Dev Anand: रोमांस का नया अंदाज पेश करने वाले देव आनंद, कभी नहीं खोला खुद की शर्ट का बटन... पर क्यों?
आज के दौर में बॉलीवुड इंडस्ट्री में सलमान खान को नये हुनर को मौका देने के लिए जाना जाता है लेकिन एक दौर ऐसा भी गुजरा है जब देव आनंद को इसके लिए जाना जाता था। उन्होंने जैकी श्रॉफ तबू टीना मुनीम जीनत अमान को फिल्मों में इंट्रोड्यूज किया। देव साहब के 100वें जन्मदिन पर पढ़िये उनसे जुड़े कुछ किस्से...
By Mohammad SameerEdited By: Mohammad SameerUpdated: Tue, 26 Sep 2023 07:06 AM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्कः हिंदी सिनेमा के असली स्टाइल आइकन देवानंद (Dev Anand) की आज 100वीं जयंती है। देव साहब का जन्म साल 26 सितंबर 1923 को गुरदासपुर में हुआ था। सिर पर कैपी टोपी और गले में स्कार्फ पहनना देव साहब का शौक था।
उन्होंने एक बार कहा था कि वो सिनेमा के लिए ताउम्र जवान रहेंगे। बात सही भी है, वो अपनी उम्र के 88 साल तक यूथ आइकन बने रहे। उन्होंने तीन पीढ़ियों की हिरोइनों के साथ फिल्में की थीं।
यह भी पढ़ेंः Dev Anand 100th Birth Anniversary: हिंदी सिनेमा में मील का पत्थर मानी जाती हैं देव आनंद की ये 10 फिल्में
जब उठी फिल्म बैन की मांग...
तिरछी चाल, डायलॉग डिलीवरी का खास अंदाज, उनकी अदाएं...उफ्फ! देव आनंद सदाबहार रोमांटिक अदाकार के रूप में हमेशा अमर रहेंगे। वो अपने वक्त से कई दशक आगे थे। साल 1965 में आई उनकी फिल्म गाइड (Guide) में व्याभिचार (Adultery) का एंगल दिखाया गया था। ये फिल्म इतने विवादों में रही कि इसे बैन करने के लिए सेंसर बोर्ड को चिट्ठी भी लिखी गई।इन सब के बावजूद देव आनंद की गाइड को लोगों ने खूब पसंद किया। करीब 60 साल पहले आई इस फिल्म के बाद से ही Bollywood या हिंदी सिनेमा में रंगीन फिल्मों को दौर शुरू हुआ।
शर्ट के ऊपर का बटन हमेशा बंद रखते थे
सिनेमा के हर दिल अजीज शख्सियत देव आनंद अपनी शर्ट के ऊपर का बटन बंद रखा करते थे। इसकी वजह का खुलासा अपनी आत्मकथा Romancing with life में किया है। बकौल देव साहब-इसीलिए वो अपनी शर्ट का बटन बंद रखते थे।मैं जानता हूं कि मेरा चेहरा तो ठीक-ठाक था लेकिन शरीर में मसल्स बिल्कुल नहीं थे।