1920 Horrors Of The Heart Collection Day 3: लिमिटेड स्क्रीन्स, नो प्रमोशन, फिर भी '1920...' कर गई इतना कलेक्शन
1920 Horrors Of The Heart Collection Day 3 सिनेमाघरों में इन दिनों डरावनी फिल्म 1920 हॉरर्स ऑफ द हार्ट लगी है जो हॉरर कंटेंट होने के बावजूद लोगों को अपनी ओर खींच पाने में कामयाब दिख रही है। फिल्म को लिमिटेड स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया है। इसके बावजूद मूवी ने ठीकठाक कमाई कर ली है। आइये जानते हैं फिल्म ने कितनी कमाई कर ली।
नई दिल्ली, जेएनएन। 1920 Horrors Of The Heart Collection Day 3: सिनेमाघरों में इस वक्त दो बड़ी फिल्में 'आदिपुरुष' और 'जरा हटके जरा बचके' लगी हुई हैं। इन सबके बीच विक्रम भट्ट की बेटी कृष्णा भट्ट की डायरेक्टोरियल डेब्यू '1920 हॉरर्स ऑफ द हार्ट' रिलीज हुई है, जो कि इन दो बड़ी फिल्मों के बीच अपना जादू दर्शकों पर चला पाने में कामयाब रही है। फिल्म को रिलीज हुए तीन दिन बीत चुके हैं।
फिल्म को मिला फायदा
'1920 हॉरर्स ऑफ द हार्ट', '1920' फ्रेंचाइजी की पांचवी फिल्म है। पहली मूवी को विक्रम भट्ट ने डायरेक्ट किया था। हॉरर्स ऑफ द हार्ट में अविका गौर (Avika Gor) मुख्य भूमिका में हैं। इस वक्त सिनेमाघरों में कोई बड़ी चुनौती नहीं है, जिस वजह से फिल्म को बड़ा फायदा मिलते दिख रहा है। 'आदिपुरुष' की रिलीज के बाद से ही निगेटिव पब्लिसिटी हो रही है। वहीं, 'जरा हटके जरा बचके' को रिलीज हुए काफी वक्त बीत चुका है। ऐसे में 'हॉरर्स ऑफ द हार्ट' को अच्छा मौका मिल गया है।
हुआ इतने करोड़ का कलेक्शन
'1920 हॉरर्स ऑफ द हार्ट' को हिंदी के अलावा तमिल और तेलुगू भाषा में भी रिलीज किया गया है। फिल्म लिमिटेड स्क्रीन्स पर रिलीज की गई है। हिंदी में इस मूवी को 748 स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया है, जबकि साउथ में इसे 226 स्क्रीन्स मिले हैं। फिल्म का कुछ खास प्रमोशन होते भी नहीं दिखा।
शुक्रवार 23 जून को फिल्म ने हिंदी में 1.48 करोड़ और शनिवार को 1.85 करोड़ का कलेक्शन किया। जबकि, सभी भाषाओं में फिल्म ने 1.64 करोड़ और 2.05 करोड़ का कारोबार शुक्रवार और शनिवार को किया। रविवार के कलेक्शन की बात करें, तो सैकनिल्क की रिपोर्ट के अनुसार, मूवी 2.25 करोड़ का कारोबार कर पाई है।
क्या है '1920...' का प्लॉट?
फिल्म की कहानी मेघना (अविका गौर) पर आधारित है, जो अपने 21वें जन्मदिन पर पिता धीरज को अपने ब्वॉयफ्रेंड के बारे में बताने की योजना बनाती है। लेकिन वह ऐसा कर नहीं पाती, क्योंकि उसे उसके पिता की मौत का पता चलता है। मेघना को पता चलता है कि उसके पिता ने सुसाइड किया है।
मेघना जैसे ही अपने पिता की मौत के कारण जाने की कोशिश करती है, उसे पता चलता है कि उसकी मां राधिका न केवल अतीत में उसे छोड़कर चली गई थी, बल्कि वही उसके पिता की मौत की जिम्मेदार हैं। मेघना इसका बदला लेने की सोचती है। वह अपने पिता की आत्मा का उपयोग कर राधिका और उसके नए परिवार को बर्बाद करने की योजना बनाती है