OMG 2 Day 9 Collection: 27 कट भी नहीं बिगाड़ पाए 'ओएमजी 2' का खेल, 100 करोड़ क्लब में शामिल हुई फिल्म
OMG 2 Day 9 Collection अक्षय कुमार की फिल्म ओएमजी 2 सनी देओल की गदर 2 के तूफान के आगे मजबूती से टिकी हुई है। फिल्म का अब तक का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन संतोषजनक रहा है। ओएमजी 2 को ढेर सारे कट्स मिलने के बाद सीबीएफसी से पास किया। इन सबके बावजूद फिल्म 9 दिनों में ही 100 करोड़ क्लब में अपनी जगह बना पाने में कामयाब रही है।
By Karishma LalwaniEdited By: Karishma LalwaniUpdated: Sun, 20 Aug 2023 08:05 AM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। OMG 2 Day 9 Collection: अक्षय कुमार, पंकज त्रिपाठी और यामी गौतम स्टारर फिल्म 'ओएमजी 2' को बॉक्स ऑफिस पर अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। एक सीख देती यह फिल्म 'गदर 2' की आंधी में भी टिकट विंडो पर डीसेंट कलेक्शन कर पाने में कामयाब रही है। पहले हफ्ते के रॉक सॉलिड कलेक्शन के बाद फिर ने दूसरे हफ्ते की भी अच्छी शुरुआत की है।
27 कट के बाद भी चल गई 'ओएमजी 2'
'ओएमजी 2' को 27 कट मिलने के बाद ए सर्टिफिकेट के साथ सेंसर बोर्ड ने पास किया था। इसका मतलब है कि फिल्म को 18 साल से कम उम्र के बच्चे नहीं देख सकते। इतनी रिस्ट्रिक्शन के बाद भी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन कर रही है। दूसरे हफ्ते की शुरुआत में 'ओएमजी 2' ने 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है।
100 करोड़ क्लब में मारी एंट्री
ओपनिंग डे पर फिल्म का बॉक्स ऑफिस 10 करोड़ 26 लाख था। दूसरे दिन बिजनेस में 49 प्रतिशत की ग्रोथ देखने को मिली। फिल्म ने 15 करोड़ 3 लाख का बिजनेस किया। तीसरे दिन 17 करोड़ 55 लाख का बिजनेस किया। पहले हफ्ते फिल्म का कुल बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 85 करोड़ 5 लाख रहा।दूसरे हफ्ते की बात करें, तो फिल्म ने शुक्रवार को 6 करोड़ 3 लाख रुपए की कमाई की। अब शनिवार को फिल्म ने 10 करोड़ के आसपास का बिजनेस किया है। इससे फिल्म का टोटल कलेक्शन 101 करोड़ तक पहुंच गया है।
एडल्ट एजुकेशन पर आधारित है फिल्म
फिल्म ओएमजी 2 का कंटेंट एडल्ट एजुकेशन पर बना है। मूवी लोगों को यह सीख देने का प्रयास करती है कि बच्चों में एडल्ट एजुकेशन की जानकारी होना कितना जरूरी है। फिल्म में अक्षय कुमार, शिव के दूत की भूमिका में हैं। वहीं पंकज त्रिपाठी, दुकानदार कांति शरण मुदगल के किरदार में हैं, जिसकी सिंपल लाइफ में तब भूचाल आ जाता है, जब उसके बेटे विवेक (आरुष वर्मा) का उसकी सेक्सुअलिटी को लेकर मजाक बनया जाता है। उसे इस कदर बुली किया जाता है कि वह अपनी जिंदगी खत्म करने पर मजबूर हो जाता है।इस घटना से आहत होकर कांति शरण मुदगल कोर्ट का दरवाजा खटखटाता है। यहां अपने बेटे के लिए लड़ाई लड़ने के साथ ही कांति इस सीख को देने के साथ केस जीतता है कि ए़डल्ट एजुकेशन को लेकर लोगों में जागरुकता पैदा करना जरूरी है।