Aankh Micholi Review: किरदारों की खामियों से हंसाने की फिजूल कोशिश, बेसिर पैर की कॉमेडी में नहीं कोई दम
Aankh Micholi Review आंख मिचौली कॉमेडी फिल्म है जिसमें बहुत सारे किरदार हैं। फिल्म का निर्देशन उमेश शुक्ला ने किया है। परेश रावल फिल्म में मुख्य किरदार निभा रहे हैं जबकि अभिमन्यु और मृणाल ठाकुर फिल्म की यंग लीड है।
By Jagran NewsEdited By: Manoj VashisthUpdated: Fri, 03 Nov 2023 12:25 PM (IST)
स्मिता श्रीवास्तव, मुंबई। फिल्म ओह माय गाड, आल इज वेल, 102 नाट आउट जैसी फिल्मों का निर्देशन कर चुके उमेश शुक्ला ने अब कॉमेडी फिल्म आंख मिचौली का निर्देशन किया है, मगर कमजोर स्क्रिप्ट की वजह से वह इस बार चूक गए।
आंख मिचौली की कहानी
‘आंख मिचौली’ पंजाब के होशियारपुर में रह रहे एक परिवार की कहानी है। खास बात यह है कि परिवार के हर शख्स में किसी न किसी प्रकार की कमी है। परिवार के मुखिया और आयुर्वेदिक डाक्टर नवजोत सिंह (परेश रावल) बुद्धिमान हैं, लेकिन भुलक्कड़ हैं।
उनके दो बेटे और एक बेटी पारो (मृणाल ठाकुर) है। बड़ा बेटा युवराज सिंह (शरमन जोशी) सुनने में अक्षम है। छोटा बेटा हरभजन सिंह (अभिषेक बनर्जी) हकलाता है। पारो को सूरज ढलने के बाद दिखना बंद हो जाता है। युवराज की पत्नी बिल्लो (दिव्या दत्ता) घर की जिम्मेदारी संभालती है। दोनों का एक बेटा भी है।
यह भी पढ़ें: Aarya Season 3 Review: सुष्मिता सेन की 'आर्या' के रूप में जोरदार वापसी, बनी ओटीटी स्पेस की कल्ट सीरीज
पारो स्विट्जरलैंड में अपने दोस्तों के साथ घूमकर वापस आती है। वहां पर एक लड़के को पसंद करने लगती है, लेकिन लड़के ने उसकी ओर ध्यान नहीं दिया होता है। पारो को देखने के लिए रोहित पटेल (अभिमन्यु दसानी) अपने मामा (दर्शन जरीवाला) और मामी (ग्रुशा कपूर) के साथ उनके घर आता है।
रिश्ता पक्का हो जाता है, लेकिन दिक्कत पारो की है। पुरानी फिल्मों की ललिता पवार और निरूपा राय का कॉम्बिनेशन वाली उसकी भाभी चाहती है कि शादी से पहले लड़के को सब सच बता दिया जाए। उन्हें धोखा न दिया जाए। लड़के को देखने के बाद पारो को अहसास होता है कि यह वही लड़का है, जिसे वह पसंद करने लगी थी। रोहन भी उसे देखकर एक नजर में दिल दे बैठता है, लेकिन उसमें भी एक खामी है।