36 Days Review: चौंकाते हैं क्लाइमैक्स के ट्विस्ट एंड टर्न्स, नेहा शर्मा स्टारर सीरीज में चमकीं शरनाज पटेल
ओटीटी स्पेस में तमाम मिस्ट्री थ्रिलर वेब सीरीज मौजूद हैं। अब सोनीलिव पर 36 डेज आई है जिसकी कहानी एक कत्ल पर आधारित है। नेहा शर्मा ने शो में लीड रोल निभाया है। उनके साथ कई जाने-माने कलाकार हैं। इसकी कहानी गोवा में दिखाई गई है जहां एक पॉश सोसाइटी में चार परिवार रहते हैं मगर जब नेहा का किरदार वहां पहुंचता है तो सबकी लाइफ ऊपर-नीचे हो जाती है।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। ब्रिटिश मर्डर मिस्ट्री सीरीज '35 डेज' का हिंदी रूपांतरण '36 डेज' सोनीलिव पर रिलीज हो गया है। आठ एपिसोड्स की सीरीज एक कत्ल के इर्द-गिर्द घूमती है। हालांकि, यह इनवेस्टिगेटिव सीरीज नहीं है, जिसमें कातिल तक पहुंचने के लिए जांच की जाए, बल्कि कत्ल के लिए जिम्मेदार हालात को दिखाती है और इसी क्रम में सस्पेंस का जाल बुनती है।
इस शो का निर्माण अप्लॉज एंटरटेनमेंट ने किया है, जो पहले भी कई जाने-माने ब्रिटिश शोज के हिंदी रूपांतरण ओटीटी स्पेस में ला चुका है। इनमें क्रिमिनल जस्टिस, माइंड द मल्होत्राज, द ऑफिस, मिथ्या, द रूद्र- एज ऑफ डार्कनेस शामिल हैं और अब 36 डेज इस लिस्ट में जुड़ गया है। हॉरर थ्रिलर छोरी बनाने वाले विशाल फूरिया निर्देशित शो में नेहा शर्मा, पूरब कोहली, चंदन रॉय सान्याल, शारिब हाशमी और अमृता खान्विल्कर समेत कई चर्चित कलाकार हैं। '36 डेज' की महफिल जमने में थोड़ा वक्त लगता है। शुरुआती रफ्तार धीमी है, मगर क्लाइमैक्स की ओर ट्विस्ट्स और टर्न्स चौंकाते हैं।
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क्या है 36 डेज की कहानी?
कहानी गोवा के वास्कोडिगामा में दिखाई गई है और केंद्र में समंदर के किनारे हरियाली के बीचोंबीच स्थित पांच विलाओं की एक रेजीडेंट सोसाइटी है, जिसमें चार परिवार माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. ऋषिकेश जयकर (पूरब कोहली) -राधिका जयकर (श्रुति सेठ), हाई सोसाइटी में खुद को एडजस्ट करते ललिता (अमृता खान्विल्कर)-विनोद (शारिब हाशमी), क्रिश्चियन फैमिली डेंजिल मचाडो (केनी देसाई)-विनायफर मचाडो (शरनाज पटेल) और टोनी वालिया (चंदन रॉय सान्याल)-सिया (चाहत विग) रहते हैं। पांचवीं विला में खूबसूरत और आकर्षक एयर होस्टेस फराह जैदी (नेहा शर्मा) रहने आती है।
फराह वहां आते ही सभी के आकर्षण का केंद्र बन जाती है। इन सभी परिवारों की अपनी-अपनी उलझनें और राज हैं। एक सुबह फराह का कत्ल हो जाता है। कत्ल के पीछे क्या वजह है, किसने मारा है, फराह अकेले क्यों रहती है, वहां किस मकसद से रहने आई थी? इन्हीं सवालों के जवाब कहानी समेटे हुए है।
कैसा है 36 डेज का स्क्रीनप्ले?
ब्रिटिश सीरीज 35 डेज का स्क्रीनप्ले अनाहता मेनन और सेनेका मेंडोसा ने लिखा है। सीरीज की टैगलाइन है Secrets Are Injurious To Health यानी राज सेहत के लिए खतरनाक होते हैं। पूरी सीरीज इसी टैगलाइन को जस्टिफाई करती नजर आती है, क्योंकि हर किरदार का कोई ना कोई सीक्रेट है, जिसकी वजह वो मुसीबतों में फंसता है। सीरीज की शुरुआत फराह के कत्ल से होती है, फिर स्क्रीनप्ले फ्लैशबैक में लेकर जाता है और कहानी मर्डर से ठीक 36 दिन पहले तक जाती है, जिस दिन फराह जैदी वहां रहने आई थी और इसके साथ ही किरदारों का परिचय शुरू होता है, जिसकी वजह शुरुआत में सीरीज पकड़ खोती नजर आती है। इनमें कुछ किरदारों के ट्रैक फराह जैदी के कत्ल के मुख्य ट्रैक की ओर जाते हैं, मगर कुछ सहयोगी किरदारों का मेन ट्रैक में कोई योगदान नहीं है, जो सीरीज के बहाव को धीमा करते हैं। जैसा कि पहले कहा गया है कि यह सीरीज कत्ल का इनवेस्टिगेशन नहीं, बल्कि उन घटनाओं का क्रम है, जो इस कत्ल की वजह बनती हैं।माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. ऋषिकेश जयकर-राधिका जयकर, ललिता-विनोद-बोबो और डेंजिल-विनायफर-रियाद के ट्रैक्स सीरीज के मुख्य कथ्य में योगदान देते हैं और क्लाइमैक्स में इनकी वजह से दिलचस्प ट्विस्ट आता है। इन सबकी अपनी-अपनी जिंदगी चल रही है, मगर इनकी लाइफ में होने वाले घटनाक्रम फराह की मौत से जुड़ते हैं। यह जुड़ाव 36 डेज का सबसे असरदार पहलू है। हालांकि, टोनी वालिया-सिया-तारा के का ट्रैक मनोरंजक है, मगर मेन प्लॉट में इसका योगदान नहीं है। लेखन में लापरवाही भी कहीं-कहीं झलकती है। कुछ अहम दृश्यों में पुलिस को सिर्फ खानापूर्ति के लिए दिखाया गया है। टोनी के पार्टनर डॉन नोएल (केसी शंकर) को इतना ताकतवर दिखाया गया है कि गोवा पर उसका राज चलता है, मगर इसे स्थापित करने के लिए एक भी दृश्य नहीं डाला गया है। इन सभी ट्रैक्स में विनायफर, डेंजिल और रियाद का ट्रैक सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। डेंजिल की सुसाइड की वजह का खुलासा भी शॉकिंग टर्न है और शो की हाइलाइट है।
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