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The Kashmir Files Vulgar Row: द कश्मीर फाइल्स को 'वल्गर' बता कानूनी पचड़े में फंसे नदाव लपिड, दर्ज हुई शिकायत

Delhi based Lawyer Files Police Complaint Against Nadav Lapid गोवा में आयोजित हुए IFFI 2022 के समापन समारोह के दौरान नदाव लपिड ने कश्मीरी पंडितो के नरसंहार पर बनी द कश्मीर फाइल्स को प्रोपेगेंडा कहते हुए वल्गर फिल्म बताया था। अब उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज हो गई है।

By Vaishali ChandraEdited By: Updated: Tue, 29 Nov 2022 03:28 PM (IST)
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Delhi based Lawyer Files Police Complaint Against Nadav Lapid, Instagram
नई दिल्ली, जेएनएन। Delhi based Lawyer Files Police Complaint Against Nadav Lapid: IFFI 2022 के ज्यूरी चेयरमैन नदाव लपिड को द कश्मीर फाइल्स को प्रोपेगेंडा फिल्म बताना भारी पड़ रहा है। पहले ही वह सोशल मीडिया पर भारी विरोध झेल रहे हैं, अब कानूनी पचड़े में भी फंसते हुए नजर आ रहे हैं क्योंकि नदाव लपिड के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज हो गई है।

सुप्रीम कोर्ट के वकील ने दर्ज कराई शिकायत

गोवा में आयोजित हुए IFFI 2022 के समापन समारोह के दौरान नदाव लपिड ने कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर बनी द कश्मीर फाइल्स को नदाव लपिड ने प्रोपेगेंडा कहते हुए वल्गर फिल्म बताया था। न्यूज एजेंसी आईएएनएस की खबर के अनुसार, लपिड के इस बयान से आहत होकर सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे वकील विनीत जिंदल ने मंगलवार को उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में विनीत ने नदाव लपिड पर आरोप लगाया है कि फिल्म द कश्मीर फाइल्स को अश्लील और दुष्प्रचार कहकर कश्मीर में किए गए हिंदू समुदाय के बलिदान को कथित रूप से उन्होंने गाली दी है। उन्होंने कहा कि लपिड का बयान पूरी तरह से तोड़-मरोड़ कर और हिंदू समुदाय को भड़काने के इरादे के साथ पेश किया गया है।

कश्मीर में हिंदुओं के बलिदान को दी गाली

विनीत जिंदल ने अपनी शिकायत में कहा, "कश्मीर में हुए इस्लामिक आतंकवादियों द्वारा हिंदू नरसंहार की सच्ची कहानी पर आधारित एक फिल्म को प्रचार और अश्लील बताकर वह कश्मीर में हिंदुओं के बलिदान को गाली दे रहे हैं और हिंदू समुदाय को निशाना बना रहे हैं और हमारे देश में नफरत फैला रहे हैं।"

नदाव लपिड का विवादित बयान

IFFI के क्लोजिंग सेरेमनी पर नदाव लपिड ने द कश्मीर फाइल्स को लेकर कहा, “अंतरराष्ट्रीय कंपटीशन के लिए 15 फिल्में थीं। 14 फिल्म कला के लिहाज से उत्कृष्ट थीं, लेकिन 15वीं फिल्म द कश्मीर फाइल्स थी जिसे देख कर पूरी ज्यूरी विचलित और स्तब्ध थी और हम सबने माना कि वो एक प्रोपेगेंडा वल्गर फिल्म थी, जिसे IFFI में नहीं होना चाहिए था।"