'Bawaal' के लिए वरुण धवन की हो रही तारीफ, फैंस के लिए लिखा इमोशनल पोस्ट, कहा- 'मुझे कभी इतने कॉल नहीं आए'
Varun Dhawan वरुण धवन को फिल्म इंडस्ट्री में लंबा वक्त बीत गया है। स्टूडेंट ऑफ द ईयर से लेकर अब तक उन्होंने कई बेहतरीन और बड़े बजट की फिल्मों में काम किया है। हाल ही में उनकी फिल्म बवाल ओटीटी पर रिलीज हुई। इस फिल्म की कहानी और जाह्नवी कपूर के साथ उनकी जोड़ी के अलावा वरुण धवन की परफॉर्मेंस को भी काफी पसंद किया गया।
By Karishma LalwaniEdited By: Karishma LalwaniUpdated: Sat, 22 Jul 2023 02:07 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। 'दंगल' और 'छिछोरे' जैसी फिल्में देने वाले निर्देशक नितेश तिवारी की नई फिल्म 'बवाल' का ट्रेलर जब से सामने आया, तब से फैंस में वरुण धवन और जाह्नवी कपूर की जोड़ी से सजी इस मूवी को देखने का क्रेज बढ़ गया।
ट्रेलर देखने के बाद मन में यही सवाल उठा कि वरुण और जाह्नवी की प्रेम कहानी को सेकंड वर्ल्ड वॉर से कैसे जोड़ा गया होगा। मगर फिल्म रिलीज होने के बाद दोनों की परफॉर्मेंस को जबरदस्त तारीफ मिली है। साथ ही कहानी को भी सराहा गया है।
वरुण ने किया फैंस का शुक्रिया अदा
'बवाल' थिएटर्स में रिलीज ने होकर सीधे डिजिटल पर रिलीज हुई है। नितेश तिवारी के निर्देशन में बनी यह मूवी यूनिक स्टार कास्ट और कहानी को लेकर सबकी नजरों में बनी हुई है। कुछ दिनों पहले सेलेब्स ने वरुण और जाह्नवी की तारीफ की थी। अब रिलीज के बाद लोगों को भी वरुण-जाह्नवी की एक्टिंग पसंद आई है। अपने बिजी शेड्यूल से समय निकालकर वरुण धवन ने फैंस को बेशुमार प्यार के लिए शुक्रिया अदा किया है।वरुण ने लिखा इमोशनल पोस्ट
वरुण धवन ने इंस्टाग्राम पर 'बवाल' को पसंद करने वाले सभी लोगों के लिए थैंक्यू मेसेज लिखा। उन्होंने लिखा, ''अज्जू भैया ने माहौल बना दिया। बवाल को अपने दिल में जगह देने के लिए शुक्रिया। मुझे कभी भी मेरी किसी फिल्म के लिए इतने कॉल्स नहीं आए। इस फिल्म का लोगों पर जो प्रभाव पड़ा है, वह काबिलेतारीफ है। यह फेक इमेज को बदलने के लिए कॉन्वर्जेशन स्टाटर वाली बात है। अज्जू और उसकी फैमिली को देखने और एंजॉय करने के लिए शुक्रिया। आप लोग हो #bawaal''
क्या है 'बवाल' की कहानी?
यह कहानी है लखनऊ के हाईस्कूल में इतिहास के अध्यापक अज्जू भैया उर्फ अजय दीक्षित (वरुण धवन) और उनकी निशा दीक्षित (जाह्नवी कपूर) की। अज्जू दिखावत की जिंदगी पर भरोसा करते हैं। अपनी छवि को चमकाने के लिए आसपास के लोगों से झूठ ही झूठ बोलते हैं। यही निशा के साथ उनके बीच तकरार की वजह बनती है। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती।
जब अज्जू को नौकरी से निकाल दिया जाता है, तब खुद को बचाने के लिए और परिजनों को खुश करने के लिए अज्जू यूरोप भ्रमण की योजना बनाता है। वह निशा के साथ द्वितीय विश्वयुद्ध के घटनास्थल पेरिस, नारमैंडी, एम्सटर्डम, बर्लिन, पर जाता है। इन घटनास्थलों पर जाकर वह बच्चों को उसके बारे में बताता है।