गुस्से में Smita Patil ने कॉमर्शियल फिल्मों में ली थी एंट्री, एक जिद ने बदल दिया था इतिहास
Smita Patil बॉलीवुड की वो अभिनेत्री हैं जिन्होंने आर्ट और कमर्शियल दोनों सिनेमा पर अपनी अदाकारी का हुनर दिखाया है। पर्दे पर एक पक्की फैमिनिस्ट के किरदार से छाप छोड़ने वालीं स्मिता ने कभी नहीं सोचा था कि वह कभी कमर्शियल फिल्मों की ओर रुख करेंगी। हालांकि एक दौर आया जब उन्होंने अपना फैसला बदला और गुस्से में एक नई शुरुआत की।
आर्ट सिनेमा से दरकिनार होने का था दुख
एक पुराने इंटरव्यू में स्मिता पाटिल ने आर्ट सिनेमा जिसे उस वक्त स्मॉल सिनेमा भी कहा जाता था, उसे छोड़ कमर्शियल फिल्मों की ओर रुख करने की वजह बताई थी। अदाकारा ने कहा था-मैं लगभग पांच साल तक छोटे सिनेमा के प्रति समर्पित रही। मैंने सभी कमर्शियल ऑफर्स को ठुकरा दिया। 1977-78 के आसपास, छोटे सिनेमा आंदोलन ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया और उन्हें बड़े नाम (बिग स्टार्स) की जरूरत थी। मुझे कुछ प्रोजेक्ट्स से बेवजह बाहर कर दिया गया। यह एक बहुत ही छोटी बात थी, लेकिन इसने मुझे बहुत प्रभावित किया।
जिद ने दिखाई नई राह
मैंने खुद से कहा कि मैं यहां हूँ और मैंने पैसे कमाने की जहमत नहीं उठाई है। मैंने छोटे सिनेमा के प्रति अपने कमिटमेंट के कारण बड़े कमर्शियल ऑफर्स कोठुकरा दिया और बदले में मुझे क्या मिला? अगर उन्हें नाम चाहिए तो मैं अपने लिए नाम बना लूंगी। इसलिए मैंने शुरुआत की और जो भी मेरे रास्ते में आया, उसे अपनाया।