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श्रीदेवी का एहसान कभी नहीं उतार पाएंगी 90 के दशक की ये 5 अभिनेत्रियां

नब्बे के दशक की एक और दीवा जूही चावला श्रीदेवी के साथ स्पेशल बांड शेयर करती थीं। जूही ने तो हिंदी सिनेमा में अपना करियर श्रीदेवी के साथ ही शुरू किया था।

By Manoj VashisthEdited By: Updated: Sat, 03 Mar 2018 11:10 AM (IST)
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श्रीदेवी का एहसान कभी नहीं उतार पाएंगी 90 के दशक की ये 5 अभिनेत्रियां
मुंबई। हिंदी सिनेमा की चांदनी चली गयी है और अपने चाहने वालों को गहरे सदमे में छोड़ गयी है। श्रीदेवी के अकस्मात् चले जाने से हर कोई स्तब्ध है। यक़ीन नहीं हो रहा कि 54 साल की उम्र में श्रीदेवी हमारे बीच नहीं रहीं।

कुछ यही बेयक़ीनी का आलम बॉलीवुड में उन एक्ट्रेसेज़ के बीच पसरा है, जिन्होंने नब्बे के दशक की शुरुआत में बॉलीवुड में अपना करियर शुरू किया था और श्रीदेवी की आभा और स्टारडम को क़रीब से महसूस किया था। हालांकि इस दौर तक आते-आते बॉक्स ऑफ़िस पर श्रीदेवी की पकड़ ढीली पड़ने लगी थी, मगर उनकी विरासत किसी ख़त्म ना होने वाले ख़ज़ाने की तरह नए ज़माने की हीरोइनों के सामने बिखरी पड़ी थी।

रवीना टंडन

1994 की फ़िल्म लाड़ला में श्रीदेवी का सामना करने वाली रवीना टंडन श्री के जाने से गहरे सदमे में हैं। रवीना ने अपना दु:ख व्यक्त करते हुए ट्विटर पर लिखा- जागने के बाद से गहरे सदमे और अविश्वास से घिरी हूं। दु:खद ख़बर। मेरे पास शब्द नहीं हैं, इसे बयां नहीं कर सकती। आख़िर क्यों? इतनी जल्दी चली गयीं, श्री, बोनी जी, जाह्नवी और खुशी के लिए मेरा दिल परेशान हो रहा है। संवेदनाएं और प्रार्थनाएं। 

रवीना टंडन की किस्मत थी कि लाड़ला में उन्हें श्रीदेवी की को-स्टार बनने का मौक़ा मिला। दरअसल, निर्देशक राज कंवर ने श्रीदेवी वाले किरदार के लिए पहले दिव्या भारती को चुना था। उनके साथ फ़िल्म का काफ़ी हिस्सा शूट कर लिया था, मगर 1993 में दिव्या भारती की मौत के बाद राज कंवर ने उनकी जगह श्रीदेवी को लेकर फ़िल्म फिर से शूट की। फ़िल्म में अनिल कपूर लीड रोल में थे।

  • रवीना टंडन के करियर की हिट फ़िल्म मोहरा सबसे पहले श्रीदेवी को ऑफ़र हुई थी, जिसे उन्होंने रिजेक्ट कर दिया। इसके बाद ये फ़िल्म दिव्या भारती के पास गयी, मगर उनकी आकस्मिक मौत के बाद रवीना मोहरा की हीरोइन बनीं। 
माधुरी दीक्षित

नब्बे का दशक माधुरी दीक्षित के नाम रहा। श्रीदेवी के स्टारडम की उत्तराधिकारी माधुरी बनीं। स्टारडम के अपने कुछ क़ायदे-क़ानून होते हैं, लिहाज़ा माधुरी ने श्रीदेवी के साथ कभी काम तो नहीं किया, मगर उनकी समसामयिक होने की वजह से उस कमी को महसूस ज़रूर कर सकती हैं। माधुरी ने लिखा है- श्रीदेवी के गुज़रने की दु:खद ख़बर के साथ जागी हूं। मैं परिवार के बारे में सोच रही हूं। एक हुनरमंद शख़्स दुनिया से चला गया है, जिसने फ़िल्मों के ज़रिए ेक बड़ी विरासत छोड़ी है।

माधुरी और श्रीदेवी ने भले की साथ काम ना किया हो, मगर उनके देवर अनिल कपूर के साथ नब्बे के दशक में माधुरी की जोड़ी काफ़ी हिट रही थी। वहीं बोनी कपूर की फ़िल्म पुकार में माधुरी ने फीमेल लीड रोल निभाया था।

