'डाकू हसीना' के वक्त प्रेग्नेंट थीं Zeenat Aman, रिस्क लेकर किया था ये सीन, मगर बेकाबू हो गया था घोड़ा
Zeenat Aman एक समय की मोस्ट डिमांडिंग एक्ट्रेसेज में शामिल हुआ करती थीं। बोल्डनेस के लिए मशहूर जीनत ने कई बड़ी फिल्मों में काम किया है यहां तक कि अपनी प्रेग्नेंसी के दिनों में भी। हाल ही में जीनत अमान ने बताया कि उन्होंने तीसरे ट्राइमेस्टर के दौरान शूटिंग की थी। जीनत ने एक हालिया पोस्ट में बताया कि कैसे उनका बेबी बंप छुपाया गया था।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। हिंदी सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री जीनत अमान (Zeenat Aman) अपने दौर की सफल अभिनेत्रियों में शुमार थीं। आज भले ही वह फिल्मों से दूर हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर वह अपने पुराने दिनों को याद कर फिल्मी किस्सों के बारे में फैंस को बताती रहती हैं। हाल ही में, जीनत अमान ने अपनी आखिरी फिल्मों में से एक डाकू हसीना (Daku Hasina) के बारे में बताया है।
अशोक रॉय निर्देशित फिल्म में जीनत अमान ने रूपा का किरदार निभाया था, जो माता-पिता की हत्या के बाद अनाथ हो जाती है। माता-पिता के खून का बदला लेने के लिए वह मंगल सिंह (बॉलीवुड में अपने कुछ कैमियो में प्रतिष्ठित रजनीकांत) की मदद लेती है। इसके बाद जीनत क्रूर डाकू हसीना रूपा बन जाती है। अभिनेत्री ने इस फिल्म को लेकर पोस्ट शेयर किया है और बताया है कि वह इस फिल्म के शूट के वक्त प्रेग्नेंट थीं।
शूट के समय प्रेग्नेंट थीं जीनत अमान
जीनत अमान ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर डाकू हसीना के दो पोस्टर्स शेयर किये हैं और सेट से अपनी एक फोटो शेयर की है। इसके साथ उन्होंने लिखा, "यह मेरे लंबे ब्रेक से पहले की आखिरी फिल्मों में से एक थी। मैं शूटिंग के शुरुआती दिनों में ही गर्भवती हो गई थी और शूटिंग के अंत तक मैं तीसरे ट्राइमेस्टर में आ गई थी। मेरा पतला शरीर स्वाभाविक रूप से बड़ा हो गया था, इसलिए मेरे पेट को छिपाने के लिए क्रू ने कई क्रिएटिव शॉट्स लिये।"यह भी पढ़ें- Throwback Thursday: जब 'छोटी बेगम' जीनत अमान से रूठ गए थे फिरोज खान, इस बात पर हुई थी अनबन
डाकू हसीना में रूपा (फोटो क्रेडिट- जीनत अमान इंस्टाग्राम)
सीन के समय जीनत ने लिया था रिस्क
जीनत अमान ने आगे कहा, "इनमें से कुछ में मैं घोड़े की सवारी कर रही थी, जिससे कुछ चिंताएं भी थीं। पिछली शूटिंग के दौरान घोड़े पर सवार होने के दौरान मैं डर गई थी, जब सेट पर बनावटी बारिश और तेज स्पीकर की वजह से बेचारा जानवर भाग गया था। मैं अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित नहीं थी, लेकिन मेरे गर्भ में पल रहे बच्चे की सुरक्षा सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण थी। सौभाग्य से हम बिना किसी दुर्घटना के इन सींस को शूट करने में सफल रहे।"फोटो क्रेडिट- इंस्टाग्राम (जीनत अमान)जीनत अमान ने आगे कहा, "याददाश्त बहुत कमजोर होती है। फिल्म के क्लिप देखते हुए मुझे पता चला कि मेरे बच्चों के पिता मजहर (जीनत के पूर्व पति) की भी इसमें स्पेशल अपीयरेंस थी। वह कव्वाली नंबर में हैं, जिसे मैं भूल ही गई थी।"डाकू बनकर खुश थीं जीनत
जीनत अमान ने आगे बताया, "डाकू हसीना 1987 में रिलीज़ हुई थी और यह उस समय के मूड के बिल्कुल अनुरूप थी। 80 के दशक में भारत में नारीवादी तूफान चल रहा था। लिंग के बारे में कानूनी सुधार और सामाजिक जागरूकता शहर में चर्चा का विषय थी, जिसका श्रेय उस समय की असाधारण महिला कार्यकर्ताओं को जाता है। मुक्ति का एक निश्चित माहौल था, पितृसत्ता की भयावहता पर आक्रोश की बात तो छोड़ ही दें और एक दमदार भूमिका निभाना बहुत अच्छा लगा।"
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