Bollywood: कहां से आया 'बॉलीवुड' शब्द, हिंदी सिनेमा के इतिहास में क्या है इसका असली मतलब?
Bollywood Meaning देश की सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री को बॉलीवुड (Bollywood) के नाम से भी जाना जाता है। सालों से इसी नाम के जरिए हिंदी सिनेमा जगत को दुनियाभर में पहचाना जाता है। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर ये नाम आया कहां से कैसे हिंदी सिनेमा का नाम बॉलीवुड पड़ा। आज इस लेख में हम आपको इन तमाम सवालों के जवाब देने जा रहे हैं।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। जिस तरह से अंग्रेजी सिनेमा जगत को हॉलीवुड के नाम से जाना जाता है। ठीक उसी तरह से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को पूरी दुनिया में बॉलीवुड (Bollywood) के नाम से पहचाना जाता है। भारतीय सिनेमा जगत का इतिहास काफी गहरा है, जिसमें कई राज छिपे हुए हैं। उनमें से एक ये है कि आखिर हिंदी फिल्म उद्योग का नाम बॉलीवुड कैसे पड़ा था।
इसके ये पहचान कब और क्यों मिली थी। आज इस लेख में हम आपको बॉलीवुड शब्द के बारे में विस्तार से बताएंगे और इसका असली मतलब क्या होता है, उस पर गौर फरमाया जाएगा।
कैसे पड़ा बॉलीवुड नाम?
सत्यजीत रे और बिमल रॉय जैसे दिग्गज निर्देशक बंगाली फिल्म इंडस्ट्री से नाता रखते थे। क्योंकि तत्कालीन बंगाल को अभिनय और कला का बड़ा केंद्र माना जाता था। आईएमडीबी की रिपोर्ट्स के आधार पर कहा जाता है कि पश्चिम बंगाल में एक टॉलीगंज नाम का इलाका है, जहां उस वक्त फिल्मों की शूटिंग होती थी। आम भाषा में कहें तो वह एरिया बंगाल की फिल्म सिटी के तौर पर फेमस था। उसके आधार पर इस फिल्म इंडस्ट्री का नाम टॉलीवुड रखा गया था।ये भी पढ़ें- एक ही अभिनेता ने निभाया था फिल्म में राम और सीता का किरदार, 107 साल पहले आया डबल रोल का कंसेप्ट
इस हिसाब से हिंदी फिल्मों के लिए बॉम्बे, जो अब मुंबई के नाम से प्रसिद्ध है। हिंदी फिल्मों का बड़ा केंद्र रहा है। यही कारण है, जो हिंदी सिनेमा का नाम बॉलीवुड हो गया। हालांकि, बॉलीवुड का वुड अंंग्रेजी सिनेमा के हॉलीवुड से लिया गया है।
भारतीय सिनेमा की पहली फिल्म कौन सी?
हिंदी सिनेमा का इतिहास 100 साल से भी पुराना है। दादा साहेब फाल्के को फिल्म इंडस्ट्री का पितामह माना जाता है। उनके निर्देशन में आजादी से पहले 1913 में पहली हिंदी मूवी राजा हरिशचंद्र को रिलीज किया गया था। हालांकि, 1930 में बॉम्बे में हिंदी फिल्मों के लिए एक बड़ा साम्राज्य विकसित हुआ, जो अब तक बॉलीवुड के तौर पर कायम है। बता दें कि 1931 में भारतीय सिनेमा की पहली बोलती (टॉकी) फिल्म रिलीज हुई थी, जिसका नाम आलम-आरा था। जिसका निर्देशन अर्देशिर ईरानी ने किया था।-
भारत की पहली फिल्म- राजा हरिशचंद्र (1913)
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हिंदी सिनेमा की पहली बोलती मूवी- आला-आरम (1930)
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बॉलीवुड के पहले निर्देशक - दादा साहेब फाल्के