  • 1992 में आयी बेटा वो फ़िल्म है, जिसने माधुरी दीक्षित को धक-धक गर्ल के रूप में पहचान दी। कम लोग जानते होंगे कि ये फ़िल्म श्रीदेवी को ध्यान में रखकर लिखी गयी थी, मगर उस वक़्त श्री के पास काफ़ी काम था और वो अनिल कपूर के साथ पहले की कई फ़िल्में कर रही थीं, लिहाज़ा श्रीदेवी ने फ़िल्म ठुकरा दी, जो माधुरी की झोली में चली गयी।
जूही चावला

नब्बे के दशक की एक और दीवा जूही चावला श्रीदेवी के साथ स्पेशल बांड शेयर करती थीं। जूही ने तो हिंदी सिनेमा में अपना करियर श्रीदेवी के साथ ही शुरू किया था। सल्तनत में श्रीदेवी सनी देओल के अपोज़िट फीमेल लीड रोल में थीं, जबकि जूही करण कपूर की प्रेमिका के रोल में सेकंड फीमेल लीड थीं। इसके बाद श्रीदेवी के करियर की यादगार फ़िल्मों में से एक चांदनी में भी जूही ने अहम रोल प्ले किया था। इस कनेक्शन की रौशनी में जूही चावला का ग़म समझा जा सकता है। जूही ने ट्विटर पर लिखा- यक़ीन नहीं हो रहा। जागते ही ख़बर सुनी। ये दु:खद और सदमा देने वाला है। मैं श्री जी की हमेशा से फैन रही हूं। ये जीवन कितना कमज़ोर है, जिसे हम संजीदगी से नहीं लेते। जूही आगे खुलासा करती हैं कि जब उन्होंने अपनी बेटी का नाम जाह्नवी रखा, तो मैंने श्री जी को फोन किया था और उन्हें बताया था कि अपनी बेटी का भी यही नाम रखा है। श्रीदेवी की चांदनी, चालबाज़, मिस्टर इंडिया और लम्हे जूही की पसंदीदा फ़िल्में हैं।

जूही चावला और श्रीदेवी में एक और कनेक्शन है। 

  • 1993 में आयी डर में किरन के रोल के लिए यश चोपड़ा ने सबसे पहले श्रीदेवी को एप्रोच किया था, मगर उन्हें जमा नहीं। बाद में फ़िल्म जूही के पास चली गयी। आईना के साथ भी ऐसा ही हुआ, जिसमें जूही वाले रोल के लिए श्रीदेवी से संपर्क किया गया था।
शिल्पा शेट्टी व काजोल

शिल्पा शेट्टी ने नब्बे के शुरुआती सालों में फ़िल्मी करियर शुरू किया था। श्रीदेवी की ख़ूबसूरती और अदाकारी से वो ख़ुद भी प्रभावित रही हैं। दोनों ने फ़िल्में भले ही साथ नहीं कीं, लेकिन इन दिनों वो श्रीदेवी के साथ अक्सर नज़र आती रही हैं। शिल्पा उनके जाने से स्तब्ध हैं, लिखती हैं- मैं सदमे में हूं और इस दिल तोड़ने वाली ख़बर से उबर नहीं पा रही। कितनी ख़ूबसूरत शख़्सियत थीं। आपकी बहुत याद आएगी।

नब्बे के दशक की बेहतरीन अभिनेत्रियों में शामिल काजोल ने शिल्पा के साथ ही अपना बॉलीवुड करियर शुरू किया था। काजोल भी श्रीदेवी के निधन से हैरान और दुखी हैं। उन्होंने लिखा- हैरान और सदमे में हूं। अ भी भी उन्हें हंसते हुए बातें करते हुए देख रही हूं। शानदार अभिनेत्री। ख़ुद में अभिनय का एक स्कूल। उनसे बहुत कुछ सीखा है। यक़ीन नहीं हो रहा। बड़ा नुक़सान। 

  • बाज़ीगर में फीमेल लीड के लिए अब्बास-मस्तान की पहली पसंद श्रीदेवी थीं, जो जुड़वां बहनों के रोल निभातीं, मगर फिर निर्देशकों को लगा कि अगर उन्होंने शाह रुख़ के हाथों श्रीदेवी को मरवा दिया, तो दर्शकों की सहानुभूति उन्हें नहीं मिलेगी। लिहाज़ा श्रीदेवी के डबल रोल्स की जगह काजोल और शिल्पा शेट्टी को मौक़ा मिला।