Entertainment News: 'देवरा को दो हिस्सा में लाना सोचा-समझा निर्णय', जूनियर NTR ने बताया अपना विजन
दक्षिण भारतीय सिनेमा में दो हिस्सों में फिल्में बनाना कोई नया ट्रेंड नहीं है। जूनियर एनटीआर ने कहा कि हमने पहले इसे दो पार्ट में बनाने के बारे में नहीं सोचा था़ लेकिन फिल्म में इतने किरदार हैं तो मैंने शिवा से कहा कि रुको मत लिखते जाओ। हम शूट करते गए। फिर हमारे एडिटर ने कहा कि अब तक पांच घंटे की फिल्म शूट हो चुकी है।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। दक्षिण भारतीय सिनेमा में दो हिस्सों में फिल्में बनाना कोई नया ट्रेंड नहीं है। बाहुबली, केजीएफ, पोन्नियन सेल्वन समेत कई फिल्में दो हिस्सों में बन चुकी हैं। हालांकि इस ट्रेंड को फालो करने के लिए जूनियर एनटीआर ने अपनी फिल्म देवरा को दो हिस्सों में नहीं बनाया है।
इसका सही कारण बताते हुए वह कहते हैं कि फिल्म के निर्देशक कोरताला शिवा और मैं पिछले 17-18 वर्षों से दोस्त हैं। हमारा सफर फिल्म बृदांवनम से शुरू हुआ था। वह उस फिल्म के लेखक थे। शिवा कई सुपरहिट तेलुगु फिल्मों के लेखक रह चुके हैं। मुझे पता था कि उनमें निर्देशक बनने की क्षमता है। एक दिन उन्होंने प्रभास के साथ मिर्ची फिल्म शुरू की। वह सुपरहिट हुई। उनकी फिल्मों की खास बात यह है कि वह समाज को कहानियों के जरिए कुछ देना चाहते हैं।
सिनेमा में हीरो कमजोरों को हिम्मत देता है
मुख्यधारा वाले सिनेमा में हीरो कमजोरों को हिम्मत देता है। देवरा में ऐसा नहीं है। इसमें हीरो एक पावरफुल जगह से आता है और कहता है कि ज्यादा हिम्मत दिखाना भी ठीक नहीं है। थोड़ा डर होना चाहिए। मुझे यह आइडिया पसंद आया। मुझे लगा कि आरआरआर के बाद मेरी फिल्मों को लेकर दर्शकों में जो उत्सुकता थी, वह इसी से पूरी होगी।आगे कहा कि हमने पहले इसे दो पार्ट में बनाने के बारे में नहीं सोचा था़ लेकिन फिल्म में इतने किरदार हैं, तो मैंने शिवा से कहा कि रुको मत लिखते जाओ। हम शूट करते गए। फिर हमारे एडिटर ने कहा कि अब तक पांच घंटे की फिल्म शूट हो चुकी है। हमें अहसास ही नहीं हुआ। फिर लगा नहीं रुकना चाहिए कि कहां कैसे फिल्म को कट कर सकते हैं। फिर तय किया कि इसे दो हिस्सों में बनाते हैं।