957 में नसीर हुसैन द्वारा निर्देशित फिल्म 'तुमसा नहीं देखा' में नजर आया था।
उस दौर की फिल्मों में गाने तो बहुत हुआ करते थे, लेकिन हीरो पर्दे पर नाचने से परहेज करते थे, लेकिन शम्मी कपूर के आने से सब कुछ बदल गया, उनके अभिनय की तो सराहना हुई ही, साथ ही वो अपनी डांसिंग स्टाइल के लिए भी मशहूर हो गए। शम्मी कपूर ने हिंदी फिल्म हीरो की धारणा को उदास और गंभीर से मजेदार और खुशमिजाज में बदल कर रख दिया।
शम्मी कपूर ने डांस कभी नहीं सीखा
बचपन से ही शम्मी डांस के शौकीन थे, लेकिन उन्होंने कभी इसके लिए ट्रेनिंग नहीं ली थी। निर्देशक, अभिनेताओं को डांस सिखाने के लिए कोरियोग्राफरों पर निर्भर रहते थे, मगर शम्मी कपूर पूरी तरह से नैचुरल थे और उन्हें कभी इसकी जरूरत नहीं पड़ी।उन्होंने एक सप्ताह तक टैंगो क्लासेज लेने की भी कोशिश की थी, लेकिन बाद में उन्हें एहसास हुआ कि डांस उनके अंदर से आता है और वह इसके लिए किसी को फॉलो नहीं कर सकते या क्लास लेकर नहीं सीख सकते। उन्हें कोई कोरियोग्राफर नहीं सिखा सकता।
एल्विस प्रेस्ली के फैन थे शम्मी कपूर
उस समय शम्मी भी एल्विस प्रेस्ली के बहुत बड़े फैन हुआ करते थे और उनसे प्रेरित थे। शम्मी को अपने गानों में उनके मशहूर स्टेप्स से प्रेरणा मिलती थी। तीसरी मंजिल के निर्देशक विजय आनंद ने एक बार खुलासा किया था कि शम्मी कपूर ने कभी खुद को डांसर नहीं माना या कभी डांस सीखा ही नहीं, लेकिन जब भी म्यूजिक बजता था तो वह अपने अंदाज में झूमने लगते थे। उनका स्टाइल गाने के सुर-ताल से मेल खाता और उनके गाने देखने लायक बन जाते।डांस और अंदाज से पत्नी गीता को किया इम्प्रेस
उनके पीछे ना सिर्फ इंडस्ट्री और फैंस दीवाने थे, बल्कि शम्मी ने अपनी अदाओं से अपनी पत्नी गीता बाली को भी खूब इम्प्रेस किया था। गीता उस वक्त शम्मी से भी बड़ी स्टार थीं। जब वे रानीखेत में 'रंगीन रातें' (1956) फिल्म की शूटिंग कर रहे थे, तो दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया। गीता को उनका स्वभाव, व्यक्तित्व और निश्चित रूप से उनका एक अलग अंदाज बहुत पसंद आया। शम्मी कपूर के साथ तालमेल बिठाने के लिए मोहम्मद रफी ने गानों में एक अलग ही एनर्जी डाल दी थी। शम्मी पर फिल्माए गए ज्यादातर गाने मोहम्मद रफी ने गाए थे। रफी, जो अपने रोमांटिक गीत और मध्यम लय के लिए जाने जाते थे, उन्होंने शम्मी के लिए अपने अंदाज को उनके मैनेरिज्म के सुर-ताल में ढाल लिया था। रफी ने शम्मी की एनर्जी के साथ अपने स्टाइल को मैच किया और अपने गाने के अंदाज को बदला। देखा जाए तो अपने अन्य गानों से अलग हटकर रफी ने अपनी आवाज को शम्मी के अंदाज से मिलाने की कोशिश की थी। इसे लोकप्रिय गीत 'चाहे कोई मुझे जंगली' में देखा जा सकता है, जहां यह गाना उतना ही एनर्जेटिक है, जितना शम्मी का अंदाज।प्रभुदेवा भी करते हैं शम्मी की डांसिंग स्टाइल की तारीफ
डांसिंग के गुरू कोरियोग्राफर प्रभुदेवा भी शम्मी कपूर की तारीफ करते नहीं थकते। उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में उनके डांस की खूब तारीफ की थी। उन्होंने कहा था-शम्मी का अनोखा अंदाज और उनके स्टेप्स हर जेनरेशन को आकर्षित करने में कामयाब रहा है। भले ही आज वो हमारे बीच ना हों, लेकिन उनके गाने और उनका स्टाइल आज भी लोगों के बीच लोकप्रिय है और यही बात है, जो उन्हें अमर बनाती है।मुझे शम्मी कपूर बहुत पसंद हैं। उनका डांसिंग स्टाइल बेहतरीन था और उनकी एनर्जी बहुत अद्भुत थी। डांस करते वक्त उनके चेहरे की खुशी, उनका स्टाइल और उनके स्टेप्स सब कुछ बेहतरीन होते थे। जब आप उन्हें स्क्रीन पर देखते हैं तो आप अपनी आंखें नहीं हटा सकते और उस फ्रेम में किसी और को नहीं देख सकते।