Valentine's Week: धर्मेंद्र के प्यार में जोगन हो गईं थीं मीना कुमारी, फिल्मी गलियारे में अधूरी रह गई ये प्रेम कहानी
Valentines Week फिल्मी गलियारों में कई सितारों की प्रेम कहानी के किस्से सुनने को मिले हैं। इनमें से कुछ लव स्टोरीज सफल हुईं तो कुछ इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह गईं। ऐसी ही एक प्रेम कहानी की चर्चा रही है धर्मेंद्र और मीना कुमारी की जिसकी चर्चा कम ही होती आई है। वैलेंटाइन वीक की स्पेशल स्टोरी में हम बात करेंगे इस कम सुनी प्रेम कहानी की।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Valentine's Week 2024: मीना कुमारी (Meena Kumari) का नाम सुनते ही मन में सबसे पहले 'ट्रेजेडी क्वीन' शब्द का ख्याल आता है। रंगीन सिनेमा जगत में इस नाम से फेमस मीना कुमारी की जिंदगी में प्यार तो बेशुमार आया, लेकिन जब रूठा तो मानो जिंदगी रूठ गई। इस अदाकारा को बेवफाई ने ट्रेजेडी क्वीन बना दिया और मीना कुमारी ने अपनी जिंदगी शराब के हवाले कर दी।
जब बात फिल्मी लव स्टोरी की आती है तो हम हमेशा उन प्रेम कहानियों का जिक्र करते हैं, जो सफल रही हैं। मगर बॉलीवुड के इतिहास में ऐसी कई प्रेम कहानी दफ्न हैं, जो अधूरी रह गईं। मीना कुमारी की भी एक ऐसी ही लव स्टोरी थी, वो भी मशहूर एक्टर धर्मेंद्र (Dharmendra) के साथ। इस कहानी से जुड़े तमाम किस्से विभिन्न किताबों और चर्चाओं के जरिए फिल्मी गलियारों में गूंजते रहे हैं।
धर्मेंद्र के साथ थे मीना कुमारी के चर्चे
कमाल की खूबसूरती, शोख अदाओं और बेहतरीन अभिनय से सभी को अपना दीवाना बनाने वाली मीना कुमारी की जिंदगी में दर्द आखिरी सांस तक बना रहा। उनकी खूबसूरती के जितने चर्च थे, उतने ही चर्चे उनकी प्रेम कहानियों के भी थे।एक बेहद पुराने इंटरव्यू में धर्मेंद्र ने मीना कुमारी के साथ अपने रिलेशन को लेकर कहा था, "मैं मीना कुमारी का बहुत बड़ा फैन था। उन्हें देखते रहना मुझे अच्छा लगता था। अगर आप फैन और स्टार के रिश्ते को मोहब्बत का नाम देना चाहते हैं, तो मैं इसमें क्या कह सकता हूं।"
फिल्म सेट पर बढ़ी थी करीबी
मीना कुमारी बॉलीवुड के आसमान का वह सितारा थीं, जिसे छूने के लिए हर कोई बेताब था। जब धर्मेंद्र ने फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री ली, तब मीना कुमारी बहुत बड़ा नाम थीं। दोनों ने साथ में कुछ फिल्मों में काम किया।जिस वक्त धर्मेंद्र, मीना कुमारी की लाइफ में आए, उसे वक्त मीना कुमारी का जीवन कई उतार-चढ़ाव से गुजर रहा था। धर्मेंद्र के के रूप में मीना को एक भावनात्मक सहारा मिला, जिसके कंधे पर सर रखकर वह अच्छा महसूस करती थीं।