Throwback Thursday: क्यों राजनीति में कदम रखते ही धर्मेंद्र को बोलने लगे थे 'गुमशुदा', थाने में लग गए थे पोस्टर
88 साल के धर्मेंद्र आज भी फिल्मी पर्दे पर अपने दर्शकों का मनोरंजन करने से पीछे नहीं रहते हैं। इस उम्र में भी वह एक से बढ़कर एक मूवीज कर रहे हैं। कई सितारों की तरह बॉलीवुड के हीमैन ने भी राजनीति में अपनी किस्मत आजमाई लेकिन यहां आते ही उन्हें लोगों ने गुमशुदा कहना शुरू कर दिया क्या है ये पूरा किस्सा पढ़ें थ्रो-बैक थर्सडे में।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। हिंदी सिनेमा में कई ऐसे दिग्गज कलाकार हैं, जिन्होंने फिल्मों में सफलता पाने के बाद सीधा राजनीति का रुख किया। राजेश खन्ना से लेकर मिथुन चक्रवर्ती, जयललिता, अमिताभ बच्चन और जया बच्चन और हेमा मालिनी जैसे कई दिग्गज सितारों ने राजनीति में कदम रखा।
कई बॉलीवुड सितारे आज भी राजनीति में मजबूती से बने हुए हैं, तो वहीं दूसरी तरफ कई एक्टर्स ऐसे भी हैं, जिन्होंने खुद को पॉलिटिक्स से कोसों दूर कर लिया है। इन्हीं सितारों में से एक नाम बॉलीवुड के हीमैन धर्मेंद्र का भी है, जिन्होंने साल 2004 में ज्वाइन में भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की थी।
हालांकि, इसके कुछ समय बाद ही लोगों ने उन्हें 'गुमशुदा' बुलाना शुरू कर दिया और साथ ही पुलिस थाने में उनके पोस्टर भी लग गए। क्या है ये पूरा किस्सा और लाखों फैंस का दिल जीतने वाले धर्मेंद्र का राजनीति में क्यों नहीं चला सिक्का, यहां पर पढ़ें पूरी डिटेल्स-
क्यों धर्मेंद्र को राजनीति में आते ही लोगों ने कहा था 'गुमशुदा'
88 साल के धर्मेंद्र ने अपने अभिनय से तो लोगों का दिल जीता ही है, लेकिन उनका शायराना अंदाज भी लोगों को खूब भाता है। हालांकि, जब वह राजनीति में आए तो लोगों ने उन्हें 'गुमशुदा' बुलाना शुरू कर दिया। ऐसा उनके साथ क्यों हुआ इस बात का खुलासा कई सालों पहले खुद धर्मेंद्र ने प्रभु चावला को दिए एक इंटरव्यू में किया था।
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जब उनसे ये पूछा गया कि आप राजनीति में आ तो गए, लेकिन आपके वोटर कहते हैं कि गुमशुदा की तलाश है, वह फेल हो गए आप? राजनीति से जुड़े इस सवाल का जवाब देते हुए धर्मेंद्र ने कहा था,
"मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं सियासत में कदम भी रखूंगा, लेकिन एक जुमला है किसी सियासतदान का मेरे जैसे लोग नहीं आएंगे तो देश का उद्धार कैसे होगा, तो बस मैं भी यहां चला आया उद्धार करने। मैं जानता था कि 50-60 साल में हम कहां पहुंचे हैं, लेकिन फिर भी मैंने सोचा शायद कुछ कर सकूं। मुझे जो लोग गुमशुदा बुला रहे हैं, वो भी ठीक हैं, मैं काम कर रहा था, दिल्ली में रहकर कर रहा था"।