Mukesh 100th Birth Anniversary हिंदी सिनेमा के मशहूर सिंगर मुकेश के गानों को आज कौन नहीं जानता। उनके गाने आज भी सदाबहार हैं। हिंदी सिनेमा में उनका अतुलनीय योगदान रहा है। उन्होंने अपनी आवाज से लोगों के दिलों पर राज किया। मुकेश का जन्म 22 जुलाई 1923 में दिल्ली में हुआ था। आवारा हूँ कहीं दूर सावन का महीना जीना यहां मारना यहां जैसे गाने आज भी हैं मशहूर।
By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Sat, 22 Jul 2023 11:17 AM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन।Mukesh Birth Anniversary हिंदी सिनेमा को अपने सुरों से सजाने वाले सिंगर मुकेश के सदाबहार गाने आज भी जब हमारे कानों तक पहुंचते हैं तो लगता है, दिल को चैन और मन को सुकून मिल गया।
22 जुलाई 1923 को दिल्ली में जन्मे
मुकेश चंद माथुर ने अपनी आवाज से सिनेमाई संगीत को नई पहचान दी। दिलों का जुड़ना हो या बिछड़ना, मुकेश के गाये गीतों की कशिश आज भी वैसी ही है। कहीं जीवन का फलसफा भी है। उनके कुछ यादगार गीत-
आवारा हूं
मुकेश का सबसे चर्चित गीत ‘आवारा हूं’ सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में आज भी मशहूर है। फिल्म आवारा के इस टाइटल गीत को कई विदेशी भाषाओं में बनाया गया था। 2013 में
बीबीसी के एक पोल में इस गाने को ग्रेटेस्ट बॉलीवुड सॉन्ग ऑफ ऑल टाइम लिस्ट में दूसरा स्थान मिला था।
जीना यहां मारना यहां
आज भी जब यह गीत हमारे कानों तक पहुंचता है तो आत्मा को छू जाता है। ‘जीना यहां मारना यहां’, मुकेश के बेहतरीन गानों में से एक रहा है। मेरा नाम जोकर राजकपूर की फ्लॉप फिल्मों में से एक है, मगर इसका संगीत हिट रहा था।
सुहाना सफर
मुकेश ज्यादतर राज कपूर जी को आवाज देने के लिए मशहूर थे, लेकिन उन्होंने दिलीप कुमार के साथ भी कई हिट गाने दिए थे। इनमें से एक था ‘मधुमती’ फिल्म का गाना ‘सुहाना सफर’। आज भी किसी सफर में निकलो तो ये गाना अपने आप जुबान पर आ ही जाता है।
सावन का महीना
वेटरन एक्ट्रेस नूतन और सुनील दत्त पर फिल्माया गया ये गाना, मुकेश और लता मंगेशकर की खूबसूरत जुगलबंदी के लिए जाना जाता है। ये गाना आज भी जब बजता है तो लोग अपने आप ही ‘सोर’ और ‘शोर’ के लाइन को बार-बार गाने लगते हैं।
कहीं दूर
‘आनंद’ फिल्म का यह क्लासिक गीत राजेश खन्ना पर फिल्माया गया था। गाने के बोल लिखे थे योगेश ने और कम्पोज किया था सलिल चौधरी ने। ऐसा लगता है यह गीत भावनाओं का समुंदर है, जिसे सिर्फ मुकेश ही अपनी आवाज से सजा सकते थे।