The Kerala Story को पश्चिम बंगाल में ना दिखाए जाने पर बोले विपुल शाह- 'मैं पार्टी के गुंडों से नहीं लड़ सकता'
The Kerala Story विवादों में घिरी द केरल स्टोरी को रिलीज के बाद कुछ राज्य सरकारों ने बैन कर दिया था। हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट ने बैन को हटा दिया और स्क्रीनिंग का आदेश दिया। वहीं अब इस पूरे मुद्दे पर विपुल शाह ने बात की है।
क्या बोले विपुल शाह ?
विपुल शाह ने डीएनए के साथ बातचीत में कहा कि द केरल स्टोरी की स्क्रीनिंग के लिए वो जो कुछ भी कानूनी के दायरे में रहकर कर सकते थे, सब कुछ कर चुके हैं। अब वो सड़क पर उतरकर पार्टी के गुंडों से तो नहीं लड़ सकते।स्क्रीनिंग रोकने वाली सरकार के खिलाफ हो कार्रवाई
विपुल शाह ने कहा, "कानून के तहत हम जो कुछ भी कर सकते थे, हमने किया। इस देश में सुप्रीम कोर्ट से ऊपर कुछ भी नहीं है। अब, हम SC से अनुरोध करेंगे कि वह इन सरकारों के खिलाफ खुद कार्रवाई करे और यह सुनिश्चित करे कि इतनी कड़ी सजा दी जाए कि भविष्य में कोई ऐसा न करे। सुप्रीम कोर्ट ने बैन हटा लिया है। इसके अलावा हम सड़कों पर नहीं जा सकते और इन पार्टियों के गुंडों से नहीं लड़ सकते।"
SC का अपमान किया गया
सुप्रीम कोर्ट द्वारा बैन हटाने के बाद भी पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में द केरल स्टोरी को ना दिखाए जाने पर विपुल शाह ने कहा, "पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु की सरकारों ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों की पूरी तरह अवहेलना की है। थिएटर मालिकों को अब फिल्में ना दिखाने की धमकी दी जा रही है।"
आखिर क्यों स्क्रीन नहीं की जा रही द केरल स्टोरी ?
उन्होंने आगे कहा, "थिएटर मालिकों को पुलिस और अधिकारियों द्वारा कहा जा रहा है कि अगर वे फिल्म दिखाते हैं, तो उनके लाइसेंस का रिन्यू नहीं किए जाएंगे और हमला होने पर उनकी सुरक्षा भी नहीं की जाएगी। इसलिए कोई भी फिल्म रिलीज करके अपनी संपत्ति को जोखिम में नहीं डालना चाहता।"