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Fallout Review: क्रिस्टोफर नोलन ने बनाई 'ओपेनहाइमर', छोटे भाई जोनाथन ने दिखाई न्यूक्लियर हमले के बाद की दुनिया

प्राइम वीडियो पर रिलीज हो रही फालआउट एपोकैलिप्टिक सीरीज है। निर्देशन जोनाथन नोलन ने किया है जो भाई क्रिस्टोफर नोलन की फिल्मों से जुड़े रहे हैं। जोनाथन ने वेब सीरीज में न्यूक्लियर हमले के बाद की दुनिया की कल्पना की है जो इसी नाम के एक बेहद मशहूर गेम पर आधारित है। फालआउट अपने कथानक और प्रोडक्शन डिजाइन से प्रभावित करती है।

By Manoj Vashisth Edited By: Manoj Vashisth Updated: Wed, 10 Apr 2024 09:31 PM (IST)
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फालआउट 11 अप्रैल को प्राइम वीडियो पर आ रही है। फोटो- इंस्टाग्राम
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। हॉलीवुड सिनेमा के नामी निर्देशक क्रिस्टोफर नोलन ने परमाणु बम के जनक कहे जाने वाले भौतिकविद जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर की बायोपिक बनाकर अपने करियर का पहला ऑस्कर अवॉर्ड जीत लिया।

अब उनके छोटे भाई जोनाथन नोलन दूसरे विश्व युद्ध के दौरान न्यूक्लियर अटैक्स में दुनिया तबाह होने की काल्पनिक कहानी पर बनी लाइव एक्शन सीरीज फालआउट (Fallout) लेकर आये हैं, जो इसी नाम की एक बेहद लोकप्रिय वीडियो गेम सीरीज का स्क्रीन अडेप्टेशन है।

फालआउट 11 अप्रैल को प्राइम वीडियो पर रिलीज हो गई है। इस सीरीज को उन्होंने पत्नी लीसा जॉय के साथ क्रिएट किया है। फालआउट, न्यूक्लियर वॉर में दुनिया खत्म होने के बाद सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक बदलावों और दुष्प्रभावों को दिखाती है। हालांकि, इसे देखते हुए कई डिस्टोपियन फिल्मों (Dystopian Movies) और सीरीज की याद आ सकती है। 

क्या है फालआउट की कहानी?

फालआउट की कहानी दूसरे विश्व युद्ध के 219 साल बाद के कालखंड में स्थापित की गई है। दुनिया, धरती के ऊपर और नीचे, दो हिस्सों में बंट गई है। नीचे रहने वालों को वॉल्ट ड्वेलर्स कहा जाता है, जो जमीन के अंदर बने स्टील के मोटे-मोटे वॉल्ट्स में रहते हैं। यह बहुत बड़ी अंडरग्राउंड सोसाइटी है, जिसमें अलग-अलग नम्बरों के वॉल्ट हैं। वॉल्ट्स का निर्माण वॉल्ट-टेक कम्पनी ने युद्ध से पहले भविष्य की तैयारियों के तहत करवाया था।

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हर एक वॉल्ट की अपनी प्रशासनिक व्यवस्था है। यह सोसाइटी तकनीकी तौर पर उन्नत, अनुशासित, कायदे-कानूनों को मानने वाली और विकसित है। इन्हें लगता है कि धरती का भविष्य अब इन्हीं के हाथों में है। हालांकि, ये जितने अनुशासित और नियमों के तहत चलने वाले हैं, जंग के लिए उतने ही कमजोर हैं।

इनके पास मारक हथियार भी नहीं हैं। इस कमजोरी के चलते ये लोग सतह पर रहने वालों (रेडर्स) से खुद को बचाकर रखते हैं। जमीन के नीचे तकनीक की मदद से खेती, रोशनी और धरती जैसे नजारे इन्होंने बना लिये हैं। उधर, धरती पर रेडिएशन का प्रभाव अभी भी बना हुआ है।

गरीबी है, लोग बीमार हैं। शरीर की बनावट में डिफॉर्मिटी आ गई है। विकिरण की वजह से जमीन और पानी में अजीबोगरीब प्राणी पैदा हो गये हैं। जमीन के ऊपरी हिस्से को वेस्टलैंड कहा जाता है। 

इन बंकरों में रहने वाले वॉल्ट ड्वेलर्स रेडर्स से बचने की पूरी कोशिश करते हैं, मगर एक दिन वेस्टलैंड के कुछ रेडर्स वॉल्ट नम्बर 33 पर अटैक करके ओवरसीयर (चीफ) हैंक मैकलीन को अगवा कर ले जाते हैं।

हैंक की बेटी लूसी मैकलीन पिता को ढूंढने के लिए सतह (वेस्टलैंड) पर जाती है, जहां उसका सामना असली या कहें बिगड़ी हुई दुनिया से होता है। इस दुनिया के हिसाब से लूसी काफी सीधी है। फालआउट की कहानी लूसी के अनुभवों के आधार पर आगे बढ़ती है, जिसमें कुछ और किरदार जुड़ते जाते हैं। 

कैसा है स्क्रीनप्ले और प्रोडक्शन?

