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शाह रुख़ ख़ान पर लगा चोरी का आरोप, उठाया ऐसा क़दम कि बन गये 'ज़ीरो' से हीरो

इस शानदार उपलब्धि को आलोचनाओं का ग्रहण तब लगा, जब उन पर साहित्यिक चोरी को सनसनीखेज़ आरोप लगा। सोशल मीडिया के दौर में चोरी पकड़ने में देर नहीं लगती।

By Manoj VashisthEdited By: Updated: Sun, 07 Jan 2018 11:48 AM (IST)
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शाह रुख़ ख़ान पर लगा चोरी का आरोप, उठाया ऐसा क़दम कि बन गये 'ज़ीरो' से हीरो
मुंबई। शाह रुख़ ख़ान को बातों का बाज़ीगर यूं ही नहीं कहा जाता। अपनी वाकपटुता से विपरीत परिस्थियों में भी जीतकर बाहर आने का हुनर उनसे सीखना चाहिए। ज़ीरो कैसे हीरो बनता है, ये कहानी भी शाह रुख़ सिखाते हैं। हाल ही में किंग ख़ान पर साहित्यिक चोरी का इल्ज़ाम लगा, जिसको लेकर सोशल मीडिया में उनकी जमकर खिंचाई हुई, मगर सीनाज़ोरी दिखाने के बजाए उन्होंने उभरते हुए लेखक को उसकी पंक्तियों के लिए शुक्रिया अदा करके बाज़ी अपने नाम कर ली।

क़िस्सा शुरू पहली जनवरी को, जब शाह रुख़ ने अपनी नई फ़िल्म ज़ीरो का फ़र्स्ट लुक और टाइटल ट्विटर पर फ़ैंस के साथ साझा किया। फ़र्स्ट लुक आते ही छा गया और देखते ही देखते इसे 3.2 करोज़ व्यूज़ मिल गये। शाह रुख़ ने फैंस का शुक्रिया अदा करने में कोई देरी नहीं की और ट्विटर पर सबका धन्यवाद किया। मगर, इस शानदार उपलब्धि को आलोचनाओं का ग्रहण तब लगा, जब उन पर साहित्यिक चोरी का सनसनीखेज़ आरोप लगा। ज़ीरो में शाह रुख़ के बौने लुक को जितनी तारीफ़ें मिलीं, उतनी ही आलोचना इस चोरी करने के लिए भी की गयी। किंग ख़ान ने फ़र्स्ट लुक के साथ अपने स्टेटस में कुछ पंक्तियां हिंदी में लिखीं। ये लाइंस थीं- ''टिकटें लिए बैठें हैं लोग मेरी ज़िंदगी की, तमाशा भी पूरा होना चाहिए!''

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इन पंक्तियों को पढ़ने वाले वाह-वाह कर उठे, मगर सोशल मीडिया के दौर में चोरी पकड़ने में देर नहीं लगती। इस ट्वीट के जवाब में कुछ फॉलोअर्स ने लिखा कि दरअसल ये पंक्तियां मिथिलेश बारिया नाम के लेखक की हैं, जो ट्विटर पर भी मौजूद हैं। बस फिर क्या था, यूज़र्स शाह रुख़ के पीछे पड़ गये और असली लेखक को क्रेडिट ना देने के लिए उन्हें ट्रोल करने लगे। 

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शाह रुख़ एक-दो दिन तक ख़ामोश रहे, मगर शनिवार 6 जनवरी को उन्होंने भूल सुधार किया। लेखक की पुस्तक का फोटो शेयर करके उन्होंने संदेश लिखा कि उनकी किताब उन्हें बहुत अच्छी लगी। साथ ही ये भी जता दिया कि वो इतना अच्छा लिखते हैं कि सोशल मीडिया में शेयर हो जाता है। शाह रुख़ ने टिकट वाली पंक्तियों के लिए मिथिलेश का शुक्रिया भी अदा किया। शाह रुख़ के संदेश को पढ़कर ऐसा महसूस होता है, जैसे लेखक ने अपनी किताब भेजकर उन्हें चोरी के बारे में आगाह किया हो, जिसके बाद शाह रुख़ ने लेखक को क्रेडिट दिया।

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बता दें कि आनंद एल राय निर्देशित फ़िल्म इसी साल दिसंबर में रिलीज़ हो रही है। कटरीना कैफ़ और अनुष्का शर्मा फ़ीमेल लीड में हैं। शाह रुख़ मेरठ के बौने के रोल में हैं, जो बड़े-बड़े सपने देखता है। फ़िल्म के टाइटल को लेकर काफ़ी सस्पेंस रहा था, जिसे किंग ख़ान ने 1 जनवरी को खोला। मिथलेश के समर्थन में लिखे गये कुछ ट्वीट्स नीचे दिये गये हैं, जिनमें शाह रुख़ से लेखक को क्रेडिट देने की गुज़ारिश की गयी है।