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Betaab: 40 साल पहले भी सनी देओल ने बॉक्स ऑफिस पर मचाया था गदर, फिल्म के टाइटल पर पड़ा कश्मीर की इस घाटी का नाम

Sunny Deol Betaab हिंदी सिनेमा के दमदार कलाकार सनी देओल की फिल्म बेताब अपने आप में एक बेहद खास फिल्म है। आज हमारे हिट फिल्म सुपरहिट किस्से सीरीज  में हम डायरेक्टर राहुल रवैल की बेताब के बारे में जिक्र करने जा रहे हैं। इस लेख में बेताब से जुड़े अनसुने किस्सों के बारे में विस्तार से आपको जानकारी दी जाएगी।

By Ashish RajendraEdited By: Ashish RajendraUpdated: Thu, 05 Oct 2023 09:04 PM (IST)
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बेताब के अनसुने किस्से (Photo Credit-Jagran)
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Sunny Deol Debut Movie Betaab: साल 1983 में हिंदी सिनेमा के दमदार कलाकार सनी देओल ने डायरेक्टर राहुल रवैल की फिल्म 'बेताब' से बॉलीवुड इंडस्ट्री में डेब्यू किया। सनी के अलावा बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस अमृता सिंह ने भी 'बेताब' से सिनेमा जगत में कदम रखा।

आज हम आपके लिए हमारी सीरीज ''हिट फिल्में, सुपरहिट किस्से'' में सनी देओल की 'बेताब' के बारे में विस्तार में बात करने जा रहे हैं। इस फिल्म से जुड़े कई ऐसे अनसुने तथ्य आपके सामने सामने पेश किए जाएंगे, जिनको शायद ही कभी आपने पढ़ा और सुना होगा। चलिए फिर शुरू करते हैं 'बेताब' की बेबाक कहानी।

सनी देओल और अमृता सिंह का डेब्यू

80 के दशक में डायरेक्टर राहुल रवैल के निर्देशन में फिल्म 'बेताब' की नींव रखी गई। सनी देओल के पिता धर्मेंद्र ने इस फिल्म के जरिए अपने बड़े बेटे सनी देओल को हिंदी सिनेमा में लॉन्च करने की जिम्मेदारी उठाई, जिसके चलते विक्रम सिंह दहल के साथ धर्मेंद्र ने 'बेताब' में बतौर निर्माता काम किया।

इस फिल्म को लेकर बॉलीवुड हंगामा से बातचीत करते हुआ बताया था- ''मैंने राहुल से सिर्फ इतनी सी बात कही, हमको ऐसी फिल्म बनानी है, जो लंबे अरसे तक लोगों को याद रहे।'' आलम ये रहा कि 'बेताब' के जरिए सनी देओल को सिनेमा जगत में पर्दापण हुआ और फिल्म सफल रही।

'बेताब' में ऐसे हुई अमृता सिंह की एंट्री

राहुल रवैल और धर्मेंद्र ने जब सनी देओल को लॉन्च करने के लिए 'बेताब' की तैयारी शुरू की तो सबसे बड़ा सवाल ये था कि उनके साथ किस एक्ट्रेस को रखा जाए। चूंकि 'बेताब' सनी की पहली फिल्म होने वाली थी, तो धर्मेंद्र के मानना था कि इस मूवी में एक्ट्रेस भी फ्रेश फेस होनी चाहिए।

इसके बाद इस मूवी के लिए एक्ट्रेस की तलाश शुरू हुई और कई लड़कियों के इस फिल्म के लिए ऑडिशन भी लिए गए, लेकिन मेकर्स को सनी के साथ कोई एक्ट्रेस नहीं मिल सकी।

फिर एक दिन धर्मेंद्र और राहुल की नजर तत्कालीन राजनेता संजय गांधी की सहयोगी रुखसाना सुल्तान और सुखविंदर सिंह विर्क की बेटी अमृता सिंह पर पड़ी। अमृता की खूबसूरती ने मेकर्स को आकर्षित किया और आखिर में अमृता को बेताब के लिए साइन किया गया।

