भीष्म पितामह नहीं, Mahabharat का 'अर्जुन' बनना चाहते थे मुकेश खन्ना, इस एक्टर की वजह से पलट गया पूरा खेल
बी आर चोपड़ा की महाभारत छोटे पर्दे का सबसे सफल धारावाहिक माना जाता है। इस शो से जुड़े हर एक किरदार की कास्टिंग को लेकर कई दिलचस्प किस्से मौजूद हैं। इसी तरह महाभारत के भीष्म पितामह की कास्टिंग के लिए मुकेश खन्ना की कहानी भी काफी दिलचस्प रही। ऐसे में आइए जानते हैं कि कैसे मुकेश के झोली में महाभारत का ये किरदार आया।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। महाभारत छोटे पर्दे का वो धारावाहिक है, जिसने लंबे अरसे तक दर्शकों का भरपूर मनोंरजन किया है। इस शो की स्टारकास्ट को लेकर आए दिन खबरें सामने आती रहती हैं। खासतौर पर महाभारत के लिए कलाकारों के चयन पर कई रोचक किस्से मौजूद हैं।
इस आधार पर आज हम आपको महाभारत के भीष्म पितामह यानी मुकेश खन्ना (Mukesh Khann) के इस माइथोलॉजिकल शो से जुड़ने की पीछे की कहानी बताने जा रहे हैं कि किस तरह से वह महाभारत (Mahabharat) के अर्जुन बनना चाहते थे। लेकिन अंत में वह बी आर चोपड़ा की महाभारत के भीष्म कैसे बन गए।
अर्जुन बनने के लिए मुकेश खन्ना ने दिया था ऑडिशन
महाभारत को लेकर कई सारे किस्से आपने जरूर सुने और पढ़ें होंगे, लेकिन मुकेश खन्ना की कास्टिंग इस शो के लिए बड़ा ही रोचक मसला रही। भीष्म इंटरनेशनल यूट्यूब चैनल पर मुकेश ने महाभारत को लेकर खुलकर बात की है। उस दौरान उन्होंने बताया-
मैं महाभारत में अर्जुन और कर्ण का रोल करना चाहता था। गोफी पेंटल जो उस समय बी आर चोपड़ा की महाभारत के लिए कास्टिंग कर रहे थे, उनका कॉल आने पर मैंने उन्हें अपनी इच्छा बताई। वो इस पर राजी हो गए और मैंने अर्जुन के लुक में महाभारत के लिए ऑडिशन भी दिया। लेकिन धीरे-धीरे मेरे हाथ से अर्जुन और कर्ण का रोल निकल गया।
बाद में मुझे दुर्योधन का किरदार ऑफर हुआ, जो नेगेटिव होने की वजह से मैंने मना कर दिया। बात यहां तक पहुंच गई थी कि काफी दिनों बाद द्रोर्णाचार्य के रोल के लिए मैं राजी हो गया था, क्योंकि मुझे महाभारत का हिस्सा बनना था।