एक ही OTT प्लेटफॉर्म पर मिलेगी James Bond की 25 फिल्में, ये टॉप 5 मूवीज हैं Must Watch
ब्रिटिश फिल्मों का सीक्रेट एजेंट जेम्स बॉन्ड के किरदार को लेकर दीवानगी हर किसी में देखने को मिलती है। ब्रिटिश एजेंट स्पाई कंपनी MI6 में 007 सीक्रेट कोड के साथ काम करने वाले जेम्स बॉन्ड के किरदार को छह दशक में अलग-अलग अभिनेताओं ने निभाया है। जेम्स बॉन्ड सीरीज की 25 फिल्मों की स्ट्रीमिंग की जिम्मेदारी अब एक ही ओटीटी प्लेटफॉर्म ने उठाई है।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। जेम्स बॉन्ड, एक ऐसा फिक्शनल कैरेक्टर जो लोगों के दिलों में बस चुका है। साल 1953 में ब्रिटिश नॉवलिस्ट इयान फ्लेमिंग ने इस कैरेक्टर की बनाया था। जेम्स बॉन्ड एक ऐसा किरदार है, जो MI6 के साथ कोडनेम 007 के तौर पर ब्रिटिश सीक्रेट एजेंट के रूप में काम करता है।
अब तक रॉजर मूर से लेकर डेविड शॉन कॉनरी, डेविड निवेन, जॉर्ज लेजेनबी,टिमोथी डॉल्टन सहित कई अभिनेता पर्दे पर जेम्स बॉन्ड का किरदार अदा कर चुके हैं। इस फिक्शन किरदार को लेकर इंडिया में भी लोगों के अंदर खासी दीवानगी है। अगर आप अब तक अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर जाकर जेम्स बॉन्ड की फिल्में ढूंढकर परेशान हो रहे थे, तो अब आपकी मुश्किल आसान होने वाली है।
अब आपको अपनी पसंदीदा जेम्स बॉन्ड की फिल्में ढूंढने के लिए कई ओटीटी प्लेटफॉर्म के सब्सक्रिप्शन लेने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अब आपको उनकी सभी फिल्में एक ही प्लेटफॉर्म पर मिलेंगी। कौन से प्लेटफॉर्म पर मिलेगी, चलिए जानते हैं इसकी डिटेल्स:-
इस प्लेटफॉर्म पर देख सकते हैं सभी फिल्में
इस महीने से प्राइम वीडियो बॉन्ड सीरीज के लिए उनके नए घर की तरह होने वाला है, क्योंकि ईऑन ने जितनी भी 007 सीरीज प्रोड्यूस की हैं, वह सभी अब आपको एक प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर देखने को मिलेगा।
यह भी पढ़ें: BOND 26 NEW 007: एक नहीं दो James Bond मिलकर करेंगे MI6 की सुरक्षा, फैंस की ये ख्वाहिश मेकर्स ने की पूरी
ये उन फैंस के लिए मेकर्स की तरफ से किसी ट्रीट से कम नहीं है, जो जेम्स बॉन्ड की एक भी फिल्म को मिस नहीं करना चाहता है। 25 फिल्में देखने का अगर आप समय नहीं भी निकाल पा रहे हैं, तो निश्चित तौर पर आपको ये पांच फिल्में तो देखनी ही चाहिए।
डॉ नो (1962)
1962 में पहली बार फिल्म 'डॉ नो' में जेम्स बॉन्ड के किरदार को पर्दे पर शॉन कॉनरी ने निभाया था। उन्होंने 1962 से लेकर 1983 तक के बीच सात फिल्मों में बॉन्ड किरदार अदा किया है। एक्शन जासूस स्टारर इस पहली ही फिल्म ने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया, बल्कि इसने जेम्स बॉन्ड की फ्रेंचाइजी को इतना बढ़ा दिया कि अब अलग-अलग हॉलीवुड डायरेक्टर इस पर फिल्म लेकर आ रहे हैं। छह दशक बाद भी इस किरदार का क्रेज लोगों में काफी देखने को मिलता है।
