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Entertainment News: जब रंजीत ने बिना कहानी शूट कर लिया था गाना, बॉलीवुड के खलनायक ने खोले दिल के राज

फिल्मों में खलनायक की भूमिका के लिए प्रसिद्ध रंजीत ने एक किस्सा सुनाया कि लावारिस फिल्म के दौरान हमने एक गाना ऐसे ही शूट कर लिया था। कश्मीर में हमारे पास नौ दिन थे। बप्पी दा ने मुंबई से गाना बनाकर भेज दिया। निर्देशक ने एक्शन कहाजीनत वहां पर घूमकर गाना गाने लगी मैं पेड़ों के पीछे से निकलकर उन्हें देख रहा था। नौ दिनों में गाना शूट हो गया।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Sun, 06 Oct 2024 05:45 AM (IST)
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बॉलीवुड के खलनायक ने खोले दिल के राज
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। फिल्में बनाना कई लोगों के लिए जुनून रहा है। पहले की फिल्मों से जुड़े कई ऐसे किस्से सामने आते हैं, जिसे सुनकर यह बात और पुख्ता हो जाती है। फिल्मों में खलनायक की भूमिका के लिए प्रसिद्ध रंजीत ने ऐसा ही एक किस्सा सुनाया एक साक्षात्कार के दौरान।

उन्होंने कहा कि उन दिनों फिल्मों को बनाने में एक फार्मूला होता था। गाने, म्यूजिक, लव स्टोरी, फिर एक विलेन पेड़ के पीछे से सिगार पीता हुआ निकलता था।

रंजीत ने कहा कि लावारिस फिल्म के दौरान हमने एक गाना ऐसे ही शूट कर लिया था। अमिताभ बच्चन, मेरी और जीनत अमान की कुछ डेट्स बच गई थीं। कश्मीर में हमारे पास नौ दिन थे। निर्देशक ने बंबई (अब मुंबई) में बप्पी लाहिड़ी को फोन किया और कहा कि एक रोमांटिक गाना चाहिए, किसी से लिखवाकर बनाकर भेज दो।

हमारे समय में लोग फिल्मों को बनाने के लिए जुनूनी थे

उन दिनों फिल्मों में रोमांटिक सीन तो होते ही थे। गाना फटाफट बनकर आ गया। निर्देशक ने एक्शन कहा, जीनत वहां पर घूमकर गाना गाने लगी, मैं पेड़ों के पीछे से निकलकर उन्हें देख रहा था। नौ दिनों में गाना शूट हो गया। उस दौरान लोग फिल्मों को बनाने के लिए जुनूनी थे।

सिर्फ फिल्मों की बात करते थे लोग

आगे बोले कि सिर्फ फिल्मों की बात करते थे। मुझे एक बार राज (कपूर) साहब के बेटे रणधीर कपूर ने बताया था कि मेरे पिता बादलों का शॉट लेने के लिए बंबई से बाहर चले गए थे, क्योंकि उन्हें बादलों के अच्छे शाट नहीं मिल रहे थे। बादल ढूंढने के लिए वह खंडाला, पुणे, बेंगलुरु चले गए थे। उन दिनों निर्माता-निर्देशक ऐसे ही काम किया करते थे।