नकल उतारने के चक्कर में जब नमाज पढ़ने नहीं जाते थे कादर खान, फिर घर पहुंचने पर होता था ये हाल
कादर खान हिंदी सिनेमा के प्रतिभाशाली अभिनेताओं में से एक रहे हैं। उन्होंने साइड कैरेक्टर से लेकर विलेन तक का किरदार निभाया। अपनी कॉमेडी तक से एक्टर ने लोगों का दिल जीता। कादर खान की एक्टिंग का चस्का शुरू से ही था। उन्होंने कई सालों पहले एक खास बातचीत में बताया था कि जब वह छोटे थे तो नमाज बंक करके अक्सर लोगों की नकल उतारा करते थे।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। कादर खान हिंदी फिल्म सिनेमा के एक ऐसे अभिनेता थे, जो अपने हर किरदार में जान फूंक देते थे। वह एक एक्टर होने के साथ-साथ एक शानदार डायलॉग राइटर और प्रोड्यूसर भी रहे हैं। फिल्मों के अलावा टेलीविजन पर भी उन्होंने काम किया।
विलेन बनकर हीरो के मन में खौफ पैदा करना हो, या फिर अपनी कॉमेडी से लोगों को हंसाना हो, कादर खान ने हमेशा ही अभिनय से सबका दिल जीता। अब वह भले ही वह हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी फिल्मों ने आज भी फैंस के दिलों में उनको जिंदा रखा है।
हालांकि, उनकी जिंदगी हमेशा से ऐसी नहीं थी। उन्होंने अपने करियर के शुरूआती दौर में काफी संघर्ष देखा है। डायलॉग राइटर के तौर पर शुरुआत करने वाले अभिनेता ने खुद बताया था कि शुरुआत में वह कैसे नमाज से बंक मारकर लोगों की नकल उतारा करते थे।
नकल करने में माहिर थे कादर खान
अभिनय से सबके दिलों में छाप छोड़ने वाले कादर खान ने एक खास बातचीत में बताया था कि उन्हें लोगों की नकल उतारने में काफी मजा आता था। एक पुराने इंटरव्यू में लहरे रेट्रो से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा था, "बचपन से ही मुझे नकल करने की बहुत आदत थी।
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अगर राह चलते मुझे कोई अजीब सा आदमी मिल जाता था, जैसे अगर किसी के बोलने का अंदाज अलग होता था, चलने का अंदाज अलग होता था, तो मैं उसकी नकल किया करता था। जब लोगों की नकल मैं अपने दोस्तों के बीच में करता था, तो वो मेरे लिए तालियां बजाया करते थे। जब लोग मेरी तारीफ करते थे तो मुझे बहुत ही अच्छा महसूस होता था"।