कौन हैं Madame Tussauds और क्या है वैक्स म्यूजियम का इतिहास, जहां मौजूद हैं दुनियाभर के टॉप सेलिब्रिटी
कुछ दिनों पहले साउथ के सुपरस्टार अल्लू अर्जुन का वैक्स स्टैच्यू मैडम तुसाद म्यूजियम दुबई में लगाया गया। जहां की एक झलक अभिनेता ने भी सोशल मीडिया पर शेयर की थी लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस मैडम तुसाद कौन थीं और उस म्यूजियम का इतिहास आखिर क्या है। अगर नहीं तो चलिए हम आपको बताते हैं इसके पीछे की दिलचस्प कहानी।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। मैडम तुसाद म्यूजियम यह नाम बहुत से लोगों ने जरूर सुना होगा। जी हां, यह वही है जिसमें स्टार्स, नेताओं और अन्य चर्चित लोगों के वैक्स स्टैच्यू बने होते हैं। यहां जाकर फैंस अपने पसंदीदा लोगों के साथ सेल्फी लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मैडम तुसाद कौन हैं और उस वैक्स म्यूजियम का इतिहास आखिर क्या है। अगर नहीं, तो चलिए हम आपको बताते हैं मैडम तुसाद के जीवन से जुड़ी हुई दिलचस्प कहानी।
स्ट्रॉसबर्ग शहर में हुआ जन्म
मैडम तुसाद का जन्म दिसंबर, 1761 को फ्रांस के स्ट्रॉसबर्ग शहर में हुआ था। उनका नाम मैरी ग्रोशोल्ट्ज था। मैरी ग्रोशोल्ट्ज की मां फिलिप कर्टियस नाम के एक डॉक्टर के यहां काम करती थीं। वह डॉक्टर मोम के विशालकाय पुतले बनाने में दक्ष थे।
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डॉक्टर फिलिप से सीखा हुनर
ऐसे में मैडम तुसाद को भी वैक्स स्टैच्यू बनाने का काफी शौक था और उन्होंने डॉक्टर फिलिप से ही मूर्ति बनाने का हुनर सीखा था। 1794 में फ्रांसीसी क्रांति समाप्त हुई और मैरी को डॉ. फिलिप कर्टियस की मोम प्रदर्शनी विरासत में मिली।उन्होंने अपनी मौत से पहले मैरी के नाम म्यूजियम कर दिया था। इसके बाद 1795 में मैरी ने फ्रांकोइस तुसाद से शादी की थी, जिसके बाद उनका नाम बदलकर मैडम तुसाद हो गया था। 1835 में मैडम तुसाद लंदन आकर बस गईं। 1835 में लंदन की बेकर स्ट्रीट में अपना पहला संग्रहालय खोला। अब वह म्यूजियम मैडम तुसाद वैक्स म्यूजियम के नाम से मौजूद है। 1850 को मैडम तुसाद का निधन हो गया।