Move to Jagran APP

चंकी पांडेय को जब बिज़नेसमैन के अंतिम संस्कार में रोने के लिए ऑफ़र हुए थे 5 लाख रुपये... जानिए मज़ेदार क़िस्सा

चंकी ने 1987 में आयी फ़िल्म आग ही आग से बतौर एक्टर बॉलीवुड में डेब्यू किया था जिसमें धर्मेंद्र और शत्रुघ्न सिन्हा ने लीड रोल्स निभाये थे। इसके बाद उन्होंने नब्बे के दशक में कई हिट फ़िल्मों में काम किया था।

By Manoj VashisthEdited By: Updated: Fri, 07 May 2021 10:04 AM (IST)
Hero Image
Chunky Pandey in an old photo. photo- Instagram
नई दिल्ली, जेएनएन। कई बॉलीवुड सेलेब्रिटीज़ ऐसे हैं, जो सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए बाकायदा फीस लेते हैं। शादी का फंक्शन हो या किसी इवेंट का रिबन काटना हो, सेलेब्स इसके लिए अच्छी-खासी रकम चार्ज करते हैं। मगर, बॉलीवुड एक्टर चंकी पांडेय को जो ऑफ़र मिला, वो शायद ही किसी को मिले। दरअसल, चंकी पांडेय को एक बिज़नेसमैन की मौत पर रोने के लिए 5 लाख रुपये का ऑफ़र दिया गया था और इसके पीछे की वजह इस ऑफ़र से भी ज़्यादा दिलचस्प है। 

चंकी ने एक इंटरव्यू में बताया कि 2009 में मुंबई के मुलुंड इलाक़े के एक बिज़नेसमैन के यहां से यह ऑफ़र आया था, जिसे सुनकर वो हक्के-बक्के रह गये थे। उनसे गुज़ारिश की गयी थी कि उन्हें बिज़नेसमैन की मय्यत में आना है और थोड़ा ग़म जताना है। मुंबई मिरर को दिये इंटरव्यू में चंकी ने कहा- ''वो लोग मुझसे चाहते थे कि मैं थोड़ा-बहुत रोना-धोना करूं और अंतिम संस्कार की पूरी प्रक्रिया के दौरान एक कोने में जाकर चुपचाप खड़ा रहूं, ताकि बिज़नेसमैन को उधार देने वालों तक यह संदेश जा सके कि उसने उनके पैसे किसी फ़िल्म में इनवेस्ट कर दिये हैं, जिसका मैं भी एक हिस्सा हूं।''

 

View this post on Instagram

A post shared by Chunky Panday (@chunkypanday)

चंकी ने आगे बताया कि उन्होंने इस ऑफ़र को अस्वीकार कर दिया था, लेकिन परिवार की स्थिति को देखते हुए किसी और को भेज दिया था, जिसे लोग जानते थे। हालांकि, चंकी ने यह नहीं बताया कि वो एक्टर कौन था। बता दें, चंकी ने 1987 में आयी फ़िल्म आग ही आग से बतौर एक्टर बॉलीवुड में डेब्यू किया था, जिसमें धर्मेंद्र और शत्रुघ्न सिन्हा ने लीड रोल्स निभाये थे। इसके बाद उन्होंने नब्बे के दशक में कई हिट फ़िल्मों में काम किया था। अस्सी के दशक के आख़िरी सालों में उन्होंने तेज़ाब, ख़तरों के खिलाड़ी, मिट्टी और सोना और ज़हरीले जैसी कामयाबी फ़िल्मों में काम किया था। 

नब्बे के दशक में विश्वात्मा, आंखें, लुेटेरे समेत कई फ़िल्मों में अहम भूमिकाएं निभायीं। मगर, नई सदी की शुरुआत के साथ चंकी हाशिये पर चले गये थे। हालांकि, उन्हें फ़िल्में मिलती रहीं, मगर भूमिकाओं की अहमियत घट गयी थी। 2010 में आयी अक्षय कुमार की फ़िल्म हाउसफुल में आख़िरी पास्ता के रोल से चंकी एक बार फिर सुर्खियों में आ गये। इसके बाद से वो लगातार सक्रिय हैं।