Parveen Babi: 'हम बेस्ट फ्रेंड नहीं, मगर शुभचिंतक थे', परवीन बाबी से अपनी 'दुश्मनी' पर बोलीं जीनत अमान
Parveen Babi Vs Zeenat Aman जीनत अमान ने परवीन बाबी को याद करते हुए लम्बा नोट लिखा है जिसमें उन्होंने दिवंगत एक्ट्रेस के साथ अपने संबंधो उनकी मानसिक अवस्था और रिलेशनशिप की खबरों के असर पर बात की है।
नई दिल्ली, जेएनएन। सत्तर और अस्सी के दौर की बेहद खूबसूरत और काबिल अभिनेत्रियों में शामिल परवीन बाबी ने एक पूरी पीढ़ी को प्रभावित किया। उनकी अदाकारी के स्टाइल और ग्लैमर ने लाखों लोगों को दीवाना बनाया। उस जमाने में परवीन बाबी के ग्लैमर को अगर किसी ने टक्कर दी तो वो थीं जीनत अमान।
इन दोनों अभिनेत्रियों ने हिंदी सिनेमा की हीरोइन को दकियानूसी खांचे से निकालकर उसे एक नयी छवि देने में अहम भूमिका निभायी थी, जिसे बाद में कई अभिनेत्रियों ने फॉलो किया। दोनों के बीच इन्हीं समानताओं के कारण इनके बीच रंजिश की खबरें भी अक्सर आती थीं।
परवीन बाबी की बर्थ एनिवर्सरी पर जीनत अमान ने अपनी इस बेहतरीन साथी कलाकार को याद करते हुए कुछ ऐसी बातों से पर्दा उठाया है, जिसके बारे में लोग कम जानते हैं।
'मुझे अब भी परवीन मैम बुलाते हैं लोग'
जीनत अमान हाल ही में इंस्टाग्राम पर सक्रिय हुई हैं। उन्होंने परवीन बाबी के साथ अपनी पुरानी तस्वीरें शेयर करके लम्बा नोट लिखा- ''परवीन शानदार, खूबसूरत और काबिल थीं। सत्तर के दौर में, हम एक जैसे बाल बांधते थे और पश्चिमी फैशन करते थे। हालांकि, हमने कभी महसूस नहीं किया, मगर लोग बताते थे कि हम एक-दूसरे से काफी मिलते हैं। यह सच ही होगा, क्योंकि ज्यादा पहले नहीं, बल्कि पिछले साल ही दुबई में मुझे किसी ने परवीन मैम कहकर बुलाया था।''
'हम बेस्ट फ्रेंड नहीं थे, मगर शुभचिंतक थे'
परवीन बाबी के साथ अपने संबंधों पर जीनत आगे लिखती हैं उस वक्त मीडिया में हमारी दुश्मनी और प्रतिद्वंद्विता को लेकर खूब खबरें आती थीं, लेकिन वास्तव में हमारे बीच काफी गर्मजोशी रहती थी। हम बेस्ट फ्रेंड्स नहीं थे, लेकिन साथी, सहकर्मी और शुभचिंतक थे। हमने अशांति और महान में साथ काम किया था।
'परवीन को कहने का मौका नहीं मिला'
परवीन बाबी का अंत बेहद दर्दनाक रहा, जो उनकी फिल्मी जिंदगी के बिल्कुल विपरीत था। आखिरी दिनों में वो मानसिक बीमारी का शिकार हुईं। उनकी निजी जिंदगी में संबंधों को लेकर तमाम तरह की खबरें गॉसिप कॉलम्स में छपती थीं। इनको लेकर विवाद भी हुए। इस सब पर जीनत ने लिखा- ''मानसिक बीमारी के साथ परवीन का संघर्ष उस वक्त सामने आया था, जब देश में ऐसे मामलों को लेकर असंवेदनशीलता और उपेक्षा का माहौल था। मौत के बाद, मैं अक्सर इस बात पर विचार करती थी कि उन्हें कैसे याद किया जा रहा है?''
जीनत कहती हैं कि टैबलॉयड्स ने उनकी रोमांटिक रिलेशनशिप और एपिसोड्स पर अधिक ध्यान दिया, लेकिन परवीन उससे कहीं ज्यादा थीं कि उन्होंने किसे डेट किया या जब वो बीमार थीं तो उन्होंने क्या किया। मुझे लगता है कि उन्हें अपनी बात कहने का मौका नहीं मिला।''
'पढ़ने की शौकीन थीं परवीन'
परवीन बाबी को पढ़ने के बेहद शौक था। इसके बारे में जीनत ने लिखा- ''वो समझदार, मेहनती और रचनाशील थीं। उन्हें पढ़ने से प्यार था और मुझे याद है कि वो सेट पर शॉट्स के बीच कोई ना कोई किताब लेकर बैठ जाती थीं। बतौर अभिनेत्री, वो बेहद सफल रही थीं। यहां तक कि टाइम मैगजीन के कवर पर भी वो फीचर हुई थीं।
बाद में, वो कई रचनात्मक कार्यों से भी जुड़ीं, एक आध्यात्मिक सफर पर निकलीं और इंटीरियर डिजाइनिंग का काम शुरू कर दिया। हम हमेशा के लिए जुदा होने से पहले सालों तक कभी-कभी सम्पर्क में भी रहे। परवीन कई मायनों में शानदार थीं, और मुझे उम्मीद है कि वो जितनी एफरवेसेंट पर्सन थीं, उसके लिए याद की जाएंगी।''