Tik Tok Ban In India: पहले भी विवादों में रह चुका है ‘टिक टॉक’, ये देश लगा चुके हैं बैन
Tik Tok Ban In India भारत सरकार ने टिक टॉक समेत 59 चाइनीज ऐप पर भारत में प्रतिबंध लगा दिया है।
By Nazneen AhmedEdited By: Updated: Tue, 30 Jun 2020 11:55 AM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। Tik Tok Ban In India : लद्दाख में चीन के साथ चल रही तनातनी के बीच सरकार ने चीन के खिलाफ आर्थिक कार्रवाई शुरू कर दी है। सोमवार को आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्रालय ने भारत में फेमस चीन के 59 एप पर बैन लगा दिया। इनमें टिक टॉक भी शामिल है। भारत में ये ऐप काफी फेमस है। टिक टॉक पर न सिर्फ आम लोग बल्कि कई सेलेब्स भी जबरदस्त एक्टिव हैं। वैसे टिक टॉक पिछले कुछ समय से ही काफी विवादों में चल रहा था।
बीते दिनों यू-ट्यूबर कैरी मिनाटी और टिक टॉक स्टार्स के बीच छिड़ी जंग हुई थी। जिसके बाद टिक टॉक के कुछ ऐसे वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए जो लोगों को नागवार गुज़रे और ये मांग उठने लगी की टिक टॉक को भारत में बैन किया जाए। इतना ही नहीं इन सारे बवाल के बीच टिक टॉक की रेटिंग में भी भारी गिरावट आई थी। अब आखिरकार भारत ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि भारत ऐसा पहला देश नहीं है जिसने टिक टॉक को बैन किया हो। ये ऐप पहले भी दूसरे देशों में बैन किया जा चुका है।
मद्रास हाईकोर्ट ने लगाया था बैन
अप्रैल 2019 में टिक टॉक के कंटेंट पर पहले भी सवाल उठ चुके हैं। अश्लील सामाग्री और यौन हिंसा के कंटेंट पर मद्रास हाईकोर्ट ने सुनवाई की थी। इसके बाद मद्रास हाईकोर्ट ने आपत्तिजनक कंटेंट को लेकर टिकटॉक पर बैन लगा दिया। हालांकि, बाद में बाइटडांस ने कोर्ट में लोगों के नौकरियों का हवाला दिया। जिसके बाद मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै पीठ ने इस शर्त के साथ एप से बैन को हटा लिया कि इस मंच पर बच्चों और महिलाओं से जुड़े अश्लील वीडियो नहीं होने चाहिए।
अमेरिका में लग चुका है जुर्माना
बाल यौन हिंसा के मामले में अमेरिका भी टिक टॉक पर जुर्माना लगा चुका है। अमेरिका में टिकटॉक पर 13 साल से कम उम्र के बच्चों के अकाउंट को लेकर सवाल उठाया गया था। इसके साथ ही प्राइवेसी और बच्चों की बुलिंग का मामला भी सामने आया था। फरवरी 2019 में आरोप सिद्ध होने के बाद फेडरल ट्रेड कमीशन ने टिकटॉक पर 5.7 बिलयन डॉलर का जुर्माना लगाया था।
इंडोनेशिया और बांग्लादेश लगा चुके हैं बैनभारत से पहले इंडोनेशिया और बांग्लादेश भी टिकटॉक पर बैन लगा चुके हैं। साल 2018 में इंडोनेशिया ने नकारात्मक कंटेंट को देखते हुए टिक टॉक को बैन कर दिया था। हालांकि, इसके तीन हफ्ते बाद इस बैन को हटा लिया गया। इसके अलावा बंग्लादेश में टिकटॉक इंटरनेट यूजर्स के लिए उपलब्ध नहीं है। बांग्लादेश ने यह कार्रवाई फरवरी 2019 में की थी।