'जब मौत के करीब थी तब भविष्य नहीं दिख रहा था', कैंसर के बाद सोनाली बेंद्रे के लिए खास बन गई फिल्म इंडस्ट्री
कैंसर मुक्त होने के बाद एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे (Sonali Bendre) काम पर लौट आईं। तीन मई से जी5 पर शुरू होने वाली वेब सीरीज द ब्रोकन न्यूज के दूसरे सीजन में वह फिर नजर आएंगी। इस बार प्रिंट के बाद कहानी न्यूज चैनल के बारे में होगी। सोनाली से उनकी इस वेब सीरीज डिजिटल प्लेटफार्म पर मिल रहे मौकों और फिल्म सरफरोश की यादों पर खास बातचीत.....
प्रियंका सिंह, मुंबई। अभिनय से सोनाली बेंद्रे को तब और प्यार हो गया, जब साल 2018 में वह कैंसर से जूझ रही थीं। कैंसर मुक्त होने के बाद सोनाली काम पर लौट आईं। तीन मई से जी5 पर शुरू होने वाली वेब सीरीज द ब्रोकन न्यूज के दूसरे सीजन में वह फिर नजर आएंगी। सोनाली से उनकी इस वेब सीरीज, डिजिटल प्लेटफार्म पर मिल रहे मौकों और फिल्म सरफरोश की यादों पर खास बातचीत.....
यह भी पढ़ें- Priyanka Chopra के परिवार ने किराये पर दिया पुणे वाला बंगला, हर महीने इतने लाख का मिलेगा भुगतान, चौंका देगी रकम
आप अपने काम के प्रति काफी समर्पित रही हैं। क्या यही इस अनिश्चित इंडस्ट्री में लंबे समय तक टिके रहने का मंत्र है?
मेरी परवरिश ही ऐसे परिवार में हुई है, जहां यही सिखाया गया है कि आप जो भी करें, उसे पूरी शिद्दत से करें। अगर काम ले लिया है, तो उसे अंजाम तक पहुंचाएं। मैं तो इस बात के लिए आभारी हूं कि मुझे इस उम्र में भी काम मिल रहा है।लेकिन कभी ऐसी परिस्थिति में भी तो रही होंगी, जहां काम हाथ में लेने के बाद समझ आया होगा कि यह वैसा काम नहीं है, जैसा सोचा था। तब क्या किया ?
मैं जीवन में हमेशा एक ही नीति पर चली हूं कि अगर मैंने अपनी जुबान दे दी है, तो उस काम को पूरा करती हूं। अगर हां करने के बाद वह काम नहीं पसंद आता है, तो बस सारी डेट्स उस काम को देकर उसे जल्दी खत्म करती हूं।उम्र को अपना लेना कलाकार को संतुष्ट रखता है ?
हां, क्योंकि जो हो चुका है, उसके पीछे भागने का कोई मतलब नहीं है। सच यही है कि उम्र को कोई रोक नहीं सकता है। मुझे किसी ने एक खूबसूरत लाइन कही थी कि आपका शरीर एक उम्र तक बढ़ता है । उसके बाद आप एक-एक कदम अपने अंत की ओर बढ़ते हैं। उम्र बढ़ना इसी प्रक्रिया का हिस्सा है । अगर उसे अस्वीकार करेंगे और सोचेंगे कि मेरी त्वचा 20 साल जैसी ही लगे, तो नाखुश ही रहेंगे। मैं जब 20 साल की थी, तो उसकी उत्सुकता अलग थी, शादी हुई, मां बनी, तो अलग थी। हर पड़ाव पर नई चुनौतियां होती हैं। उम्र को अपनाएंगे, तो संतुष्ट रहेंगे।