जोनाथन और लीसा ने गेम के आधार पर बिल्कुल अलग दुनिया रची है, जो दिलचस्प और तार्किक लगती है। सीरीज के शुरुआती दृश्यों में अमेरिका में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान हुए न्यूक्लियर अटैक्स को दिखाया गया है। हालांकि, यह सांकेतिक तौर पर ही है। इसके बाद कहानी सीधे 219 साल बाद के कालखंड में पहुंच जाती है। 

पहले सीजन में आठ एपिसोड्स हैं और पहले एपिसोड का शीर्षक ही The End है, जबकि आठवें एपिसोड का शीर्षक The Beginning है। हर एपिसोड में प्रमुख किरदारों के अतीत की कोई कहानी दिखाई जाती है, जिसमें न्यूक्लियर हमले से पहले की दुनिया का दीदार होता है। 

अतीत के बाद कहानी लौटकर वर्तमान में आती है और लूसी की यात्रा के साथ आगे बढ़ती रहती है। वॉल्ट ड्वेलर्स का सतह पर जाना वर्जित है, इसलिए लूसी से चोरी वेस्टलैंड में पहुंचती है। वेस्टलैंड नाम के अनुरूप ही बर्बाद है। जमीन रेगिस्तान बन गई है। हालांकि, 200 साल पहले हुए तबाही के निशान अभी बाकी हैं।

टूटी-फूटी इमारतों में धूल और गर्द के बीच जगह-जगह कंकाल हैं। डिनर टेबिल पर बैठे बच्चों और बड़ों के शरीरों के अवशेष बताते हैं कि अटैक के समय किसी को हिलने का भी वक्त नहीं मिला। भूख और बेकारी की वजह से वेस्टलैंड में छल, प्रपंच, धोखाधड़ी, अविश्वास और आक्रामकता कदम-कदम पर फैली हुई है। लूसी इस सबसे निपटते हुए आगे बढ़ती है।  

वॉल्ट में रहने वालों को स्मूदस्किन कहा जाता है और वेस्टलैंड वाले उन्हें पसंद नहीं करते। वेस्टलैंड का एक और समूह है, जो ताकतवर और विकसित है। यह फाइटर हैं, जिसे ब्रदरहुड ऑफ स्टील कहा जाता है। धातु के विशालकाय तकनीकी रूप से उन्नत इन सुरक्षा कवचों (आर्मर) के अंदर खड़ा इंसान इन्हें संचालित करता है।

यह सोसाइटी पूरे वेस्टलैंड पर अपना नियंत्रण करना चाहता है। मैक्सिमस इस ब्रदरहुड का स्क्वायर (सुरक्षा कवच संचालित करने वाले फाइटर का सेवक) है।

घूल अलग किस्म की प्रजाति बन गई है, जो ना इंसान और ना ही शैतान। न्यूक्लियर अटैक में रेडिएशन के प्रभाव के कारण इनका मांस धीरे-धीरे कम हो रहा है। हालांकि, ये लम्बा जीते हैं और कंकाल की तरह दिखने लगे हैं।

यह प्रजाति धीरे-धीरे जॉम्बी बनने की कगार पर है। वहां तक पहुंचने से रोकने के लिए एक वाइल है। हॉलीवुड स्टार कूपर हॉवर्ड घूल बन चुका है, जो  एपोकैलिप्स से पहले काउब्वॉय वाले किरदार करने के कारण जबरदस्त निशानेबाज भी है।

सीरीज जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, ये सभी किरदार एक-दूसरे से अलग-अलग परिस्थितियों में मिलते हैं और वेस्टलैंड की लड़ाइयों का हिस्सा बनते हैं। इंसानी फितरत ऐसी चीज है, जो बुरे से बुरे हालात में भी अपने रंग दिखाती है। दुनिया बर्बाद हो चुकी है, मगर बचे-खुचे हिस्से पर शासन करने की सनक और अमीरी-गरीबी के बीच खाई फालआउट के कथ्य को रोमांच देते हैं। 

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फालआउट का प्रोडक्शन डिजाइन बेहतरीन है और एपोकैलिप्स के बाद के हालात दिखाने में दृश्य सफल होते हैं। अलग-अलग ग्रुप्स के उनकी खूबियों और खामियों के अनुरूप कॉस्ट्यूम्स, रहन-सहन, खान-पान के दृश्य विश्वसनीय लगते हैं।

हालांकि, आठ एपिसोड्स की सीरीज देखते हुए मैडमैक्स सरीखी फिल्मों की याद आती है। कलाकारों के अभिनय ने किरदारों को निखरने में मदद की है। लूसी के रो में एला पुरनेल, मैक्सिमस के रोल में आरोन मोटेन, घूल के रोल में वाल्टर गॉगिंस और विलेन मोल्डेवर के रोल में सरिता चौधरी प्रभावित करती हैं। डिस्टोपियन गेम्स और फिल्मों के शौकीन हैं तो फालआउट निराश नहीं करेगी।