Smita Patil Top 10 Movies: स्मिता पाटिल के करियर का निचोड़ हैं ये 10 फिल्में, पैरेलल सिनेमा का बन गई थीं चेहरा
स्मिता पाटिल हिंदी सिनेमा की उन अभिनेत्रियों में शामिल हैं जिन्होंने अपने करियर में विशुद्ध मसाला फिल्मों के साथ आर्ट फिल्में भी कीं। श्याम बेनेगल और गोविंद निहलानी के साथ स्मिता ने कई ऐसी फिल्मों में अपने अभिनय का जौहर दिखाया जो अवॉर्ड समारोहों तक पहुंचीं। इन फिल्मों में से एक मंथन का शुक्रवार को Cannes Film Festival प्रदर्शन किया जा रहा है।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। शुक्रवार को कांस फिल्म फेस्टिवल में स्मिता पाटिल की फिल्म मंथन की स्क्रीनिंग होगी। श्याम बेनेगल निर्देशित मंथन उस दौर की फिल्म है, जब हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में समानांतर सिनेमा ने अंगड़ाई लेना शुरू किया था और स्मिता पाटिल इस आंदोलन में शामिल होने वाले कलाकारों की पहली पांत में शामिल हुईं।
भारत की पहली क्राउड फंडेड फिल्म मानी जाने वाली मंथन के निर्माता पांच लाख किसान थे, जिन्होंने 2-2 रुपये देकर इसके फंड किया था। श्वेत क्रांति के जनक वर्गीस कूरियन के प्रयासों को दिखाती फिल्म का स्क्रीनप्ले मशहूर नाटककार विजय तेंदुलकर ने लिखा था, जबकि स्मिता पाटिल के साथ गिरीश कर्नाड, नसीरूद्दीन शाह और अमरीश पुरी मुख्य भूमिकाओं में थे।
इस फिल्म की निर्माता कम्पनी गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड थी। मगर, 1976 में रिलीज हुई मंथन तो बस शुरुआत थी। अस्सी का दशक वो दौर था, जब देश में समानांतर सिनेमा खूब फलफूल रहा था।
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रियलिस्टिक कहानियां और किरदार सिनेमा के जरिए देश और समाज की कड़वी हकीकत को बयां कर रहे थे। उस दौर में स्मिता पैरेलल सिनेमा का चेहरा बन गई थीं। स्मिता ने बाद में समानांतर सिनेमा की कई फिल्मों में यादगार भूमिकाएं निभाईं। बतौर अभिनेत्री स्मिता पाटिल को जानना है तो यह 10 फिल्में जरूर देखिए।
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निशांत (1975)
बेस्ट हिंदी फिल्म का नेशनल अवॉर्ड जीतने वाली निशांत ने 1976 के कांस फिल्म फेस्टिवल में पाम डिओर अवॉर्ड के लिए कॉम्पीट किया था। एक गांव में जमींदारी और जाति प्रथा के दंश को दिखाती फिल्म की स्टार कास्ट किसी तमगे के कम नहीं। स्मिता के अलावा फिल्म में शबाना आजमी, अमरीश पुरी, गिरीश कर्नाड, अनंत नाग, मोहन आगाशे, नसीरूद्दीन शाह ने अहम भूमिकाएं अदा की थीं।