Yash Chopra Death Anniversary: यश चोपड़ा के नाम पर है स्विट्जरलैंड में झील और ट्रेन, जानिए डायरेक्टर से जुड़ी इंट्रेस्टिंग बातें
Yash Chopra Death Anniversary यश चोपड़ा हिंदी फिल्म सिनेमा का एक जाना माना नाम है। डायरेक्टर और प्रोडूसर भले ही आज इस दुनिया में न हो लेकिन उनकी फिल्मों के जरिए आज भी उन्हें याद किया जाता है।
By Rajshree VermaEdited By: Rajshree VermaUpdated: Fri, 20 Oct 2023 10:38 PM (IST)
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Yash Chopra Death Anniversary Special: यश चोपड़ा इंडियन सिनेमा का वो नाम जो 'किंग ऑफ रोमांस' के टैग से भी फेमस रहे हैं। 'सिलसिला', 'चांदनी', 'डर', 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे', 'दिल तो पागल है', 'वीर जारा' जैसी कई यादगार फिल्में देने वाले डायरेक्टर और प्रोडूसर यश चोपड़ा के बारे में कई ऐसी बातें हैं, जो शायद हर किसी को नहीं पता होगी।
यश चोपड़ा आज इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन वह आज लोगों के दिलों में राज करते हैं। उनकी इस डेथ एनिवर्सरी पर हम जानेंगे कि कैसे वो 'किंग ऑफ रोमांस' बनें और अगर वह डायरेक्टर-प्रोडूसर नहीं होते तो क्या होते।
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यश चोपड़ा का करियर
यश चोपड़ा इंजीनियरिंग करना चाहते थे, लेकिन आगे चलकर उन्होंने अपने भाई बलदेव चोपड़ा के साथ काम किया, जो कि उस वक्त एक डायरेक्टर और प्रोडूसर थे। उन्होंने अपने भाई के साथ कई फिल्में बनाईं, जैसे - 'धुल का फूल', 'वक्त', 'धर्मपुत्र' और साल 1971 में उन्होंने अपना प्रोडक्शन हाउस 'यश राज फिल्म्स' शुरू किया।'किंग ऑफ रोमांस' बनने की वजह
वो एक दौर था, जब बॉलीवुड में एक्शन और इमोशनल ड्रामा की फिल्में जोरो पर थीं। वहीं, यश चोपड़ा भी अपने भाई को असिस्ट करने में लगे थे। तब उस जमाने की एक्ट्रेस वैजयंती माला ने यश चोपड़ा को डायरेक्शन में आने की सलाह दी। शायद, वैजयंती माला ने यश चोपड़ा के टैलेंट को उसी वक्त पहचान लिया था। उन्हीं की बात मानकर यश चोपड़ा ने डायरेक्शन शुरू किया। फिर उन्होंने कभी दोबारा पीछे मुड़कर नहीं देखा और पूरी दुनिया को 'कभी-कभी', 'सिलसिला', 'दिल तो पागल है' जैसी फिल्मों से प्यार और रोमांस का एक अलग ही चेहरा दिखाया।