जब Shah Rukh Khan का नाम बदलकर गौरी ने बना दिया था उन्हें 'अभिनव', जानें क्या है ये मजेदार किस्सा
शाह रुख खान और गौरी खान की जोड़ी क्यूट कपल के तौर पर फेमस है। किंग खान के नाम से फेमस शाह रुख ने करियर के पीक पर गौरी से शादी की थी। वह जितना अपनी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं उतने ही फेमस गौरी से अपनी शादी को लेकर भी हैं। इनकी शादी से जुड़ा एक मजेदार किस्सा भी है।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। शाह रुख खान (Shah Rukh Khan) और गौरी खान बॉलीवुड के नामी कपल हैं। एक दूसरे को लंबे समय तक डेट करने के बाद दोनों ने शादी की थी। शाह रुख अपने करियर के पीक पर थे, जब वह गौरी के साथ विवाह के बंधन में बंधे।
किंग खान जहां फिल्मी दुनिया में जानी मानी शख्सियत हैं। वहीं, गौरी खान ने भी इंटिरियर डिजाइनिंग के क्षेत्र में खुद को साबित किया है। शाह रुख और गौरी की सोशल मीडिया पर कई प्यारी तस्वीरें देखने को मिल जाएंगी। चाहे एक दूसरे को सपोर्ट करना हो या मस्ती मजाक में टांग खिंचाई करनी हो, यह रॉयल कपल हर तरह से एक दूसरे पर प्यार बरसाना नहीं भूलता।
शाह रुख को गौरी ने दिया था हिंदू नाम
आज पूरी दुनिया में मशहूर शाह रुख खान (Shah Rukh Khan) को उनके फैंस अलग-अलग नाम से पुकारते हैं। कोई उन्हें 'बादशाह', तो कोई 'दिलों का राजा' कहकर पुकारता है। कई फैंस के लिए शाह रुख 'किंग खान' भी हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक समय ऐसा था, जब गौरी ने शाह रुख का नाम बदलकर उन्हें एक हिंदू नाम दिया था। इस बात का खुलासा खुद किंग खान की पत्नी ने किया था।आज शाह रुख और गौरी परफेक्ट कपल के तौर पर जाने जाते हैं। उनकी लव स्टोरी बॉलीवुड की मोस्ट फेमस लव स्टोरी में से एक है। लेकिन एक समय ऐसा था, जब गौरी का परिवार शाह रुख से उनकी शादी के खिलाफ था। 2008 में अबू जानी और संदीप खोसला को 'फर्स्ट लेडीज शो' के लिए दिए इंटरव्यू में गौरी ने इस बात का खुलासा किया था। उन्होंने बताया था शाह रुख को अपने घरवालों से मिलवाने और पेरेटंस की अप्रूवल लेने के लिए उन्होंने उनका नाम बदलकर अभिनव करने की सोची थी।
शाह रुख को दिया था यह नाम
गौरी ने कहा था कि उस वक्त उनकी उम्र 21 और शाह रुख की 26 साल थी। वह जानती थीं कि अलग धर्म होने की वजह से उनके माता-पिता इस रिश्ते के लिए नहीं मानते। फिर शाह रुख फिल्म इंडस्ट्री भी ज्वाइन करने वाले थे। ऐसे में उन दिनों में गौरी के लिए शाह रुख से शादी के लिए अपने पेरेंट्स को मना पाना मुश्किल था। इसलिए उन्होंने शाह रुख को पहले अभिनव बनाकर पेरेंट्स से मिलवाने के बारे में सोचा था।