Move to Jagran APP

कैदी जिसकी बहादुरी पर बना 'हो जमालो', दिलचस्प है 'तूतक तूतक तूतिया' गाने में आये शब्द की हिस्ट्री

म्यूजिक की दुनिया में गाने कई तरह के बने हैं। लेकिन हर शब्द के पीछे एक कहानी होती है जो उसके असली मतलब और इतिहास को बयां करती है। ऐसा ही एक सॉन्ग है तूतक तूतक तूतिया हो जमाले जिसे सोनू सूद तमन्ना भाटिया और प्रभुदेवा पर फिल्माया गया है। इस गाने में इस्तेमाल किए गए हो जमालो का इतिहास दिलचस्प है।

By Karishma Lalwani Edited By: Karishma Lalwani Updated: Wed, 13 Mar 2024 07:51 PM (IST)
Hero Image
सोनू सूद, तमन्ना भाटिया और प्रभुदेवा गाने 'तूतक तूतक तूतिया' से
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। पॉप सॉन्ग्स और रीजनल गानों का अपना ही मजा होता है। एक ही गाने को कई भाषाओं और अलग-अलग म्यूजिक के साथ रिकॉर्ड किया गया है। आपने 'घुंघरू टूट गाए' गाना तो सुना ही होगा। इस गाने से सिर्फ एक सेंटेंस को 10 से भी ज्यादा म्यूजिक के साथ हर बार नए सिरे से बनाया गया है। ऐसे ही एक सॉन्ग है 'तूतक तूतक तूतिया हो जमालो।' इस गाने को पंजाबी, सिंधी, हरियाणवी कई भाषाओं में रिकॉर्ड किया जा चुका है।

'हो जमालो' गाना रीजनल भाषाओं में काफी फेमस है। इस गाने के शब्द सुनने में किसी कल्चर का एहसास कराते हैं, इसके एक-एक शब्द का अर्थ भी कुछ ऐसा ही है। गाने का इतिहास सिंध के सख्खर और अंग्रेजों के जमाने की रेलगाड़ी से जुड़ा है।

क्या है 'तूतक तूतक तूतिया' का मतलब

2016 में फिल्म 'देवी' रिलीज हुई थी। इसकी लीड स्टार कास्ट में तमन्ना भाटिया (Tamannaah Bhatia), सोनू सूद (Sonu Sood) और प्रभुदेवा (Prabhudeva) हैं। मूवी तो बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई, लेकिन इसका गाना 'तूतक तूतक तूतिया' जबरदस्त हिट है। क्या आप जानते हैं कि 'तूतक तूतक तूतिया' का मतलब क्या है। इस गाने के सिंगर मलकित सिंह ने इसका खुलासा किया था।

वैसे तो पंजाबी में शहतूत को 'तूत' या 'तूतक' कहा जाता है। गाने में एक लाइन है 'आजा खू ते', जिसका मतलब है 'कुएं के पास आ जाओ।' यानी उस कूएं के पास आओ, जहां शहतूत का पेड़ लगा हुआ है। गाने के सिंगर मलकित सिंह ने बताया था कि इन शब्दों को लेकर बने अलग-अलग गाने को इंग्लैंड में पसंद किया जाता है। वह अपने गाने को थोड़ा कूल लुक देना चाहते थे, इसलिए रैंडमली इन शब्दों को चुना, जो 'हो जमालो' से मेल खा सके।

(Photo Credit: Malkit Singh Instagram)

क्या है 'हो जमालो' का इतिहास?

अब बात करेंगे 'हो जमालो' शब्द की। पंजाबी में यह गाना 'है जमालो' नाम से है। मगर इस गाने का ओरिजिन सिंध से है। यह एक सिंधी में फोक सॉन्ग है। दरअसल, 1889 में सख्खर में एक पुल (Lansdowne Bridge) बनाया गया था। यह रेलवे ब्रिज था, जो दिखने में खूबसूरत था, लेकिन इसे पार करना उतना ही मुश्किल।

जिस नदी के ऊपर यह पुल बना था, वह गहरी और खतरनाक थी। पुल नई तकनीक से बना था और अभी इसकी टेस्टिंग होनी थी। मगर यह इतना खतरनाक बना था कि ट्रेन जाते-जाते वह हिलना भी शुरू कर सकता था। इससे पुल के टूटना का भी खतरा था। ऐसे में कोई भी ड्राइवर रेलगाड़ी की टेस्टिंग के लिए तैयार नहीं था। तब अंग्रेज सरकार को कोई ऐसा इंसान चाहिए था, जो अपना जान को जोखिम में डालने से भी न चूके।

कौन थे जमालो शीदी?

उस समय वहां की जेल में एक कैदी था। नाम था जमालो शीदी, जिसे उम्रकैद की सजा मिली हुई थी। जिस जेल में जमालो मौत की सजा काट रहे थे, वह उस ब्रिज के पास ही था। जब अंग्रेजों ने ब्रिज क्रॉस करने वाले के लिए इनाम की राशी रखी, तो जमालो शीदी इस जिम्मेदारी को उठाने आगे आए। हालांकि, उनकी शर्त थी कि अगर वह यह खतरनाक पुल पार कर लेते हैं, तो उनकी सजा माफी हो जानी चाहिए।

शीदी को ट्रेन चलाने की ट्रेनिंग दी गई और महीनों बाद जब वह पुल पर से ट्रेन चलाकर निकल गया, तो जमालो की बीवी और सिंध के लोगों ने उनकी जीत की और सही सलामत वापस आने की खुशी में 'हो जमालो' गाना गाया। ऐसा कहा जाता है कि 'हो जमालो' गाने को जमालो शीदी की पत्नी ने ही कंपोज किया था। यहां 'हो' का मतलब जीत से और 'जमालो' का मतलब जमालो शीदी के नाम से है।

पंजाबी और हरियाणवी के अलावा गाने को सिंधी भाषा में ही अलग-अलग म्यूजिक के साथ गाया गया है।

यह भी पढ़ें: Aamir Khan Birthday: मौलाना आजाद के वंशज हैं आमिर, हीरो बनने से पहले सनी देओल की फिल्मों में थे असिस्टेंट डायरेक्टर