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मामा की बेटी को दिल दे बैठे थे Satyajit Ray, 4 साल बड़ी कजिन से एक नहीं दो बार रचाई थी शादी

सिनेमा जगत के असली फनकार सत्यजीत रे (Satyajit Ray) के बारे में चर्चाएं कभी भी खत्म होने का नाम नहीं लेती हैं। खासतौर पर उनकी निजी जिंदगी को लेकर कई रोचक किस्से मौजूद हैं। उनकी प्रेम कहानी (Satyajit Ray Love Story) किसी फिल्म स्टोरी से कम नहीं है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सत्यजीत रे ने अपनी कजिन से एक नहीं दो बार शादी रचाई थी।

By Ashish Rajendra Edited By: Ashish Rajendra Updated: Tue, 25 Jun 2024 12:53 PM (IST)
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रोचक थी सत्यजीत रे की लव स्टोरी (Photo Credit-Jagran)
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। सत्यजीत रे (Satyajit Ray) सिनेमा जगत का वो नायाब हीरे रहे, जिन्होंने विश्वभर में भारतीय सिनेमा को खास पहचान दिलाई। बतौर फिल्ममेकर उन्होंने पाथेर पंचाली जैसी कई शानदार मूवीज का निर्माण किया। अपनी फिल्मों के अलावा निजी जिंदगी को लेकर भी सत्यजीत काफी मशहूर हुए। 

खासतौर पर उनकी शादी अधिकतर चर्चा का विषय बनी। क्योंकि उन्होंने खुद से 4 साल बड़ी कजिन से एक नहीं बल्कि दो बार विवाह किया था। आइए सत्यजीत रे और बिजोया रे (Satyajit Ray Bijoya Ray) की कमाल की प्रेम कहानी को विस्तार से समझते हैं। 

अनोखी है सत्यजीत और बिजोया की प्रेम कहानी

कहा जाता है कि जोड़ियां ऊपर वाला बनता है और जमीन पर आकर किसी न किसी रूप में हमें अपना साथी मिलता है। कुछ ऐसा ही आलम सत्यजीत रे और बिजोया रे के साथ था। बिजोया ने अपनी ओटोबॉयोग्राफी- Manik and I: My Life With Satyajit Ray में सत्यजीत संग अपने रिश्ते पर खुलकर चर्चा की थी।

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बिजोया दास सत्यजीत के दूर के मामा की बेटी थीं। रिश्तेदार होने के कारण कोलकाता में इन दोनों का बचपन साथ में गुजरा। लेकिन जैसे-जैसे उम्र का पड़ाव आगे बड़ा तो सत्यजीत के दिल में बिजोया के लिए प्रेम भावनाएं जागृत होने लगीं। 

वहीं बिजोय भी उन्हें मन ही मन पसंद करने लगीं। फिल्म निर्देशक बिजोया से उम्र में 4 साल छोटे थे और करीबी रिश्तेदार होने की वजह से सत्यजीत और बिजोया अपने रिश्ते को लेकर परिवार से भी बातचीत नहीं कर सकते थे। इस वजह से उन्होंने चोरी छुपे एक दूसरे को प्यार करना जारी रखा।

चोरी छुपे किया था प्यार

सत्यजीत रे और बिजोया दास की फैमिली संबंधी होने के कारण उनके प्यार की सबसे बड़ी बाधा बन गई थी। एक समय ये भी आ गया था कि इन दोनों ने अपने प्यार की कुर्बानी देने का फैसला कर लिया था और अलग होने की चर्चा भी की। लेकिन प्यार कब हार मानता है और कई जतन करने के बाद भी सत्यजीत और बिजोया एक दूसरे से दूर नहीं रह सके। 

एक नहीं दो बार रचाई शादी

1940 के आस-पास सत्यजीत रे एक विज्ञापन कंपनी में काम करने के लिए मुंबई चले गए। उस दौरान वह बिजोया को लव लेटर भी भेजा करते थे। तकरीबन 8 साल तक इन दोनों ने एक दूसरे को डेट किया। फिर परिवार को बिना बताए दोनों ने 1949 में एक करीबी के घर पर शादी कर ली। 

इसके बाद इन दोनों ने अपने परिवार को सब कुछ बताना लाजिमी समझा। दोनों फैमिली के सदस्यों ने सत्यजीत और बिजोया की इस शादी को दरकिनार कर दिया। लेकिन कुछ समय बीतने के बाद इनका परिवार राजी हो गया और उसी साल में बिजोया और सत्यजीत ने बंगाली रीति-रिवाज के साथ दूसरी बार शादी रचाई। 

दूसरी शादी के कुछ सालों बाद 1953 में सत्यजीत रे और बिजोया के घर पर बेटे के रूप में किलकारी गूंजी। इनके बेटे संदीप रे ने भी अपने पिता की तरह इंडस्ट्री में बतौर निर्देशक खूब नाम कमाया। 

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