80 का दशक ब्रैट पैक (Brat Pack) फिल्मों का दौर था। ये वो समय था जब फिल्मों की कहानियां अमेरिकी युवाओं उनको होने वाली समस्याओं से प्रेरित होकर बनाई जाती थी। इन फिल्मों में काम करने वाले एक्टर्स उस समय के पॉपुलर एक्टर्स थे जिनका आज भी इंडस्ट्री में बहुत नाम है। अब इन सभी फिल्मों पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री बनाई जा रही है
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। अस्सी के दौर में अमेरिका में ऐसी फिल्मों का चलन काफी जोरों पर था, जिनमें उस दौर के युवा अमेरिका की सोच, कल्चर और लाइफस्टाइल को कहानियों के जरिए पर्दे पर पेश किया जाता रहा है।
युवाओं के बेपरवाह और बेबाक मिजाज की वजह से उन्हें ब्रैट कहा गया और ऐसी फिल्मों में काम करने वाले कलाकारों को सामूहिक रूप से ब्रैट पैक कहा गया। यह टर्म उस वक्त अमेरिकी सिनेमा में खूब प्रचलित हुआ।
ये ऐसा समय था जब एक्टर्स बालों पर ज्यादा ध्यान नहीं देते थे, पैराशूट पैंट पहनते थे और उनका लुक काफी अतरंगी सा हुआ करता था। इन एक्टर्स ने उस समय कुछ ऐसी ही फिल्मों में काम किया जो अमेरिका के युवाओं, उनके कल्चर आदि की कहानियां दर्शाता था।
दुनियाभर में मशहूर हैं ब्रैट पैक फिल्मों के कलाकार
डेमी मूर (Demi Moore), एंड्रयू मैक्कार्थी (Andrew McCarthy) और एमिलियो एस्टेवेज (Emilio Estevez ) ब्रैट पैक का हिस्सा रहे हैं, जिन्होंने आगे चलकर दुनियाभर में शोहरत हासिल की। उस जमाने अमेरिकी युवाओं पर बनने वाली ये फिल्में काफी पॉपुलर होती थी और लोग इन्हें खूब पसंद करते थे।
अब इन सभी फिल्मों पर आधारित एक डॉक्युमेंट्री बनाई जा रही है, जिसे 'ब्रैट पैक' (Brat Pack) का नाम दिया गया है। यह ट्रिबेका फेस्टिवल में दिखाई जाएगी और इसे अमेरिकी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म हुलु पर 13 जून को रिलीज किया जाएगा।
आपको 80 के दशक की उन्हीं फिल्मों के बारे में बताएंगे, जिनमें इन युवा सितारों ने काम किया और आज भी ये उतनी ही ज्यादा पॉपुलर हैं, जितनी उस समय हुआ करती थीं।
द ब्रेकफास्ट क्लब (The Breakfast Club)
द ब्रेकफास्ट क्लब 80 के दशक की एक फेमस फिल्म है, जिसमें युवाओं को होने वाली समस्या और उनकी दिक्कतों को दिखाया गया है। इसमें आत्महत्या, डिप्रेशन, समाज से अलगाव, सेक्स और शारीरिक शोषण जैसे विषयों पर खुलकर चर्चा की गई है।द ब्रेकफ़ास्ट क्लब ऐसे ही पांच हाई स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की कहानी है, जिनमें कुछ काफी ज्यादा पॉपुलर हैं तो कुछ ऐसे भी हैं, जिसे क्लास में कोई नहीं जानता। इन बच्चों को डिटेंशन की वजह से 9 घंटे एक साथ स्कूल की लाइब्रेरी में बिताने होते हैं।
द आउटसाइडर्स (The Outsiders)
द आउटसाइडर्स 1983 में बनी एक अमेरिकन क्राइम ड्रामा फिल्म है, जिसका निर्देशन फ्रांसिस फोर्ड कोपोला ने किया है। इस फिल्म की कहानी 1967 में एस.ई. हिंटन के इसी नाम से आए नॉवेल से ली गई है। फिल्म 25 मार्च 1983 को रिलीज हुई थी। इसकी कहानी एक ऐसे बिगडैल लड़के के बारे में है, जो घर पर प्यार ना मिलने की वजह से गलत संगति का शिकार हो जाता है और बाहर जाकर स्मोकिंग करने लगता है। इस फिल्म में काफी ज्यादा वायलेंस दिखाया गया है।
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सेंट एल्मोज फायर (St. Elmo’s Fire)
वैसे तो ये टीन्स पर बनी फिल्म है, लेकिन इस फिल्म में सेक्स और ड्रग्स को लेकर बहुत खुलकर बातचीत की गई है। एल्मोज फायर सात ऐसे बच्चों की कहानी है जो हाल ही में ग्रेजुएट हुए हैं और रिश्ते बनाए रखने और करियर को मेंटेन करने को लेकर स्ट्रगल कर रहे हैं। इस फिल्म को जोएल शूमाकर ने डायरेक्ट किया है।
क्लास (Class)
क्लास एक कॉमेडियन ड्रामा फिल्म है, जिससे मैकार्थी ने डेब्यू किया था। इस फिल्म में उनकी परफॉर्मेंस की बहुत ही ज्यादा तारीफ हुई थी। ये कहानी एक ऐसे यंग क्रेजी लड़के की है, जो स्कूल से बाहर एक रात बिताता है, जहां उसकी मुलाकात एक महिला से होती है और दोनों हुकअप करते हैं। जोनाथन को बाद में जब उस महिला की सच्चाई पता चलती है तो वो शॉक्ड हो जाता है।
प्रिटी इन पिंक (Pretty in Pink)
इस फिल्म की कहानी पुराने ओल्ड स्कूल रोमांस की कहानी की तरह ही है। एक अमीर लड़के को एक गरीब लड़की से प्यार हो जाता है। लड़की सिंगल पेरेंट की बच्ची है और अपने पिता के साथ रहती है। लड़का वैसे तो लड़की से बहुत प्यार करता है लेकिन अपने दोस्तों और परिवार को बताने से डरता है। इस फिल्म की कहानी जॉन ह्यूजेस ने लिखी है और हॉवर्ड डच ने इसे डायरेक्ट किया है।
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