अजमेर में ख्वाजा की दरगाह पहुंचे विक्की कौशल और सारा अली खान, 'जरा हटके जरा बचके' फिल्म के लिए मांगी दुआएं
बॉलीवुड सेलिब्रिटी विक्की कौशल और साराअली खान रविवार को शाम अचालक अजमेर सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पहुंचे। दोनों फिल्मी हस्तियों ने यहां जियारत की और मजार शरीफ पर मखमली चादर चढ़ाई। फोटो- जागरण ।
By Jagran NewsEdited By: Sonu GuptaUpdated: Mon, 22 May 2023 12:09 AM (IST)
अजमेर, जेएनएन। बॉलीवुड सेलिब्रिटी विक्की कौशल और साराअली खान रविवार को शाम अचालक अजमेर सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पहुंचे। दोनों फिल्मी हस्तियों ने यहां जियारत की और मजार शरीफ पर मखमली चादर चढ़ाई। बॉलीवुड सेलिब्रिटी अपनी फिल्म जरा हटके जरा बचके की सक्सेस के लिए दुआ करने आए हैं।
सेल्फी लेने वालों की लगी भीड़
दरगाह के खादिम मोहम्मद सकी ने उन्हें जियारत कराई और तबर्रुक भेंट किया। इससे पहले दरगाह पहुंचने पर उनके साथ सेल्फी लेने वालों की भारी भीड़ लग गई। फिल्मी सितारों को अपने आसपास देखकर हजारों की संख्या में जायरीन और स्थानीयलोग थम से गए ओर मोबाइल हाथों में उठा कर फोटो लेने लगे। बहुत ही भारी मशक्कत के बीच उन्हे सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की मजार शरीफ तक ले जाया गया। जहां आस्ताना में बरामदे में बैठ कर साराअली खान ने कुछ देर दुआ की।
जरा हटके जरा बचके फिल्म के लिए मांगी दुआ
उन्होंने अपने आने वाली फिल्म जरा हटके जरा बचके के लिए दुआ की। फिल्मी सितारे आटो रिक्शा से दरगाह शरीफ पहुंचे थे फिर भी लोगों ने उन्हें पहचान लिया।रामसर गांव में 185 सदस्यों वाले परिवार से की मुलाकात
दरअसल, विक्की कौशल और सारा अली खान इससे पहले अपनी फिल्म 'जरा हटके जरा बचके' के सिलसिले में जयपुर आए हुए थे जहां से शाम चार बजे बाद वे अजमेर के लिए रवाना हुए। यहां वे सीधे दरगाह गए जहां उन्होंने फिल्म की सक्सेस की दुआ मांगी। इसके बाद अजमेर के रामसर गांव में भी पहुचे। यहां गांव के लोगों ने पगड़ी और माला पहनाकर दोनों का स्वागत किया। यहां दोनों 185 लोगों के एक परिवार से मुलाकात करने पहुंचे थे।
185 लोगों के परिवार से मिलकर विक्की और सारा ने जताई खुशी
विक्की और सारा रामसर गांव में जिस परिवार से मिलने पहुंच रहे हैं, उसमें कुल 185 सदस्य रहते हैं। यह परिवार नसीराबाद उपखंड के गांव में रहता है। सभी एक साथ मिलजुल कर बहुत खुशी से रहते है। इस परिवार के मुखिया भंवरलाल माली हैं। परिवार के सभी अहम फैसले यही लेते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी, लेकिन इस घर के परिवार के लिए रोजाना 75 किलो आटे की रोटियां बनाई जाती है। 10 चूल्हों में रोटियां तैयार की जाती है।परिवार में कुल 55 पुरुष , 55 महिलाएं और 75 बच्चे है। इस परिवार में कुल 125 वोटर्स हैं। परिवार के भागचंद माली ने बताया कि उनके दादा सुल्तान एक माली थी यह परिवार उन्हीं का है।