Rajkummar Rao को बचपन में मार खाना था मंजूर, लेकिन बस 'विकी विद्या का वो वाला वीडियो' एक्टर रखता था एक शर्त
राजकुमार राव स्त्री-2 के बाद अपनी हालिया रिलीज फिल्म विकी विद्या का वो वाला वीडियो से इस वक्त धूम मचा रहे हैं। उनकी फिल्म की बॉक्स ऑफिस पर अच्छी खासी ओपनिंग हुई है। हाल ही में अपनी फिल्म के अलावा राजकुमार राव ने बताया कि जब बचपन में उन्हें मार भी पड़ती थी तो जो उन्हें मर रहा होता था उससे वह एक ही बात कहते थे।
स्मिता श्रीवास्तव, मुंबई। बचपन में माता-पिता से मार पड़ना या फिर दोस्तों के बीच मार-पिटाई आम बात हुआ करती थी, लेकिन सोचिए अगर कोई बच्चा मार-पिटाई के बीच में कह दे कि चेहरे पर मत मारना, तो अंदाजा लग जाता है कि भविष्य में उसे कलाकार बनना है।
ऐसा ही कुछ ‘स्त्री 2’ फिल्म के अभिनेता राजकुमार राव ने किया है। स्कूल में दोस्तों के साथ हाथापाई के बीच उन्होंने कह दिया था कि चेहरे पर मत मारना। चेहरे पर एक भी निशान आने से क्यों घबरा जाते थे 'विकी विद्या का वो वाला' अभिनेता हाल ही में उन्होंने दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए बताया।
चेहरे के लिए खाना भी कम खाना पड़ता है
स्त्री 2 के बाद राजकुमार राव एक बार फिर से विकी बनके बड़े पर्दे पर लौटे हैं। उनकी इस फिल्म ने सिनेमाघरों में आलिया भट्ट (Alia Bhatt) की फिल्म 'जिगरा' से टक्कर ली है।हाल ही में जब उनसे ये पूछा गया कि जब वह अभिनेता बन चुके हैं, तो उन्हें अब उनके लिए अपने चेहरे का ध्यान रखना कितना जरूरी हो गया है? तो उन्होंने बताया कि उनके या किसी भी अभिनेता के लिए चेहरा कितना जरूरी है।
पहले जिंदगी बहुत अलग थी- राजकुमार राव
राजकुमार राव ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा,आपको बता दें कि राजकुमार राव के लिए साल 2024 की शुरुआत काफी अच्छी हुई है। उनकी पहली फिल्म 'श्रीकांत' को जहां दर्शकों का बेहद प्यार मिला, वहीं 'स्त्री-2' ने भी बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया। विकी विद्या का वो वाला वीडियो- Youtube इसके अलावा उनकी तीसरी फिल्म 'विकी विद्या का वो वाला वीडियो' जो बीते दिन रिलीज हुई है, उसने भी पहले दिन तकरीबन 5 करोड़ से ओपनिंग की है। फिल्म का पहला दिन तो बॉक्स ऑफिस पर अच्छा बीता, अब देखना है कि आने वाले समय में मूवी क्या कमाल करेगी"। राजकुमार की इस साल बस एक ही फिल्म कमाल नहीं दिखा सकी और वह थी जाह्नवी कपूर के साथ 'मिस्टर एंड मिसेज माही'। यह भी पढ़ें: Vicky Vidya Ka Woh Wala Video: थिएटर्स में 'विक्की विद्या' दिखा पाई कमाल या हो गई फुस्स, दर्शकों से जानें रिव्यू"जब मैं अभिनेता नहीं था, ऐसी कई जरूरी बातों की जानकारी नहीं थी, तब तो कुछ भी खा लेते थे। अब पता है कि मीठा खाने का मन भी है, तो ज्यादा नहीं खाना है। थोड़ा सा ही खाकर काम चलाना है। पेट भरने के लिए कुछ भी नहीं खाना है। जब अभिनेता नहीं बना था, तो जिंदगी वाकई बहुत अलग थी। चेहरा जरूर बचाना था, लेकिन खाने पर किसी तरह की रोक-टोक नही थी"।