डायमंड आर फॉरएवर (1971)
डायमंड्स आर फॉरएवर साल 1971 में रिलीज हुई थी। ईऑन प्रोडक्शन में बनी ये जेम्स बॉन्ड की सीरीज की सातवीं फिल्म है, जिसमें शॉन कॉनरी ने ही एक बार इस MI6 के सीक्रेट एजेंट की भूमिका अदा किया है। इस फिल्म के साथ उन्होंने ऑन हर मेजेस्टीज सीक्रेट सर्विस की भूमिका को निभाने से मना कर दिया था। इस फिल्म में जेम्स बॉन्ड-007 एजेंट अपनी पत्नी की मौत का बदला लेने के लिए स्टावरो ब्लोफेल्ड का पीछा करता है। प्लास्टिक सर्जरी के जरिए एक जगह पर स्टावरो ब्लोफेल्ड के कई हमशक्ल बनाए जाते हैं, लेकिन आखिरकार बॉन्ड बाद में ब्लोफेल्ड को ढूंढकर मार देता है।
द मैन विद गोल्डन गन (1974)
रोगर मूरे जिन्हें जेम्स बॉन्ड के किरदार के लिए भरपूर प्यार मिला, उनकी MI6 ब्रिटिश सीक्रेट एजेंट-कोड 007 के रूप में पहली फिल्म 'द मैन विद गोल्डन गन' दूसरी फिल्म थी। इससे पहले उन्होंने लिव एंड लेट लिव में बॉन्ड का किरदार निभाया था। ये एक अमेरिकन गैंगस्टर की कहानी है, जो फेमस क्रैक शॉट हिटमैन फ्रांसिस्को स्कारमांगा को मारने और उसके बदले में इनाम इकठ्ठा करने के लिए जाता है, लेकिन उसे एक फन हाउस सेक्शन में भेज देते हैं। कैसे गैंगस्टर की गोल्डन गल MI6 के सीक्रेट एजेंट को मिलती है, वही फिल्म की कहानी में दिखाया गया है।
स्कायफॉल (2012)
रोगर मूरी और शॉन कॉनरी के अलावा डेनियल क्रेग भी जेम्स बॉन्ड के किरदार के लिए बहुत मशहूर हुए हैं। डेनियल की बतौर जेम्स बॉन्ड ये तीसरी फिल्म थी। जिसमें इस्ताम्बुल में MI6 एजेंट बॉन्ड और ईव मनीपेनी पैट्रिक्स का पीछा करते हैं, जो अंडरकवर NATO एजेंट्स से जुड़ी जानकारी वाली हार्ड ड्राइव चुरा ली है। फिल्म में जेम्स बॉन्ड और पैट्रिक का चलती हुई ट्रेन पर फाइट सीन बेहद ही शानदार है।
द वर्ल्ड इज नॉट इनफ (1999)
बिलबाओ में MI6 के एजेंट जेम्स बॉन्ड स्विस बैंकर लैचेज से मुलाकात करता है, ताकि वह ब्रिटिश ऑयल टायकून और एम बॉन्ड के दोस्त रॉबर्ट किंग के पैसे वापस ले सके। बॉन्ड बैंकर से पूछताछ करता है, ताकि जिस MI6 एजेंट का कत्ल हुआ है, उसके बारे में जानकारी इकठ्ठा कर सके, लेकिन कुछ खुलासा हो, उससे पहले ही लैचर का कोई मर्डर कर देता है और बॉन्ड को मजबूरी में पैसे लेकर भागना पड़ता है और इस तरह से ही इसकी कहानी आगे बढ़ती है।
यह भी पढ़ें: Daniel Craig Birthday: कम उम्र में छोड़ी पढ़ाई, मजबूरी में बने वेटर... 'जेम्स बॉन्ड' न बनते तो करते यह काम