Sholay के 'रहीम चाचा' ने 52 साल की उम्र में किया था डेब्यू, Rajesh Khanna के साथ कीं सबसे ज्यादा फिल्में
हिंदी सिनेमा में ऐसे कई कलाकार हुए हैं जिन्होंने जीवन भर चरित्र किरदार निभाये और अपनी अदाकारी से कई पीढ़ियों को प्रभावित किया। इन्हीं में से एक हैं एक हंगल जिन्होंने 200 से ज्यादा फिल्मों में अलग-अलग रोल निभाये थे। उनकी फिल्मी यात्रा कमाल की रही है। जिस उम्र में लोग रिटायरमेंट के बारे में सोचने लगते हैं एके हंगल का फिल्मी सफर शुरू हुआ था।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। हिंदी सिनेमा में ऐसे कई कलाकार हुए हैं, जिन्होंने पर्दे पर आजादी की लड़ाई लड़ी और देश के लिए कुर्बानी दी, मगर कम ही अभिनेता ऐसे रहे हैं, जिन्होंने हकीकत में अंग्रेजी हुकूमत से लड़ने का दम दिखाया हो।
एके हंगल ऐसे ही कलाकारों में शामिल हैं, जो फिल्मों में आने से पहले आजादी की लड़ाई में हिस्सा ले चुके थे। 1929 से आजादी मिलने तक स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रहे हंगल 1936 में पेशावर में थिएटर से जुड़ गये थे और कई नाटकों में शामिल हुए।
राज कपूर के साथ किया डेब्यू
आजादी के बाद एक हंगल मुंबई शिफ्ट हो गये, जहां बलराज साहनी और कैफी आजमी के साथ इप्टा से जुड़ गये। 1965 तक थिएटर में काम करने के बाद 1966 में उन्होंने राज कपूर की फिल्म तीसरी कसम से सिनेमा की दुनिया में करियर शुरू किया था।यह भी पढ़ें: सिनेमा के दिग्गजों ने विभाजन के बाद मुंबई को बनाया अपनी कर्मभूमि, दंगों के कारण छोड़ना पड़ा था घर
फिल्म में वो राज कपूर के बड़े भाई बने थे। इसके बाद हिंदी सिनेमा का ऐसा चेहरा बन गये, जो अपने सहज और सरल अभिनय के लिए मशहूर था। दिलचस्प पहलू यह है कि फिल्मों में डेब्यू के समय उनकी उम्र 52 साल हो चुकी थी। कलाकारों की कई पीढ़ियों के साथ काम कर चुके एक हंगल सत्तर और अस्सी के दौर में कई कालजयी फिल्मों का हिस्सा बने। उन्होंने सबसे ज्यादा 16 फिल्में राजेश खन्ना के साथ की थीं।
दोनों की पहली फिल्म बावर्जी थी, जो 1972 में रिलीज हुई थी। ऋषिकेश मुखर्जी निर्देशित फिल्म में एके हंगल ने उस परिवार के बड़े बेटे का रोल निभाया था, जिसमें राजेश खन्ना बावर्ची बनकर जाते हैं।