Amjad Khan Death Anniversary: एक दिन में पीते थे इतने कप चाय, सोचना भी मुश्किल, सेट पर ही बंधवा दी थी भैंस
Amjad Khan Death Anniversary अमजद खान ने अपनी शानदार अदाकारी से दर्शकों का दिल जीता था। कई बेहतरीन फिल्मों के बाद भी उन्हें हमेशा गब्बर सिंह के नाम से जाना और पहचाना जाने लगा। अमजद खान एक्टिंग के जितने शौकीन थे उतने ही चाय के भी। चाय को लेकर उनसे जुड़ा एक मशहूर किस्सा भी है जिसे सुनने के बाद कोई भी हैरानी में पड़ सकता है।
By Karishma LalwaniEdited By: Karishma LalwaniUpdated: Tue, 25 Jul 2023 07:20 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। Amjad Khan Death Anniversary: फिल्मी कहानी विलेन के बिना अधूरी मानी जाती है। जब तक विलेन हीरोइन को परेशान नहीं करेगा और जब तक हीरो से उसकी पिटाई नहीं होगी, तब तक कहानी में मजा नहीं आता। खूंखार खलनायक का यह दौर पुराने जमाने से चलता आ रहा है। फिल्मों में हमने यही देखा है कि नायक, विलेन पर जीत हासिल कर ही लेता है।
पर्दे पर विलेन की लाइफ को देखने में किसी को दिलचस्पी नहीं होती। लेकिन बात जब उनकी असल जिंदगी पर आती है, तो इनके बारे में कुछ ऐसी बातें होती हैं, जिसके बारे में कम ही लोग जानते हैं। बॉलीवुड के खूंखार खलनायकों में अमजद खान (Amjad Khan) का नाम जरूर आता है। 12 नवंबर, 1940 को मुंबई में जन्मे अमजद एक्टर्स के परिवार से आते थे। उनके पिता जयंत खान और इम्तियाज खान भी एक्टिंग किया करते थे।
चाइल्ड एक्टर बनकर की शुरुआत
अमजद खान ने कई फिल्में कीं, लेकिन उनकी पहचान 'शोले' के 'गब्बर सिंह' के तौर पर सबसे ज्यादा बनी। वैसे कम ही लोग यह जानते होंगे कि अमजद ने बतौर बाल कलाकार डेब्यू किया था। उन्होंने अपनी दमदार एक्टिंग से सभी का दिल जीत लिया था। वर्षों तक लोगों का मनोरंजन करने वाले अमजद का आखिरी समय अच्छा नहीं चल रहा था और उन्होंने 27 जुलाई, 1992 को दुनिया को अलविदा कह दिया। उनकी डेथ एनिवर्सरी स्पेशल पर जानेंगे उनसे जुड़ा एक मशहूर किस्सा।(Photo Credit: Mid Day)
तलब ऐसी कि न मिले चाय तो बढ़ जाती थी बेचैनी
अमजद को एक्टिंग का जितना शौक था, उतना ही चाय पीने का भी। एक दिन में वह 20 से ज्यादा कप चाय के खत्म कर लेते थे। जी हां, यह सुनने में अटपटा लगता है, लेकिन उन्हें चाय की तलब ही इतनी ज्यादा थी कि इसके बिना उनका जीना मुमकिन सा नहीं लगता था। कहा जाता है कि अमजद एक दिन में 30 से 40 कप चाय पी जाते थे। अगर चाय न मिले तो बेचैन हो जाते थे। इस सिलसिले में उनका एक काफी मशहूर किस्सा है। जब उन्हें चाय नहीं मिली थी, तो हैरान कर देने वाला कदम उठाया था।