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BA में टॉप करने वाले Vidhu Vinod Chopra को डॉक्टर बनाना चाहते थे पिता, जानिए- कैसे पहुंचे FTII

साल 2023 की बेस्ट मूवी देने वाले विधु विनोद चोपड़ा (Vidhu Vinod Chopra) अगर अपने पिता की सुनते तो शायद डायरेक्टर न होते। हाल ही में खुद विधु ने बताया कि उनके पिता उन्हें डॉक्टर बनाना चाहते थे लेकिन दिल से उनकी इच्छा इंडस्ट्री में आना था। वह 25 रुपये लेकर डायरेक्टर बनने का सपना लेकर पहले पुणे गये और फिर मुंबई आये।

By Jagran News Edited By: Rinki Tiwari Updated: Sat, 04 May 2024 10:31 AM (IST)
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विधु विनोद चोपड़ा ने बताया कैसे डॉक्टर की राह छोड़ बने डायरेक्टर। फोटो क्रेडिट- इंस्टाग्राम

जागरण न्यूज नेटवर्क, मुंबई। विक्रांत मैस्सी (Vikrant Massey) अभिनीत फिल्म 12वीं फेल (12th Fail) ने हाल ही में सिल्वर जुबली मनाई है। फिल्म के निर्माता निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा (Vidhu Vinod Chopra) हैं, जो इससे पहले थ्री इडियट्स और मुन्ना भाई एमबीबीएस जैसी फिल्मों के निर्माता रहे हैं। उन्होंने भी काफी पापड़ बेले हैं।

डायरेक्टर को बनाना चाहते थे डॉक्टर

विधु विनोद चोपड़ा सिनेमा के बेहतरीन डायरेक्टर्स में शुमार हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि उनके पिता नहीं चाहते थे कि वह इंडस्ट्री में जायें। उनके पिता चाहते थे कि विधु एक डॉक्टर बनें। एक कार्यक्रम में विधु ने बताया, "जब मैं बड़ा हो रहा था, तो मेरे पिता चाहते थे कि मैं डाक्टर बनूं, लेकिन तब कश्मीर में आप अपने पिता से नहीं कह सकते थे कि आप डाक्टर नहीं बनना चाहते हैं।"

Vidhu Vinod Chopra

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मेडिकल से ऐसे छुड़ाया पीछे

विधु विनोद चोपड़ा ने बताया कि मेडिकल से पीछा छुड़ाने के लिए उन्होंने कौन सा तिकड़म अपनाया था। बकौल डायरेक्टर, "मैंने प्री मेडिकल परीक्षा में पांच सवालों की बजाए सिर्फ ढाई सवालों के जवाब ही दिए थे। उसमें मेरे 58 प्रतिशत अंक आए थे। मुझे मेडिकल में दाखिला नहीं मिला। मैंने उसकी जगह बीए करने की योजना बना रखी थी, क्योंकि पुणे स्थित फिल्म इंस्टीट्यूट में दाखिले के लिए ग्रेजुएट होना जरूरी है।"

बीए में विधु विनोद ने किया था टॉप

12वीं फेल के डायरेक्टर ने आगे कहा, "मैंने अर्थशास्त्र में स्नातक किया और यूनिवसिर्टी में टॉप किया। टॉप करने के पीछे एक मात्र वजह यह थी कि मुझे 250 रुपये की छात्रवृत्ति मिलनी थी। उन रुपयों के साथ मैं पुणे स्थित फिल्म इंस्टीट्यूट गया। पर मेरे पिता खुश नहीं हुए।"

Vidhu Vinod

ऑस्कर में पहली फिल्म नॉमिनेट होने पर पिता का रिएक्शन

विधु ने बताया कि जब उनकी पहली शॉर्ट फिल्म ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई थी तो उनका क्या रिएक्शन था। डायरेक्टर ने कहा, "1979 में जब मेरी शार्ट फिल्म (एन एनकाउंटर विद फेसेस) ऑस्कर के लिए नामांकित हुई। पिताजी को बताया। उन्होंने कहा शाबाश कितने पैसे मिलेंगे? मैंने कहा पैसे नहीं मिलेंगे। उन्होंने कहा कि खुश क्यों हो रहे हो?"

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