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फिल्म के नाम से मशहूर है कश्मीर की ये घाटी

फिल्म की लीड स्टारकास्ट फाइनल होने के बाद धरती का स्वर्ग कश्मीर के पहलगाम से 7 किलोमीटर दूर शेषनाग झील के स्थान से मशहूर एक घाटी में 'बेताब' की शूटिंग हुई।  

पहाडों और वनस्पतियों से घिरीं ये हरियाली घाटी सनी देओल की इस फिल्म के बाद 'बेताब' घाटी के नाम से मशहूर हो गई। मौजूदा समय में कश्मीर की ये बेताब घाटी घूमने के लिए पर्यटकों का फेवरेट पैलेस बन गई है। हर साल हजारों की तादाद में  सैलानी यहां वेकेशन मनाने आते हैं।

कैसी है 'बेताब' की कहानी

हिंदी सिनेमा की पारंपरिक लव स्टोरी की कहानी को फिल्म 'बेताब' में भी दिखाया गया। फिल्म में सनी देओल ने 'सनी' और अमृता सिंह ने 'रोमा' का किरदार किया। जबकि रोमा के पिता 'दिनेश सिंह' की भूमिका को दिग्गज कलाकार शम्मी कपूर ने बखूबी अदा किया।

सनी एक गरीब परिवार का लड़का होता है, जबकि रोमा एक अमीर शहजादी। शुरुआत में ये दोनों एक दूसरे को पसंद नहीं करते हैं, फिल्म कहानी में कैसे मोड़ आता है और क्यों रोमा का पिता सनी को नापसंद करता है। इसके लिए आपको ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर मौजूद 'बेताब' को देखना होगा।  इस फिल्म की कहानी को लेखक जावेद अख्तर ने शानदार तरीके से लिखा है।

बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट फिल्म के साथ सनी देओल ने खोला खाता

'बेताब' से सनी देओल का डेब्यू धमाकेदार रहा और फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई। बॉलीवुड हंगामा की रिपोर्ट के अनुसार 40 साल पहले आई 'बेताब' ने उस दौरान बॉक्स ऑफिस पर करीब 6 करोड़ से ज्यादा की कमाई की थी। ये आंकड़ा उस समय के हिसाब से बेहद शानदार कलेक्शन माना जाता है, क्योंकि उस समय अगर कोई फिल्म 1 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन करती तो उसे हिट मूवी की लिस्ट में शुमार रखा जाता था।

इन फिल्मों से आगे निकली 'बेताब'

साल 1983 में हिंदी सिनेमा की कई बड़ी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हुईं। जिसमें जितेंद्र की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'हिम्मतवाला' का नाम भी शामिल है। इसके अलावा अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी की 'अंधा कानून, जैकी श्रॉफ की हीरो और बिग बी की कुली' जैसी बड़ी फिल्में भी रिलीज की गईं। ऐसे में 'बेताब' ने इन सभी को फिल्मों को पछाड़ कर 'हिम्मतवाला' के बाद उस साल दूसरी सबसे सफल फिल्म का दर्जा अपने नाम किया।

'बेताब' के गानों ने फूंकी फिल्म में जान

फिल्म 'बेताब' की कहानी के साथ-साथ इसके गानों ने उस दौरान संगीत के दीवानों को एक शानदार अनुभव का तोहफा दिया। हिंदी सिनेमा के मशहूर म्यूजिक कंपोजर आर डी बर्मन ने बखूबी तरीके से फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर की भूमिका को अदा किया।

इतना ही नहीं बॉलीवुड सिंगर शब्बीर रहमान और लता जी की आवाज में बेताब के मोस्ट पॉपुलर सॉन्ग 'जब हम जवां होंगे' को लोग आज भी सुनना पसंद करते हैं। इसके अलावा मूवी में कई और शानदार गाने भी मौजूद रहे।  

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