CTRL Review: सोशल मीडिया से ऑब्सेस्ड हो चुकी हैं Ananya Panday, फिल्म की कहानी में सबकुछ अनकंट्रोल्ड
बॉलीवुड के साथ-साथ अनन्या पांडे इन दिनों ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी अपनी पकड़ मजबूत बना रही हैं। गहराइयां और कॉल मी बे के बाद उनकी थ्रिलर फिल्म CTRL भी ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स (Netflix) पर रिलीज हो चुकी है। विक्रमादित्य मोटवानी के निर्देशन में बनी ये फिल्म AI और उनके खतरों के बारे में बताती है। अनन्या की फिल्म देखने से पहले यहां पर पढ़ें पूरा रिव्यू-
एंटरटेनमेंट डेस्क, मुंबई। इंटरनेट मीडिया की दखलअंदाजी या यूं कहें कि आदत लोगों की जिंदगियों में इस कदर है कि उससे खुद को अलग कर पाना संभव नहीं हो पा रहा है। लोग अब इंटरनेट मीडिया डिटॉक्स (कुछ समय के लिए इंटरनेट मीडिया से ब्रेक लेना) जाने लगे हैं।
इंटरनेट मीडिया और तकनीक के इस जाल को अंग्रेजी फिल्मों अनफ्रेंडेड, सर्चिंग में बखूबी दिखाया गया है। विक्रमादित्य मोटवानी की इस फिल्म की कहानी भी उसी दुनिया पर है।
क्या है CTRL की कहानी?
नेला (अनन्या पांडे) और जो (विहान समत) कॉलेज में दोस्त बनते है, प्यार होता है, फिर दोनों इंटरनेट मीडिया इंफ्लुएंसर बनकर इतना पैसा कमाते हैं कि मुंबई में खुद का एक घर खरीद लेते हैं।यह भी पढ़ें: CTRL में Ananya Panday की परफॉर्मेंस देख शॉक हुए Anurag Kashyap, पोस्ट शेयर कर तारीफों के बांधे पुलनेला को जब पता चलता है कि जो उसे धोखा दे रहा है, तो वह उसे डिजिटली अपनी जिंदगी से मिटाना चाहती है यानी उसके पास जो से जुड़ी जितनी तस्वीरें या वीडियो है, उसे डिलीट करना चाहती है। इसके लिए वह कंट्रोल नाम का एक ऐप डाउनलोड करती है और बिना नियम और शर्ते पढ़े उसे मानकर, अपने लैपटॉप से जुड़े सारे कंट्रोल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से बने साथी एलेन को दे देती है।
इस दौरान नेला को पता चलता है कि जो गायब है। उसे जो से जुड़े कई राज पता चलते हैं, लेकिन तब तक वह खुद फंस चुकी होती है।