रियलिटी दिखाने के लिए स्टारकास्ट को कर दिया था गायब, जब जेल जाने से बचे थे इटली के फिल्म डायरेक्टर
आजकल एड हो या फिर फिल्में प्रमोशन करने के लिए मेकर्स अलग-अलग दांव-पेच अपना रहे हैं। कभी-कभी लोग भी उनके झांसे में आकर घटना को सत्य मान लेते हैं। हालांकि कभी-कभी ये करना उनको ही ले डूबता है। इटैलियन फिल्ममेकर रग्गेरो डिओडाटो के साथ कुछ ऐसा ही हुआ था जहां अपनी फिल्म को रियलिटी दिखाने के चक्कर में वह जेल जाते-जाते बच गए थे।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। कई बार निर्देशक-निर्माता अपनी फिल्म की सच्चाई को दिखाने के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार हो जाते हैं। फिर चाहे उन्हें उसके लिए किसी भी तरह का कदम उठाना पड़े और यही भूल उन पर भारी भी पड़ जाती है।
ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि इटली के मशहूर डायरेक्टर रग्गेरो डिओडाटो ( Ruggero Deodato) के साथ ये हो चुका है। अपनी फिल्म 'कैनिबल होलोकॉस्ट' के चक्कर में वो ऐसा फंसे थे कि उन्हें लेने के देने पड़ गए थे।
अमेजन के जंगलों में नरभक्षी समुदाय की कहानी दिखाने के चक्कर में कैसे जेल जाते-जाते बचे थे कैनिबल होलोकॉस्ट के डायरेक्टर और क्यों उनकी फिल्मों को कई देशों में किया गया था बैन, पढ़ें ये दिलचस्प किस्सा-
क्या है कैनिबल होलोकॉस्ट की कहानी?
क्यों जेल जाने वाले थे डायरेक्टर, आपको ये बताने से पहले फिल्म की कहानी के बारे में थोड़ा जानते हैं। 7 फरवरी 1980 में रिलीज हुई कैनिबल होलोकॉस्ट की कहानी जियान फ्रेंको क्लेरिसा और जियोर्जियो स्टेगन ने लिखी थी। मूवी की कहानी एक डॉक्यूमेंट्री बनाने वाले ग्रुप की थी।
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फिल्म में उन्होंने दिखाया है कि कैसे एक ग्रुप अमेजन के जंगलों में नरभक्षी समुदाय पर डॉक्यूमेंट्री बनाने जाते हैं, लेकिन वापस नहीं लौट कर आते। फिल्म में अभिनेता रॉबर्ट कर्मन ने प्रोफेसर हेरोल्ड मोनरो की भूमिका अदा की है। जो जंगल में अपनी क्रू को तो नहीं बचा पाते, लेकिन खुद वह नरभक्षियों से बचते-बचाते कैसे भी उस फुटेज के साथ वापस आते हैं और वो फुटेज सौंप देते हैं।
उनकी ये फुटेज न्यूज वालों को मिलती है और फिर वह उन जंगलों में जाने का फैसला लेते हैं। इस तरह से ही फिल्म की कहानी आगे बढ़ती है और मूवी में मुख्य तौर पर दिखाया गया है अमेजन के जंगलों में नरभक्षी समुदाय की कहानी बनाने के चक्कर में कैसे वहां पूरा खून खराबा होता है और कई लोग मारे जाते हैं।
1970 में कैनिबल (नरभक्षी) पर कई इटैलियन फिल्ममेकर्स ने फिल्में बनाई हैं, उनमें से रग्गेरो डिओडाटो की फिल्म को सबसे बेस्ट माना जाता है।
क्यों कई देशों में बैन हुई थी 'कैनिबल होलोकॉस्ट' की फिल्म
साल 1980 में कैनिबल होलोकॉस्ट की कहानी इतनी भयावह थी कि कई देशों में ऐसा बवाल मचाया था कि फिल्म को मजबूरन बैन करना पड़ा था। द ओरिजिनल की रिपोर्ट्स के मुताबिक, इटली सहित ये फिल्म ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, नॉर्वे और यूनाइटेड किंगडम सहित कई देशो में बैन हो गयी थी।
इटली में इटैलियन डायरेक्टर की इस फिल्म को वहां के कानून को ध्यान में रखते हुए असली जानवरों की हत्या करने को लेकर फिल्म पर बैन लगा दिया था। कैनिबल होलोकॉस्ट को बैन करने की सबसे बड़ी दूसरी वजह ये थी कि फिल्म में बड़े ही भयानक तरीके से जंगल में गए लोगों को मारते हुए दिखाया गया, जिसे देखकर दर्शक ये समझ बैठे कि स्टारकास्ट को मूवी में सच में मार दिया गया है। ये घटना तब सच लगने लगी, जब फिल्म की स्टारकास्ट साल भर लोगों के सामने नहीं आई।
जेल जाने से बाल-बाल बचे थे डायरेक्टर
कैबिनल होलोकॉस्ट को देख दर्शक काफी खफा हो गए थे। रिपोर्ट में दावा किया गया कि डायरेक्टर रग्गेरो डिओडाटो ने अपनी फिल्म की स्टारकास्ट से फिल्म रिलीज होने से पहले ये कॉन्ट्रैक्ट साइन करवाया था कि वह एक साल तक किसी के सामने नहीं आएंगे।
ऐसे में लोगों को भी ये लगने लगा था कि स्टार कास्ट की हत्या करवा दी गयी है और उसका शक था सीधा डायरेक्टर पर गया। जिसकी वजह से उन पर केस चला और उन्हें गिरफ्तार किया गया। जब मामला कोर्ट में पहुंचा, तो निर्देशक ने एक्टर्स की वहां पर बातचीत करवाई और तब जाकर ये मामला शांत हुआ।
फिल्म में नजर आए थे ये सितारे
इस फिल्म की स्टारकास्ट की बात करें तो मूवी में रॉबर्ट करमन ने एस. प्रोफेसर हेरोल्ड मोनरे, कार्ल गेब्रियल ने ओर्के एस. एलन इंडस्ट्रीज, लुका जियोर्जियो ने बारबेरेस्की एस मार्क थॉमस ने फिल्म में मुख्य भूमिका अदा की थी।
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