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मोहम्मद यूनुस के बयान पर भड़के सुदीप्तो सेन, कहा- रबींद्रनाथ ठाकुर की मूर्ति तोड़े जाने पर क्यों थे चुप?

बांग्लादेश में हुए तख्तापलट की चर्चा हर ओर है। वहां अंतरिम सरकार का गठन हो चुका है जिसके प्रमुख मोहम्मद यूनुस हैं। उन्होंने हाल ही में एक बयान दिया जिसमें प्रदर्शन करने वाले छात्रों की तारीफ की। उनके बयान पर कुछ पुराने मुद्दे उठाते हुए द केरल स्टोरी और द नक्सल स्टोरी के डायरेक्टर सुदिप्तो सेन ने कटाक्ष किया है।

By Karishma Lalwani Edited By: Karishma Lalwani Updated: Tue, 13 Aug 2024 12:25 PM (IST)
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मोहम्मद युनूस और सुदिप्तो सेन. फोटो क्रेडिट- इंस्टाग्राम

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश का मुद्दा इन दिनों सुर्खियों में है। शेख हसीना सरकार के तख्तापलट होने के बाद हिंसा में कई लोगों की जान चली गई। कई हिंदुओं के घरों को जलाया गया। बांग्लादेश में हुई हिंसा के बाद शेख हसीना के देश छोड़ चुकी हैं। इस बीच बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हुआ।

नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश की सत्ता संभाल रहे हैं। उन्होंने हाल ही में एक बयान दिया, जिस पर 'द केरल स्टोरी' के डायरेक्टर सुदिप्तो सेन (Sudipto Sen) ने कटाक्ष किया है।

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने कहा कि शेख हसीना के करीबी अधिकारियों के इस्तीफे वैध हैं। बांग्लादेश में आरक्षण प्रणाली को लेकर शेख हसीना सरकार के खिलाफ छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। इसे देखते हुए कई अधिकारियों को पद छोड़ने का अल्टीमेटम दिया गया, जिसके बाद कई इस्तीफे सामने आए।

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मोहम्मद यूनुस ने की छात्रों की तारीफ

प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस ने छात्रों की। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स के नेतृत्व में ऐसी क्रांति आई, जिसने शेख हसीना सरकार का तख्तापलट कर दिया। उन्होंने कहा कि अंतरिम सरकार का ये पद इसलिए स्वीकार किया क्योंकि आंदोलनकारी छात्रों ने कहा कि वह एकमात्र व्यक्ति हैं, जिन पर भरोसा किया जा सकता है। 

मोहम्मद यूनुस ने कहा, ''यह मेरा सपना नहीं है, यह उनका सपना है। इसलिए मैं इसे सच करने में उनकी मदद कर रहा हूं।'' उनके इस बयान पर फिल्ममेकर सुदिप्तो सेन ने उन्हें तगड़ा जवाब दिया है। 

'द केरल स्टोरी' डायरेक्टर ने मोहम्मद यूनुस उन चीजों की याद दिलाई, जिसके बारे में उन्होंने शायद ही बात की हो। उन्होंने ट्वीट किया, 'यूनुस साहब- आपने अभी तक 1972 के ऐतिहासिक स्मारक, रबींद्रनाथ ठाकुर और बंगबंधु मुजीबुर रहमान की मूर्तियों को तोड़े जाने की निंदा नहीं की है! मैं नहीं मानता कि छात्र अपराधी हैं - फिर भी, अगर ये उन्होंने किया है, तो - आप राक्षसों के एक समूह का नेतृत्व कर रहे हैं, जो बांग्लादेश को बर्बाद करने के लिए सड़क पर हैं - जो 'सोनार बांग्ला' को खून के प्यासे और तालिबानी अराजकता में बदलने वाले हैं।'

इसके पहले कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने शेख हसीना के भारत छोड़ने पर अपनी बात रखी थी। उन्होंने मामले पर कमेंट करते हुए कहा था कि मुस्लिम कहीं सुरक्षित नहीं हैं। हम खुशनसीब हैं कि हम राम राज्य में हैं।

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